कुंभ स्नान के बाद नरेंद्र मोदी ने सफाईकर्मियों के पैर धोए

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प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 24 फरवरी को प्रयागराज में पवित्र संगम के जल में डुबकी लगाने के बाद सफाईकर्मियों के पैर धुले। श्री मोदी ने उन सभी लोगों का “कर्म-योगियों” के रूप में उल्लेख किया, जो कुंभ के लिए प्रयागराज में एकत्रित होने वाले भक्तों के लिए सर्वश्रेष्ठ व्यवस्था सुनिश्चित करने में शामिल रहे हैं। इस संदर्भ में उन्होंने एनडीआरएफ, नाविकों, स्थानीय लोगों और स्वच्छता कर्मियों का भी उल्लेख किया।

यह उल्लेख करते हुए कि पिछले कुछ सप्ताहों में 21 करोड़ से अधिक लोगों ने कुंभ का दौरा किया है, उन्होंने कहा कि स्वच्छता कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शित किया है कि कुछ भी असंभव नहीं है। उन्होंने कहा कि इस साल कुंभ को मिली सराहना के वे सबसे सुपात्र हैं। उन्होंने कहा कि वह क्षण, जब उन्होंने कुछ सफाई कर्मचारियों की चरण वंदना की, उनके स्मरण में हमेशा बने रहेंगे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज घोषित स्वच्छ सेवा सम्मान कोष स्वच्छता कार्यकर्ताओं और उनके परिवारों की जरूरत के समय मदद करेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि देश इस वर्ष 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती से पहले खुले में शौच मुक्त बनने की ओर बढ़ रहा है।

श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि गंगा नदी की स्वच्छता इस वर्ष भी बहुत चर्चा का विषय रही है। उन्होंने कहा कि आज, उन्होंने इसे पहली बार इसका अनुभव किया है। उन्होंने कहा कि यह नमामि गंगे और केंद्र सरकार के प्रयासों का भी परिणाम है। उन्होंने कहा कि नदी में गिरने वाले नालों को अवरुद्ध किया जा रहा है और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले उन्हें सियोल शांति पुरस्कार मिला, जिसमें लगभग 1.30 करोड़ रुपये की राशि शामिल थी।

श्री मोदी ने कहा कि उन्होंने उस राशि को नमामि गंगे मिशन के लिए दान कर दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के रूप में उन्हें मिले उपहार और स्मृति चिन्ह भी नीलाम कर दिए गए हैं और उनकी आय भी नमामि गंगे मिशन को दे दी गई है। प्रधानमंत्री ने कुंभ से जुड़े नाविकों की भी विशेष रूप से प्रशंसा की। उन्होंने यह भी कहा कि आजादी के बाद पहली बार कुंभ के लिए आने वाले तीर्थयात्रियों को अक्षय वट की यात्रा करने का मौका मिला।

प्रधानमंत्री ने वहां उपस्थित सभी व्यक्तियों को कुंभ के अपने विजन, जो आध्यात्मिकता, विश्वास और आधुनिकता का मिश्रण था, को पूरा करने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने इस बारे में उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा निभाई जा रही भूमिका की भी सराहना की। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस वर्ष कुंभ के लिए की गई व्यवस्थाओं में महत्वपूर्ण बुनियादी ढाँचे का विकास शामिल है, जो कि कुंभ मेला समाप्त होने के बाद भी शहर की सेवा करता रहेगा।

प्रधानमंत्री ने 21 लाख रुपये कुंभ मेले के सफाईकर्मियों के कोष में दान दिए

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अपनी निजी बचत से 21 लाख रुपये कुंभ मेले से जुड़े सफाईकर्मियों के कल्याण संबंधी कोष में 6 मार्च को दान दिए। प्रधानमंत्री कार्यालय के ट्वीट में कहा गया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अपने निजी बचत से 21 लाख रुपये की राशि कुंभ मेला के सफाईकर्मियों के कल्याण कोष में दान में दी।

प्रयागराज कुंभ मेला 2019 तीन क्षेत्रों में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल

प्रयागराज कुंभ मेला 2019 को तीन क्षेत्रों में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में रखा गया है। इसमें सबसे बड़ी यातायात और भीड़ प्रबंधन योजना, पेंट माई सिटी योजना के तहत सार्वजनिक स्थलों पर सबसे बड़ी पेंटिंग और सबसे बड़ा स्वच्छता और अपशिष्ट निपटान तंत्र शामिल हैं। इस उद्देश्य से गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की तीन सदस्यों वाली एक टीम ने प्रयागराज का दौरा किया।

28 फरवरी से 3 मार्च तक तीन दिनों तक इस टीम के सदस्यों के सामने बड़े पैमाने पर अभ्यास किया गया था। राजमार्ग पर 28 फरवरी को टीम के लिए लगभग 503 शटल बसों को सेवा में तैनात किया गया था। 1 मार्च को कई लोगों ने चित्रकला अभ्यास में भाग लिया और प्रयागराज कुंभ में सफाई में लगे 10 हजार कार्यकर्ताओं ने एक साथ अपने कर्तव्यों का पालन किया।