भूटान के साथ 10 समझौतों पर हुए हस्ताक्षर

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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भूटान के प्रधानमंत्री डॉ. लोटे शेरिंग के निमंत्रण पर 17-18 अगस्त, 2019 तक भूटान की राजकीय यात्रा की। मई 2019 में दूसरी बार प्रधानमंत्री का पद ग्रहण करने के बाद यह प्रधानमंत्री श्री मोदी की पहली द्विपक्षीय यात्राओं में से एक है।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 17-18 अगस्त को भूटान की दो दिवसीय सफल यात्रा की। पारो हवाई अड्डे आगमन पर प्रधानमंत्री डॉ. शेरिंग, उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों और वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने श्री मोदी का औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर के साथ स्वागत किया।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भूटान नरेश महामहिम जिग्मे खेसर नामग्येल वांगचुक से मुलाकात की। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने भूटान नरेश और महारानी को अपनी सुविधानुसार शीघ्र ही भारत की यात्रा का निमंत्रण दिया।
प्रधानमंत्री श्री मोदी और भूटान के प्रधानमंत्री डॉ. शेरिंग ने तय मुद्दों के साथ-साथ शिष्टमंडल स्तर की वार्ताओं में मुलाकात की। भूटान राष्ट्रीय असेंबली में नेता प्रतिपक्ष डॉ. पेमा जियामत्शो ने भी प्रधानमंत्री श्री मोदी से मुलाकात की।

वार्ता के दौरान दोनों प्रधानमंत्रियों ने द्विपक्षीय संबंधों के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय गतिविधियों के सभी पहलुओं की व्यापक समीक्षा की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय समझौतों की उत्कृष्ट स्थिति के बारे में संतोष जाहिर किया जो आपसी विश्वास सम्मान और साझा ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, आर्थिक, विकासजन्य तथा जन-जन संबंधों द्वारा मजबूत हो रहे हैं।

इस संदर्भ में दोनों पक्षों ने संबंधों को पोषित करने में भारत और भूटान के क्रमागत नेतृत्व और भूटान के दूरदर्शी सम्राटों द्वारा निभाई गई भूमिका की प्रशंसा की। दोनों देशों के संबंध घनिष्ठ पड़ोसियों के बीच मैत्री और सहयोग का उत्कृष्ट उदाहरण है।

एक-दूसरे की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता

दोनों पक्षों ने अपने सुरक्षा हितों की पुष्टि की और एक-दूसरे की सुरक्षा और राष्ट्रीय हितों को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर घनिष्ठ तालमेल बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने दोहराया कि भूटान सरकार और भूटान के लोगों की प्राथमिकताओं और इच्छाओं के अनुसार भारत सरकार भूटान की आर्थिक और बुनियादी ढांचा संबंधी प्रगति के लिए प्रतिबद्ध है।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने भूटान को मध्यम आय देश की श्रेणी में ले जाने के लिए भूटान की जनता और राज्य को बधाई दी। उन्होंने भूटान के लोगों को भूटान की ‘ग्रॉस नेशनल हेप्पीनेस’ के विशिष्ट विकास दर्शन के अनुरूप अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और मूल्यवान पर्यावरण को संरक्षित रखते हुए इस उपलब्धि के लिए बधाई दी।

प्रधानमंत्री डॉ. शेरिंग ने दिसंबर 2018 की अपनी भारत यात्रा को याद किया। नवम्बर 2018 में कार्यभार संभालने के बाद यह उनकी पहली विदेश यात्रा थी। उन्होंने भूटान की 12वीं पंचवर्षीय योजना को समर्थन देने के लिए भारत सरकार को धन्यवाद दिया। उन्होंने पिछले कई दशकों से भूटान के विकास में भारत के योगदान की सराहना की।

द्विपक्षीय सहयोग पर जोर

दोनों पक्षों ने आपसी लाभदायक द्विपक्षीय सहयोग के अति महत्वपूर्ण क्षेत्र के रूप में पनबिजली विकास के महत्व पर जोर दिया। दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने अभी हाल में निर्मित 720 मेगावाट मांगदेछू पनबिजली संयंत्र का औपचारिक उद्घाटन किया। उन्होंने इस परियोजना के समय पर पूरा हो जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की तथा समर्पण और कुशलता के लिए परियोजना प्राधिकरण एवं प्रबंधन को बधाई दी।
दोनों पक्षों ने अनुभव किया कि इस परियोजना के चालू हो जाने से भूटान में बिजली की पैदावार क्षमता 2000 मेगावाट से पार हो गई है। दोनों नेताओं ने यह महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करने के प्रति संतोष व्यक्त किया और पुनातसांगछू-1, पुनातसांगछू-2 और खोलोंगछू जैसी अन्य परियोजनाओं को जल्द पूरा करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।

