नहीं रहे अरुण जेटली

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                                (28 दिसम्बर 1952 – 24 अगस्त 2019)

देश के पूर्व वित्त मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री अरुण जेटली नहीं रहे। उनका निधन 24 अगस्त को नई दिल्ली के एम्स अस्पताल में हुआ। वे 66 वर्ष के थे। उनके निधन पर राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री समेत देश-विदेश के प्रमुख नेतागण व व्यक्तियों ने गहरा शोक व्यक्त किया।

श्री अरुण जेटली कुछ समय से बीमार चल रहे थे। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के नए मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह से ठीक पहले उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा था कि वह स्वास्थ्य कारणों से नई सरकार में मंत्री नहीं बनना चाहते। इलाज एवं स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं।

दिल्ली स्थित निगमबोध घाट पर हुए श्री जेटली के अंतिम संस्कार में उपराष्ट्रपति सर्वश्री वेंकैया नायडू, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, केंद्रीय गृह मंत्री व भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, स्मृति ईरानी और अनुराग ठाकुर, भाजपा सांसद विजय गोयल और विनय सहस्रबुद्धे, कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और कपिल सिब्बल, राकांपा नेता पी प्रफुल पटेल समेत अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।

महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, बिहार, उत्तराखंड और दिल्ली के मुख्यमंत्रियों क्रमश: सर्वश्री देवेंद्र फड़णवीस, विजय रुपाणी, बी एस येदियुरप्पा, नीतीश कुमार, त्रिवेंद्र सिंह रावत और अरविंद केजरीवाल भी अंतिम संस्कार में मौजूद थे।

विदेश की यात्रा पर गए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने श्री जेटली को भावुक श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वह कल्पना नहीं कर सकते कि वह भारत से दूर बहरीन में है, जब उनका ‘‘प्रिय दोस्त” और पार्टी सहयोगी नयी दिल्ली में उन्हें छोड़कर चला गया।

श्री मोदी ने ट्वीट में लिखा, “मैंने एक अहम दोस्त खो दिया है, जिन्हें दशकों से जानने का सम्मान मुझे प्राप्त था। मुद्दों पर उनकी समझ बहुत अच्छी थी। वो हमें अनेक सुखद स्मृतियों के साथ छोड़ गए। हम उन्हें याद करेंगे।”

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने यह भी लिखा कि बीजेपी और अरुण जेटली के बीच एक ना टूटने वाला बंधन था। उन्होंने ट्वीट किया, “एक तेजस्वी छात्र नेता के तौर पर उन्होंने आपातकाल के समय हमारे लोकतंत्र की सबसे आगे होकर रक्षा की थी। वो हमारी पार्टी के लोकप्रिय चेहरा थे। जिन्होंने समाज के अलग-अलग तबकों तक पार्टी के कार्यकर्मों और विचारों को स्पष्ट रूप से पहुंचाया।”

जीवन परिचय

श्री अरुण जेटली का जन्म 28 दिसंबर 1952 को नई दिल्ली में हुआ। इनकी प्रारंभिक शिक्षा नई दिल्ली के सेंट जेवियर स्कूल में हुई। 1973 में इन्होंने श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से स्नातक की पढ़ाई पूरी की और 1977 में दिल्ली विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री प्राप्त की। इस दौरान वे पढ़ाई के साथ-साथ अन्य कार्यक्रमों में भी भाग लेते रहे। श्री जेटली 1974 में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गए।
आपातकाल (1975-77) के दौरान वे 19 महीने जेल में रहे। 1980 में भाजपा में शामिल हो गए और 1991 में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में अपनी जगह बनाई। श्री अरुण जेटली 1989 में अडिशनल सॉलिसिटर जनरल बने।

प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए की सरकार में उन्हें 13 अक्टूबर 1999 को सूचना प्रसारण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नियुक्त किया गया। इसके अलावा पहली बार एक नया मंत्रालय बनाते हुए उन्हें विनिवेश राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नियुक्त किया गया। 23 जुलाई 2000 को जेटली को कानून, न्याय और कंपनी मामलों के मंत्री का अतिरिक्त कार्यभार भी सौंपा गया।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार के 2014-19 के कार्यकाल के दौरान देश के वित्त मंत्री के रूप में उन्होंने अमिट छाप छोड़ी। इनके समय में जीएसटी, नोटबंदी, जनधन योजना, जैसे महत्वपूर्ण कदम उठाए गए। महंगाई को काबू में रखने का श्रेय भी श्री जेटली को जाता है।

