सेना को जल्द मिलेगी घातक असॉल्ट राइफल AK-203

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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 3 मार्च को उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में स्थित कोरबा ऑर्डिनेंस फैक्टरी में AK सीरीज की सबसे अत्याधुनिक राइफल एके-203 के निर्माण की योजना का उद्घाटन किया। यह एके-47 राइफल का सबसे उन्नत संस्करण है।

एके-203 का मैकेनिज्म एके-47 राइफल की तरह ही है, लेकिन नई राइफल एके-47 की तुलना में ज्यादा सटीक मार करेगी। नई असॉल्ट राइफल में एके-47 की तरह ऑटोमैटिक और सेमी ऑटोमैटिक दोनों सिस्टम होंगे। एक बार ट्रिगर दबाकर रखने से गोलियां चलती रहेंगी।

एके-203 राइफल आयुध निर्माण बोर्ड (ओएफबी) और रूस की कंपनी कंसर्न क्लानिश्नकोव के बीच रक्षा सौदे पर करार हुआ है। भारत और रूस के संयुक्त उपक्रम में लगभग 7.5 लाख राइफलों का निर्माण होगा। यह ब्रह्मोस की तरह का संयुक्त उपक्रम मॉडल है। यहां न सिर्फ राइफलों को बनाया जाएगा, बल्कि भारत से इनका निर्यात भी किया जाएगा।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि अब कोरबा की ऑर्डिनेंस फैक्टरी में दुनिया की सबसे आधुनिक, उन बंदूकों में से एक- AK203 यानी क्लानिश्नकोव राइफलों की सीरिज का सबसे नवीन हथियार, ये हमारे अमेठी में बनाया जाएगा। ये राइफलें रूस और भारत का एक संयुक्त उपक्रम मिलकर बनाएगा।

श्री मोदी ने कहा कि थोड़ी देर पहले हमारे देश की पहली रक्षा मंत्री निर्मला जी ने रूस के राष्ट्रपति जी का संदेश भी यहां पढ़ा है। मैं अपने और भारत के बहुत करीबी दोस्त राष्ट्रपति पुतिन का इस साझेदारी के लिए बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं। ये संयुक्त उपक्रम बहुत कम समय में उनके सहयोग से संभव हुआ है। उनके मित्रतापूर्ण संदेश और शुभकामनाओं के लिए भी मैं राष्ट्रपति पुतिन का बहुत-बहुत आभारी हूं। साथ ही इस संयुक्त उपक्रम से जुड़े रूसी मित्रों को भी मैं धन्यवाद और बधाई और इसकी सफलता के लिए शुभकामनाएं देता हूं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ लोग दुनिया में घूमते-घूमते बताते रहते हैं हर गांव में जाकर- मेड इन उज्जैन, मेड इन जयपुर, मेड इन जैसलमेर, मेड इन बड़ौदा- भाषण करते रहते हैं। उनके भाषण, भाषण ही रह जाते हैं। ये मोदी है, अब मेड इन अमेठी AK203 राइफलों से आतंकियों और नक्सलियों के साथ होने वाली मुठभेड़ों में हमारे सैनिकों को निश्चित रूप से बहुत बढ़त मिलने वाली है।

उन्होंने कहा कि अमेठी की फैक्टरी में अब लाखों की तादाद में ये राइफलें बनाई जाएंगी। आगे जा करके यहां जो राइफल बनेगी, वो दुनिया के दूसरे देशों में भी निर्यात की जाएगी। इसलिए ये फैक्टरी अमेठी के नौजवानों के लिए रोजगार के नए अवसर भी ला रही है और देश के विकास और सुरक्षा के लिए भी एक नया रास्ता खोल रही है।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आज से जो काम यहां शुरू हो रहा है, ये काम 8-9 साल पहले शुरू हो जाना चाहिए था। कोरबा की इस फैक्टरी को बनाया ही इसलिए गया था कि यहां आधुनिक राइफल बनाई जाए, लेकिन इसकी पूर्ण क्षमता का कभी इस्तेमाल ही नहीं किया गया है। अमेठी की ये फैक्टरी इस बात की गवाह है कि पहले कैसे हमारी सेना और सुरक्षाबलों की आवश्यकताओं को नजरअंदाज कर दिया गया।

श्री मोदी ने कहा कि देश की सुरक्षा के लिए हमारी सेना ने साल 2005 में आधुनिक हथियार की अपनी जरूरत को तबकी सरकार के सामने रखा था। इसी को देखते हुए अमेठी में उस फैक्टरी के लिए काम शुरू हुआ। आपके यहां के सांसद, जब 2007 में इसका शिलान्यास किया- तब ये कहा गया था कि साल 2010 से इसमें काम शुरू हो जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि काम शुरू होना तो दूर, शिलान्यास के बाद के तीन साल तक पहले की सरकार ये ही तय नही कर पाई कि यहां की ऑर्डिनेंस फैक्टरी में किस तरह के हथियार बनाए जाएंगे। इतना ही नहीं- ये फैक्टरी बनेंगी कहां, इसके लिए जमीन तक उपलब्ध नहीं कराई गई।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस फैक्टरी में साल 2010 में काम शुरू हो जाना चाहिए था, उसकी बिल्डिंग 2013 तक लटकी रही। बिल्डिंग बनने के बाद जैसे-तैसे यहां काम तो शुरू हुआ, क्योंकि सामने चुनाव था, कुछ तो दिखावा करना जरूरी था, लेकिन आधुनिक राइफल तब भी नहीं बनी। श्री मोदी ने कहा िक ये भी मत भूलिए- उन्होंने कहा था कि 1500 नौजवानों को रोजगार देने का वादा किया था। इस अमेठी की बात है, देश की नहीं कर रहा हूं, लेकिन इतनी बड़ी बातें करने वाले लोगों ने अमेठी के लोगों की आंखों में धूल झोंकी और सिर्फ 200 लोगों को काम मिला और आज देशभर में रोजगार के भाषण देते घूम रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि अब आज इतने वर्षों के इंतजार के बाद अमेठी की ऑर्डिनेंस फैक्टरी में दुनिया की सबसे आधुनिक राइफलों में से एक का निर्माण शुरू होने जा रहा है।