दोनों पक्षों ने सनकोश जलाशय पनबिजली परियोजना पर जारी द्विपक्षीय बातचीत की समीक्षा भी की। दोनों प्रधानमंत्रियों ने पनबिजली क्षेत्र में भारत-भूटान के आपसी सहयोग के पांच दशकों की याद में भूटान का डाक टिकट संयुक्त रूप से जारी किया।

रुपे कार्ड के इस्तेमाल की सुविधा

दोनों प्रधानमंत्रियों ने भूटान में औपचारिक रूप से भारतीय रुपे कार्ड के इस्तेमाल की सुविधा शुरू की, जिससे भूटान आने वाले भारतीय यात्रियों को बहुत फायदा होगा और उन्हें नकदी लाने की जरूरत में कमी आएगी। इसके अलावा इस सुविधा से भूटान की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा और दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाएं और मजबूत होंगी।

दोनों पक्षों ने इस परियोजना के नये चरण पर तेजी से काम करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की, जिसके तहत भूटान के बैंकों द्वारा रुपे कार्ड जारी करना शामिल है। रुपे कार्ड जारी होने के साथ भूटान में भारत के ‘भीम’ ऐप के इस्तेमाल का अध्ययन करने पर भी सहमति हुई, ताकि दोनों देशों के बीच नकद विहीन भुगतान को प्रोत्साहन मिल सके।

दोनों प्रधानमंत्रियों ने थिम्पू में दक्षिण-एशियाई उपग्रह के लिए ग्राउंड अर्थ स्टेशन का उद्घाटन किया, जिसे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के समर्थन से निर्मित किया गया है। प्रधानमंत्री डॉ. शेरिंग ने 2017 में दक्षिण एशिया उपग्रह (एसएएस) को लॉन्च करने के संबंध में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण की सराहना की।

यह उपग्रह दक्षिण एशिया क्षेत्र के देशों के लिए उपहार है, जिसने भूटान को कम खर्च पर भूटान प्रसारण सेवा को सुगम बनाने में सहायता की है। इसके अलावा इस सुविधा से भूटान राज्य की परिसीमाओं के अंदर आपदा प्रबंधन क्षमताओं में भी इजाफा हुआ है।

भूटान के सामाजिक-आर्थिक विकास के मद्देनजर एसएएस के सकारात्मक प्रभाव के सिलसिले में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भूटान की आवश्यकताओं के अनुरूप एक अतिरिक्त ट्रांसपोंडर पर बढ़ी हुई बैंडविथ उपहार स्वरूप भूटानवासियों को प्रदान करने का प्रस्ताव किया।

दोनों राजनेताओं ने भूटान के लिए एक छोटा उपग्रह संयुक्त रूप से विकसित करने के लिए आपस में गठबंधन करने पर भी सहमति जताई।

दोनों प्रधानमंत्रियों ने भारत के राष्ट्रीय ज्ञान नेटवर्क और भूटान के शोध एवं शिक्षा नेटवर्क के बीच इंटर-कनेक्शन या पारस्परिक संबंध का भी उद्घाटन किया। दोनों पक्षों ने यह बात रेखांकित की कि इस जुड़ाव से एक सूचना हाईवे सृजित होगा जिससे दोनों देशों के विश्वविद्यालयों एवं विद्यार्थियों के बीच पारस्परिक संवाद को काफी बढ़ावा मिलेगा।

प्रधानमंत्री की भूटान की राजकीय यात्रा के दौरान हुए ज्ञापनों/समझौतों की सूची

क्र.सं. समझौता ज्ञापन/समझौते का नाम

1 भारत अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, भारत गणराज्य की सरकार और भूटान सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग के मध्य दक्षिण एशिया उपग्रह के उपयोग के लिए सैटकॉम नेटवर्क की स्थापना के बारे में समझौता ज्ञापन।

2 सूचना और संचार मंत्रालय, भूटान सरकार और वायु दुर्घटना जांच इकाई (एएआईयू) सूचना और संचार मंत्रालय भूटान सरकार तथा विमान दुर्घटना, जांच ब्यूरो नागर विमानन मंत्रालय, भारत सरकार के मध्य वायुयान दुर्घटना और हादसा जांच के संबंध में सहयोग के बारे में समझौता ज्ञापन।

3 भारतीय राष्ट्रीय ज्ञान नेटवर्क (एनकेएन), राष्ट्रीय सूचना केंद्र, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, सूचना प्रौद्योगिकी और भूटान के दूरसंचार विभाग और (ड्रंक रिसर्च एंड एजुकेशन नेटवर्क ऑन पीरिंग एरेमांट) के बीच समझौता ज्ञापन।

4 पीटीसी इंडिया लिमिटेड और ड्रंकग्रीन पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड के बीच मंगदेछु विद्युत की बिक्री और खरीद के लिए विद्युत क्रम अऩुबंध।