श्री अरुण जेटली को दो बार रक्षा मंत्रालय का प्रभार मिलने का सौभाग्य भी प्राप्त था। मई 2014 में मोदी सरकार बनने के बाद इन्हें वित्त और रक्षा मंत्रालय का प्रभार दिया गया। वे 2014 में रक्षा मंत्री रहे, लेकिन बाद में श्री मनोहर पर्रिकर रक्षा मंत्री बनाए गए। लेकिन श्री पर्रिकर के गोवा का मुख्यमंत्री बनने के बाद जेटली को 2017 में दोबारा यह प्रभार दिया गया।

अरुण जेटली के निधन से मैंने एक बहुमूल्य मित्र खो दिया है : नरेन्द्र मोदी.

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्व वित्त मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली के निधन पर दु:ख व्यक्त किया। अपने शोक संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा, “अरुण जेटली जी असाधारण राजनीतिज्ञ, बुद्धिजीवी और कानून के जानकार थे। वह स्पष्टवादी नेता थे जिन्होंने भारत को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनका जाना बेहद दुखद है। मैंने उनकी पत्नी संगीता जी और पुत्र रोहन से बात की है, और अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। ओम शान्ति।”

श्री मोदी ने कहा कि जीवन से भरपूर, हाजिरजवाब, विनोदी स्वभाव के और प्रतिभावान, अरुण जेटली जी को समाज के हर वर्ग के लोग चाहते थे। वह बहुमुखी प्रतिभा के धनी, भारत के संविधान, इतिहास, शासकीय नीति, शासन और प्रशासन के बारे में गहरी जानकारी रखते थे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि अपने लंबे राजनीतिक जीवन के दौरान अरुण जेटली जी ने अनेक मंत्रालयों में जिम्मेदारियां संभाली, जिससे वह भारत के आर्थिक विकास, हमारी रक्षा क्षमताओं को मजबूत बनाने, लोगों के अनुकूल कानून बनाने और अन्य देशों के साथ व्यापार बढ़ाने की दिशा में योगदान देने में सक्षम हुए।

उन्होंने कहा कि भाजपा और अरुण जेटली जी का अटूट बंधन था। जोशीले छात्रनेता के रूप में आपातकाल के दौरान वह लोकतंत्र की रक्षा में अग्रणी रहे। वह हमारी पार्टी के चहेते थे, जो पार्टी के कार्यक्रमों और विचारधारा की समाज में विस्तृत पहुंच बना सकते थे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि अरुण जेटली के निधन से मैंने एक बहुमूल्य मित्र खो दिया है मुझे उन्हें कई दशकों से जानने का गौरव प्राप्त था। मुद्दों पर उनकी अंतरदृष्टि और उनकी बारीक समझ की तुलना नहीं की जा सकती। उन्होंने सम्मानित जीवन जिया, वह हमारे साथ अनेक अच्छी स्मृतियां छोड़ गए हैं। उनकी कमी हमेशा खलेगी।

वे एक आदर्श कार्यकर्ता और लोकप्रिय जन-प्रतिनिधि थे : अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री एवं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने अपने शोक संदेश में कहा कि पूर्व वित्त मंत्री एवं रक्षा मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ श्री अरुण जेटली जी के निधन से मन अत्यंत दु:खी और मर्माहत है। उनका जाना मेरे लिए एक व्यक्तिगत क्षति है। उनके रूप में मैंने न सिर्फ संगठन का एक वरिष्ठ नेता खोया है, बल्कि परिवार का एक ऐसा अभिन्न सदस्य भी खोया है जिनका साथ और मार्गदर्शन मुझे वर्षों तक प्राप्त होता रहा। श्री जेटली ने एक प्रखर वक्ता, प्रसिद्ध अधिवक्ता, एक आदर्श कार्यकर्ता, लोकप्रिय जन-प्रतिनिधि, कर्मठ मंत्री एवं कुशल प्रशासक के रूप में देश की राजनीति में एक अलग छाप छोड़ी है।