उन्होंने कहा कि मैं आपसे जानना चाहता हूं क्या आधुनिक राइफलें न बनाकर हमारे वीर जवानों के साथ अन्याय नहीं हुआ? क्या ऑर्डिनेंस फैक्टरी की पूर्ण क्षमता का इस्तेमाल न करके यहां के संसाधनों के साथ अन्याय नहीं हुआ? क्या रोजगार न देकर अमेठी के नौजवानों के साथ अन्याय नहीं हुआ?

श्री मोदी ने कहा कि पहले जो सरकार थी, उसने सुरक्षाबलों की सुरक्षा को नजरअंदाज करने में कोई कोर-कसर बाकी नहीं रखी। हमारे वीर जवानों को बुलेटप्रूफ जैकेट के लिए कैसे तरसाया गया। साल 2009 में सेना ने एक लाख 88 हजार बुलेट प्रूफ जैकेट की मांग की थी। बिना बुलेट प्रूफ जैकेट के हमारा जवान दुश्मन की सेना की गोलियों और आतंकियों की छापामार कार्रवाई का सामना कर रहा था। अपनी जान की बाजी लगाकर आतंकियों के साथ खतरनाक एनकाउंटर करता था।

श्री मोदी ने कहा कि 2009 से लेकर 2014 तक, पांच साल कम समय नहीं होता है, लेकिन सेना के लिए बुलेट प्रूफ जैकेट नहीं खरीदी गई। ये हमारी ही सरकार है, जिसने बीते साढ़े चार वर्षों में दो लाख 30 हजार से ज्यादा बुलेट प्रूफ जैकेट खरीदने का ऑर्डर दे दिया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं आज अमेठी में आया हूं तो आप लोगों से जानना चाहता हूं कि देश के वीर जवानों को राइफल का इंतजार कराने वाले, बुलेट प्रूफ जैकेट का इंतजार कराने वाले ये लोग कौन थे? मैं किसी का नाम नहीं लूंगा, लेकिन आप भलीभांति जानते हैं कि कौन लोग थे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे देश को आधुनिक राइफल ही नहीं, आधुनिक बुलेट प्रूफ जैकेट ही नहीं, आधुनिक तोप के लिए भी इन्हीं लोगों ने इंतजार कराया है। ये हमारी ही सरकार है जिसने आधुनिक तोप को सौदा किया और अब तो भारत में ही ये बनाई जा रही है।

श्री मोदी ने कहा कि आधुनिक तोप की ही तरह आधुनिक लड़ाकू विमानों के लिए हमारी वायुसेना दशकों से कह रही थी, लेकिन जिनकी नीयत ही खराब हो, उनको भला वायुसेना की आवाज कहां सुनाई देगी। ये लोग सालों तक राफेल विमानों के सौदे पर बैठे रहे और जब सरकार जाने की बारी आई तो उसको ठंडे बस्ते में फेंक दिया। ये हमारी ही सरकार का प्रयास है कि अगले ही कुछ महीनों में पहला राफेल विमान भारत के आसमान में होगा, लेकिन ये लोग अभी भी ये राफेल विमानों के सौदे को अपने निजी स्वार्थ के लिए, निजी हित के लिए, उसको भी नाकाम कराने के लिए, कुछ न कुछ नए-नए नखरे कर रहे हैं।

श्री मोदी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से लेकर सीएजी तक, हर संस्था कह रही है कि भारत सरकार ने सही निर्णय किया है, सही समय पर किया है, सही सौदा किया है और देश के हित में किया है, लेकिन ये लोग झूठ पर झूठ बोले जा रहे हैं। रक्षा सौदे में कमीशन न मिलने की बौखलाहट क्या होती है, ये कुछ लोगों के चेहरों पर साफ देखी जा सकती है।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आधे-अधूरे मन से जैसे इन लोगों ने देश की सुरक्षा की परवाह नहीं की, वैसा ही व्यवहार अमेठी के लोगों के साथ भी किया गया है। अमेठी के लिए क्या-क्या कहा गया था, लेकिन आज अमेठी की स्थिति क्या है, ये आपसे बेहतर कौन जानता है।

श्री मोदी ने कहा कि जब नीयत न हो, जब गरीब का भला करने की मंशा न हो, जब लोगों से सिर्फ झूठ ही झूठ बोलना हो तो यही परिणाम आता है। आप याद करिए, यहां पर लगी स्टील फैक्टरी भी सिर्फ इसलिए चली गई, क्योंकि इसके लिए गैस की व्यवस्था नहीं की गई। यहां के मेघापुर फूडपार्क के साथ भी यही किया गया। वहीं, हमने स्टील फैक्टरी के बारे में सोचा तो गैस पाइप लाइन की व्यवस्था की। अब ये स्टील फैक्टरी अमेठी को रोजगार देने के लिए और देश में स्टील उत्पादन को और गति देने के लिए तैयार है।