5 भूटान राष्ट्रीय कानून संस्थान और राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी, भोपाल के बीच न्यायिक शिक्षा और परस्पर आदान-प्रदान में सहयोग पर समझौता ज्ञापन।

6 जिग्मे सिंगे वांगचुक स्कूल ऑफ लॉ, थिम्पू, भूटान, और नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी, बैंगलोर, भारत के बीच दोनों पक्षों में कानूनी शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्रों में शैक्षणिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान विकसित करने के लिए समझौता ज्ञापन।

7 रॉयल यूनिवर्सिटी ऑफ भूटान और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर के बीच समझौता ज्ञापन।

8 रॉयल यूनिवर्सिटी ऑफ भूटान और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मुंबई के बीच समझौता ज्ञापन।

9 रॉयल यूनिवर्सिटी ऑफ भूटान और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, सिलचर के बीच समझौता ज्ञापन।

10 रॉयल यूनिवर्सिटी ऑफ भूटान और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली के बीच समझौता ज्ञापन।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने रॉयल यूनिवर्सिटी ऑफ भूटान में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम के दौरान भूटान के युवाओं को संबोधित किया। उन्होंने द्विपक्षीय रिश्तों के जन-केन्द्रित स्वरूप के साथ-साथ दोनों देशों के बीच गहन आध्यात्मिक तथा बौद्ध धर्म संबंधी जुड़ाव पर प्रकाश डाला।

उन्होंने भारत-भूटान संबंधों को नए मुकाम पर ले जाने के लिए दोनों देशों के युवाओं द्वारा शिक्षा और उच्च-प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में साझेदारी करने के महत्व पर विशेष बल दिया।

भूटान सरकार के अनुरोध पर प्रधानमंत्री श्री मोदी ने भूटान को उपलब्ध कराई जाने वाली सस्ती एलपीजी की मात्रा मौजूदा 700 एमटी से बढ़ाकर 1,000 एमटी प्रतिमाह किये जाने की घोषणा की, ताकि भूटान सरकार बढ़ती घरेलू जरूरतों को पूरा कर सके तथा उसे ग्रामीण क्षेत्रों में एलपीजी की पैठ बढ़ाने में सहायता मिल सके।

दोनों पक्षों ने भारत और भूटान के बीच युवाओं के आदान-प्रदान पर व्यापक बल देते हुए सहयोग के परंपरागत क्षेत्रों में संबंधों को और मजबूत बनाने तथा साथ ही साथ नए उभरते क्षेत्रों में सहयोग को व्यापक बनाने की प्रतिबद्धता प्रकट की।

क्र.सं. समझौता ज्ञापन/समझौते का नाम

1 भारत अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, भारत गणराज्य की सरकार और भूटान सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग के मध्य दक्षिण एशिया उपग्रह के उपयोग के लिए सैटकॉम नेटवर्क की स्थापना के बारे में समझौता ज्ञापन।

2 सूचना और संचार मंत्रालय, भूटान सरकार और वायु दुर्घटना जांच इकाई (एएआईयू) सूचना और संचार मंत्रालय भूटान सरकार तथा विमान दुर्घटना, जांच ब्यूरो नागर विमानन मंत्रालय, भारत सरकार के मध्य वायुयान दुर्घटना और हादसा जांच के संबंध में सहयोग के बारे में समझौता ज्ञापन।

भारतीय राष्ट्रीय ज्ञान नेटवर्क (एनकेएन), राष्ट्रीय सूचना केंद्र, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, सूचना प्रौद्योगिकी और भूटान के दूरसंचार विभाग और (ड्रंक रिसर्च एंड एजुकेशन नेटवर्क ऑन पीरिंग एरेमांट) के बीच समझौता ज्ञापन।

पीटीसी इंडिया लिमिटेड और ड्रंकग्रीन पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड के बीच मंगदेछु विद्युत की बिक्री और खरीद के लिए विद्युत क्रम अऩुबंध।

भूटान राष्ट्रीय कानून संस्थान और राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी, भोपाल के बीच न्यायिक शिक्षा और परस्पर आदान-प्रदान में सहयोग पर समझौता ज्ञापन।

जिग्मे सिंगे वांगचुक स्कूल ऑफ लॉ, थिम्पू, भूटान, और नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी, बैंगलोर, भारत के बीच दोनों पक्षों में कानूनी शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्रों में शैक्षणिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान विकसित करने के लिए समझौता ज्ञापन।

रॉयल यूनिवर्सिटी ऑफ भूटान और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर के बीच समझौता ज्ञापन।

रॉयल यूनिवर्सिटी ऑफ भूटान और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मुंबई के बीच समझौता ज्ञापन।

रॉयल यूनिवर्सिटी ऑफ भूटान और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, सिलचर के बीच समझौता ज्ञापन।

रॉयल यूनिवर्सिटी ऑफ भूटान और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली के बीच समझौता ज्ञापन।