प्रथम चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की नियुक्ति

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            सरकार ने सैन्य मामलों का नया विभाग बनाया, सीडीएस होंगे इसके प्रमुख

भाजपानीत केंद्र की राजग सरकार ने रक्षा मंत्रालय में सैन्य मामलों का एक नया विभाग बनाया और नवनियुक्त चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत इसके प्रमुख होंगे। 31 दिसंबर को जारी एक सरकारी आदेश में यह जानकारी दी गई। थल सेना प्रमुख के रूप में तीन साल का कार्यकाल पूरा कर चुके जनरल रावत को 30 दिसंबर को देश का पहला सीडीएस नामित किया गया।
आदेश के अनुसार नए विभाग के पास तीनों सेनाओं- थल सेना, नौसेना और वायु सेना से संबंधित कार्य होंगे। इसके अलावा मौजूदा नियमों और प्रक्रियाओं के अनुसार पूंजीगत खरीद को छोड़कर सेवाओं के लिए विशिष्ट खरीद की भी जिम्मेदारी नए विभाग के पास होगी।

इस आदेश में कहा गया है कि विभाग संयुक्त और थिएटर कमानों की स्थापना सहित संचालन में सहयोग के जरिए संसाधनों के अधिकतम उपयोग के लिए सैन्य कमांड के पुनर्गठन की सुविधा सुनिश्चित करेगा। इसके अलावा यह संयुक्त योजनाओं और आवश्यकताओं के एकीकरण के जरिए सैन्य सेवाओं में खरीद, प्रशिक्षण और स्टॉफ की नियुक्ति की प्रक्रिया में समन्वय लाएगा। साथ ही, विभाग सेना में स्वदेश निर्मित उपकरणों के इस्तेमाल को बढ़ावा देगा।

राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने भारत सरकार (कामकाज का आवंटन) नियमावली, 1961 में बदलाव को मंजूरी दे दी और इसके बाद विभाग का गठन किया गया। इस परिवर्तन के बाद रक्षा मंत्रालय के अधीन अब पांच विभाग होंगे। इन विभागों में रक्षा विभाग, सैन्य मामलों के विभाग, रक्षा उत्पादन विभाग, रक्षा अनुसंधान और विकास विभाग और भूतपूर्व सैनिक कल्याण विभाग शामिल हैं।

सैन्य मामलों के विभाग में रक्षा मंत्रालय का एक एकीकृत मुख्यालय होगा, जिसमें थल सेना मुख्यालय, नौसेना मुख्यालय, वायु मुख्यालय, डिफेंस स्टाफ मुख्यालय और प्रादेशिक सेना शामिल होंगे। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 24 दिसंबर को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पद के सृजन को मंजूरी दी थी।

पृष्ठभूमि: 15 अगस्त, 2019 को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री द्वारा की गई घोषणा को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा था, ‘भारत में खंडित दृष्टिकोण नहीं होना चाहिए। हमारी पूरी सैन्य शक्ति को एकजुट होकर काम करना होगा और आगे बढ़ना होगा। सभी तीनों सेवाओं को एक साथ एक ही गति से आगे बढ़ना चाहिए। अच्छा सामंजस्य होना चाहिए और यह देशवासियों की आशा एवं आकांक्षाओं के लिए प्रासंगिक होना चाहिए। यह विश्व भर में बदलते युद्ध और सुरक्षा परिदृश्य के अनुरूप होना चाहिए। इस पद (सीडीएस) के सृजन के बाद तीनों ही सेनाओं को शीर्ष स्तर पर प्रभावशाली नेतृत्व सुनिश्चित होगा।’

प्रधानमंत्री ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का पद संभालने पर जनरल बिपिन रावत को बधाई दी

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने एक जनवरी को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का पद संभालने पर जनरल बिपिन रावत को बधाई दी। प्रधानमंत्री ने ट्वीट संदेश में कहा “मुझे इस बात की खुशी है कि जैसे ही हम नये वर्ष और नए दशक में प्रवेश कर रहे हैं, भारत को जनरल बिपिन रावत के रूप में अपना पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ मिल रहा है। मैं उन्हें बधाई देता हूं, और इस नयी जिम्मेदारी के लिए शुभकामनाएं देता हूं। वह एक निष्ठावान अधिकारी हैं जिन्होंने बड़े उत्साह के साथ देश की सेवा की है।”

श्री मोदी ने कहा कि ऐसे समय में जब देश का पहला सीडीएस अपना पदभार संभाल रहा है, मैं उन सभी को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं जिन्होंने हमारे राष्ट्र की सेवा की है और राष्ट्र के लिए बलिदान दिया है। मैं उन बहादुर जवानों को याद करता हूं जो करगिल युद्ध में शामिल हुए थे और जिसके बाद हमारी सेना में सुधार के लिए गहन चर्चाएं शुरु हुईं, जिसकी परिणति आज की ऐतिहासिक घटना के रूप में हुई है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि 15 अगस्त 2019 को लाल किले की प्राचीर से मैंने घोषणा की थी कि देश को जल्दी ही चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ मिलने वाला है। इस पद पर हमारी सेनाओं को आधुनिक बनाने की बड़ी जिम्मेदारी है। यह देश की एक अरब तीस करोड़ जनता की आकांक्षाओं और उम्मीदों को परिलक्षित करेगा।

उन्होंने कहा कि आवश्यक सैन्य विशेषज्ञता के साथ सैन्य मामलों के विभाग का गठन और सीडीएस के पद को संस्थागत रूप दिया जाना एक ऐसा महत्वपूर्ण और व्यापक सुधार है जो हमारे देश को आधुनिक समय के युद्ध की बदलती चुनौतियों का सामना करने में मदद करेगा।