उन्होंने कहा कि खुशमिजाज व्यक्तित्व वाले जेटली जी से मिलना और उनसे विचार-विमर्श करना सभी के लिए एक सुखद अनुभव होता था। आज उनके जाने से भारतीय राजनीति और भारतीय जनता पार्टी में एक ऐसी रिक्तता आयी है जिसकी भरपाई होना जल्दी संभव नहीं है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार के 2014-19 के कार्यकाल के दौरान देश के वित्त मंत्री के रूप में उन्होंने अपनी अमिट छाप छोड़ी और प्रधानमंत्री जी की गरीब कल्याण की परिकल्पनाओं को जमीन पर उतारा और हिन्दुस्तान को विश्व की सबसे तेज गति से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था के रूप में प्रतिष्ठित किया।

श्री शाह ने कहा कि काले धन पर कार्यवाही की बात हो, एक देश-एक कर ‘जीएसटी’ के स्वप्न को साकार करने की बात हो, नोटों के विमुद्रीकरण की बात हो या आम आदमी को राहत पहुंचाने की बात, उनके हर निर्णय में देश और देश की आम जनता का कल्याण निहित था। देश उन्हें उनके अत्यंत सरल, संवेदनशील, सशक्त, ऊर्जावान एवं प्रभावशाली व्यक्तित्व के लिए सदैव याद रखेगा।

उन्होंने कहा कि अरुण जी ने 1975 में इंदिरा गांधी द्वारा देश पर थोपे गए आपातकाल के दौरान लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष किया था, कांग्रेस सरकार की दमनकारी नीति के खिलाफ आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लिया और जेल गए थे। वे भारतीय जनता युवा मोर्चा के भी संयोजक रहे। श्रद्धेय अटल बिहार वाजपेयी जी के नेतृत्व वाली भाजपा-नीत एनडीए सरकार में कई मंत्रालयों को जिम्मेदारी से संभाला। 2009 से 2014 तक वे राज्य सभा में विपक्ष के नेता रहे।

श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बनने वाली सरकार में उन्होंने 2014-19 के दौरान वित्त मंत्रालय एवं रक्षा मंत्रालय के दायित्वों को संभाला और कई महत्वपूर्ण आर्थिक सुधारों को लागू करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। अपने अद्वितीय अनुभव और विरले क्षमता से अरुण जी ने संगठन और सरकार में विभिन्न दायित्वों का निर्वाह किया।

उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री के रूप में श्री जेटली ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश के गांव, गरीब, किसान, दलित, पीड़ित, शोषित, वंचित, युवा एवं महिलाओं के कल्याण के लिए कई योजनाओं की शुरुआत की। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर उन्होंने कई ऐसे निर्णय लिए जो देश में एक ‘ईमानदार अर्थव्यवस्था’ को स्थापित करने में महत्वपूर्ण कारक सिद्ध हुए। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ज के ‘न्यू इंडिया’ के स्वप्न को साकार करने के लिए कई योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू किया।

श्री शाह ने कहा कि श्री जेटली पार्टी के कुशल रणनीतिकार भी थे। चुनावों के दौरान उन्होंने हर समय अपनी कुशल सांगठनिक क्षमता के परिचय देते हुए भारतीय जनता पार्टी के एक समर्पित कार्यकर्ता के रूप में कार्य किया। एक प्रतिष्ठित कानूनविद के रूप में भी उनका कोई सानी नहीं था। पार्टी और देश सदैव उनके योगदान के लिए उनका ऋणी रहेगा।

उन्होंने कहा कि मैं भारतीय जनता पार्टी के करोड़ों कार्यकर्ताओं, भाजपा नेतृत्व और व्यक्तिगत तौर पर भी उनके परिजनों, समर्थकों व शुभचिंतकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए भावुक हृदय से श्री अरुण जेटली जी को अंतिम विदाई दे रहा हूं। ईश्वर दिवंगत आत्मा को चिर शांति प्रदान करे एवं उनके परिजनों को इस गहरे आघात को सहन करने की शक्ति प्रदान करे। ॐ शांति शांति शांति!

