2014 से 2019 के दौरान शहरी कायाकल्प हेतु 10.31 लाख करोड़ रुपये का निवेश

| Published on:

वास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा शुरू किए गए प्रमुख मिशनों और कार्यक्रमों के कारण शहरों का शानदार कायाकल्प हो रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) कायाकल्प और शहरी बदलाव के लिए अटल मिशन, स्मार्ट सिटी मिशन न केवल देश के शहरी परिदृश्य में बदलाव ला रहे हैं, बल्कि नागरिकों के जीवनयापन को भी सरल बनाने का काम सुनिश्चित कर रहे हैं। वर्ष 2004 -2014 के दौरान किए गए कुल 1.57 लाख करोड़ रुपये के समग्र निवेश की तुलना में 2014 से 2019 के दौरान शहरी कायाकल्प में निवेश 10.31 लाख करोड़ रुपये हुआ, जो 554 प्रतिशत बढ़ोतरी को दर्शाता है। पीएमएवाई (यू), अमृत और एससीएम में लगभग 8 लाख करोड़ रुपये का निवेश हुआ है। आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा लागू किए जा रहे मिशन अपने लक्ष्य और समय-सीमा से आगे चल रहे है। शहरों के लिए यह बदलाव और प्रभाव आने वाले वर्षों में जारी रहेगा।

प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत कुल 4.83 लाख करोड़ रुपये के निवेश से 81 लाख से भी अधिक घरों के निर्माण की स्वीकृति से देश की शहरी गरीब आबादी के बड़े तबकों के लिए छत उपलब्ध कराने के उद्देश्य को पूरा करने में मदद मिली है। इनमें से 48 लाख घर निर्माण के विभिन्न चरणों में है। 26 लाख घर पूरा होने के बाद सौंप दिए गए हैं। वर्ष 2022 तक सभी को घर उपलब्ध कराने के मिशन लक्ष्य समय और निर्धारित लक्ष्य से आगे हैं। 13 लाख से अधिक घरों के निर्माण में नई प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जा रहा है। 1.26 लाख करोड़ रुपये की केंद्रीय सहायता निर्धारित की गई है, जिसमें से 51 हजार करोड़ रुपये जारी किए जा चुके हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक उपाय के रूप में घरों को महिला के नाम पर या संयुक्त स्वामित्व में उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) की क्रेडिट से जुड़ी सब्सिडी योजना के तहत 18 लाख प्रतिवर्ष तक की आय के मध्यम आय वर्ग के परिवारों को पहली बार घरों के लिए धनराशि उपलब्ध कराई जा रही है। घर के कारपेट एरिया को बढ़ाकर 200 वर्ग मीटर कर दिया गया है। 2005-2019 के दौरान सीएलएसएस के तहत 6.32 लाख से अधिक लोगों ने इससे लाभ उठाया है।