अरुण जी ने अपना सम्पूर्ण जीवन समाज को समर्पित कर दिया : जगत प्रकाश नड्डा

भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने पूर्व वित्त मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री अरुण जेटली के निधन पर दु:ख व्यक्त किया। एक ट्वीट में उन्होंने कहा, “भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री अरुण जेटली जी का निधन मेरे लिए अत्यंत असहनीय है। अरुण जी ने अपना सम्पूर्ण जीवन समाज और भाजपा को समर्पित कर दिया। विगत कई वर्षों में हर विषय पर उनका मार्गदर्शन मिला। ईश्वर पुण्य आत्मा को शान्ति प्रदान करें और एवं शोकाकुल परिजनों को शक्ति प्रदान करें।

अगले ट्वीट में उन्होंने कहा, “अरुण जी के जाने से भारतीय राजनीति में जो शून्य आया है, उसकी पूर्ति कभी नहीं हो सकती है। संसद के अंदर उनके प्रभावी भाषणों की गूंज, कठिन से कठिन समस्या के समय भी उनका मुस्कराता हुआ चेहरा सदैव हमारे साथ रहेगा। अरुण जी के विचार सदैव हमारा मार्गदर्शन करते रहेंगे। ॐ शांति शांति।

ट्वीट में श्री नड्डा ने कहा, “संगठन एवं सरकार में अनेक दायित्व पर रहते हुए श्री अरुण जेटली जी राष्ट्र सेवा में समर्पित रहे। भारत की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करना हो, देश की रक्षा व्यवस्था को मज़बूत करना हो, प्रत्येक जगह पर देश को विश्व में अग्रिम पंक्ति में स्थापित करने में उनकी भूमिका अतुलनीय है।

श्री अरुण जेटली के निधन से बहुत दु:खी हूं। उन्होंने साहस और गरिमा के साथ लंबी बीमारी से जंग लड़ी। एक प्रतिभाशाली वकील, अनुभवी सांसद और प्रतिष्ठित मंत्री के रूप में उन्होंने राष्ट्र के निर्माण में बड़ा योगदान दिया।
— रामनाथ कोविंद, राष्ट्रपति

वह दशकों तक पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता रहे। जब मैं पार्टी अध्यक्ष था तो उन्हें कोर टीम में शामिल किया गया था। वह जल्द ही पार्टी के सबसे प्रमुख नेताओं में से एक बन गए।
— लालकृष्ण आडवाणी, वरिष्ठ भाजपा नेता

जेटली जी को हमेशा अर्थव्यवस्था को संकट से निकालने और पटरी पर लाने के लिए याद किया जाएगा। बीजेपी को अरुण जी की कमी खलेगी। मैं उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।
अरुण जेटली जी ने कई क्षमताओं में देश की सेवा की और वो सरकार और पार्टी के लिए एक संपत्ति की तरह थे। हर मुद्दे पर उनकी गहरी समझ होती थी। उन्होंने अपने ज्ञान और बात करने के स्पष्ट तरीके की बदौलत कई दोस्त बनाए।
— राजनाथ सिंह, केंद्रीय रक्षा मंत्री

जेटली का निधन राष्ट्र के लिए एक अपूरणीय क्षति : एम. वेंकैया नायडू



उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री अरुण जेटली के निधन पर दु:ख व्यक्त किया। अपने शोक संदेश में उन्होंने कहा कि श्री जेटली एक उत्कृष्ट सांसद, कानून के जानकार, बुद्धिजीवी, एक सक्षम प्रशासक और सत्यनिष्ठ व्यक्ति थे। श्री जेटली ने देश में जीएसटी की शुरुआत करने और विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच आम सहमति बनाने के लिए कड़ी मेहनत की। उपराष्ट्रपति ने कहा कि मैं अपने पुराने मित्र और निकटतम सहयोगियों में से एक श्री अरुण जेटली के निधन की खबर सुनकर स्तब्ध हूं। उनका निधन राष्ट्र के लिए एक अपूरणीय और मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। मेरे पास दु:ख व्यक्त करने के लिए शब्द नहीं हैं।

उन्होंने कहा कि उत्कृष्ट सांसद, कानून के जानकार, बुद्धिजीवी, एक कुशल प्रशासक और बेहद ईमानदार श्री जेटली ने श्री अटल बिहारी वाजपेयी और श्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडलों में केन्द्रीय मंत्री के रूप में महत्वपूर्ण मंत्रालयों को कुशलता से संभालकर विशिष्टता हासिल की। उन्हें सर्वश्रेष्ठ सांसद का पुरस्कार प्राप्त था। उपराष्ट्रपति ने कहा कि श्री जेटली ने देश में जीएसटी की शुरुआत करने और विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच आम सहमति बनाने के लिए कड़ी मेहनत की। उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर समय-समय पर जनता के साथ संवाद कायम किया। वह जटिल से जटिल मुद्दों को साधारण तरीके से सुलझा लेते थे।

शोक संदेश

अरुण जेटली के असामयिक निधन से गहरा दु:ख हुआ है। एक दिन पहले ही एम्स जाकर उनसे मुलाकात की थी और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की थी। उन्हें हमेशा याद किया जाएगा। उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं।
– प्रणब मुखर्जी, पूर्व राष्ट्रपति

अरुण जेटली एक प्रमुख वकील, बेहतर वक्ता, अच्छे प्रशासक और बेहतर सांसद थे। दु:ख की इस घड़ी में परिवार के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करता हूं। ईश्वर से प्रार्थना है कि उन्हें इस दु:ख को सहन करने की शक्ति प्रदान करे।
– मनमोहन सिंह, पूर्व प्रधानमंत्री

एक प्रतिभाशाली और विद्वान राजनेता अब हमारे बीच नहीं रहा। जेटली ने बहुत कम उम्र में अपने सामाजिक और राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी। देश विभिन्न क्षेत्रों में विकास के पथ पर आगे बढ़ा है, जिसमें उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।
– मोहन भागवत, संघ प्रमुख

देश ने प्रख्यात वरिष्ठ अधिवक्ता और कद्दावर नेता को खो दिया। अरुण जेटली के निधन से निजी तौर पर मैं बेहद दु:खी हूं। उनके परिवार के प्रति मैं गहरी संवेदना जाहिर करता हूं और ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थना करता हूं।
– रंजन गोगोई, मुख्य न्यायाधीश, सर्वोच्च न्यायालय

मैंने उन्हें तब से जानता हूं जब वह विद्यार्थी परिषद के छात्र नेता थे। उन्होंने भाजपा के विस्तार में बहुत योगदान दिया है। भाजपा अध्यक्ष रहने के दौरान विभिन्न मामलों पर उनके सुझाव लेता था। वह पार्टी की विचारधारा के लिए समर्पित थे।
– नितिन गडकरी, केंद्रीय मंत्री

अरुण जेटली लंबे समय तक सार्वजनिक जीवन में रहे। सांसद और मंत्री के रूप में लोगों के लिए उनके योगदान को सदैव याद किया जाएगा। उनकी बुद्धिमत्ता, क्षमता और संवाद करने की कला हर रूप में दिखाई देती थी। वह भी राष्ट्र के लिए बहुत कुछ करने में सक्षम थे।
– सोनिया गांधी, कांग्रेस नेता

अरुण जेटली जी के निधन का समाचार अत्यंत दु:खद है। उनके परिवार के लिए शोक व्यक्त करता हूं। अपने छात्र जीवन से संसद तक दशकों से हम एक दूसरे से परिचित रहे।
– सीताराम येचुरी, माकपा महासचिव

श्री अरुण जेटली के जाने से हुई क्षति को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। हममें से कइयों के मेंटर, मार्गदर्शक और एक नैतिक सहयोग और ताक़त देने वाले शख्स। एक बड़े दिल वाले उम्दा इंसान। हर वक्त किसी की भी मदद के लिए तैयार। उनकी बुद्धिमत्ता, दूरदर्शिता, निपुणता का कोई मुक़ाबला नहीं कर सकता।
— निर्मला सीतारमण, वित्त मंत्री