अटल जी का ड्रीम प्रोजेक्ट था ‘अटल सुरंग’ : जगत प्रकाश नड्डा

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने 3 अक्टूबर को देश के यशस्वी प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा हिमाचल प्रदेश के रोहतांग में सामरिक रूप से महत्वपूर्ण सभी मौसम में खुली रहने वाली अटल सुरंग के उद्घाटन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का हार्दिक आभार व्यक्त किया। 2014 के बाद से इस परियोजना को तेजी से निष्पादित करने और राज्य के लोगों की दशकों पुरानी मांग को पूरा करने के लिए मैं देश के यशस्वी प्रधानमंत्री जी को हार्दिक धन्यवाद देता हूं। समुद्र तल से करीब तीन हजार मीटर की ऊंचाई पर बनी लगभग 9.02 किलोमीटर लंबी ‘अटल सुरंग’ दुनिया में सबसे लंबी राजमार्ग सुरंग है जो वर्ष भर देश को लाहौल स्पीति घाटी से जोड़े रखेगी। पहले घाटी करीब छह महीने तक भारी बर्फबारी के कारण शेष हिस्से से कटी रहती थी।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि लगभग 3,300 करोड़ रुपए की कीमत से बनी अटल सुरंग देश की रक्षा के नजरिए से बहुत महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री जी ने दिसंबर 2019 में श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के सम्मान में सुरंग का नाम ‘अटल सुरंग’ रखने का निर्णय किया था। इस सुरंग से मनाली से केलांग की दूरी 3-4 घंटे कम हो ही जाएगी और अब मात्र महज डेढ़ घंटे में तय की जा सकेगी। इससे मनाली और लेह के बीच की दूरी भी अब 46 किलोमीटर कम हो गई है।

श्रद्धेय अटल बिहारी जी से मनाली में हुई एक मुलाक़ात का जिक्र करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि इस सुरंग की नींव श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने 2002 में रखी थी। उन्होंने कहा कि श्रद्धेय अटल जी ने इस सुरंग के शिलान्यास के समय कहा था कि ये पत्थर हिमाचल प्रदेश के विकास की नींव का पत्थर है।

श्री नड्डा ने कहा कि भाजपा के केंद्र की सत्ता से हटने के बाद श्रद्धेय अटल जी एक बार मनाली आये थे तो उन्होंने मुझसे पूछा था कि सुरंग का काम कैसा चल रहा है तो मैंने उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत कराया कि सुरंग का काम काफी धीमा चल रहा है। तब इस पर श्रद्धेय अटलजी ने कहा कि सुरंग के शिलान्यास का पत्थर जो मैंने रखा है, यह मेरे दिल पर रखा गया है। तो मुझे इस बात की हार्दिक ख़ुशी है कि हिमाचल प्रदेश के विकास के जिस पत्थर को श्रद्धेय अटल जी ने रखा था, कांग्रेस ने जिस पत्थर को प्रदेश के विकास का रोड़ा बना दिया था, उसे हटा कर मां भारती के सच्चे सपूत प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश में विकास के एक नए अध्याय की शुरुआत की है।

उन्होंने कहा कि अटल सुरंग के उद्घाटन से आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने न केवल मनाली और लाहौल स्पीति के बीच की दूरियां ख़त्म की हैं, बल्कि उन्होंने हिमाचल में विकास की गति को तेज करने की राह में आई दूरियों और प्रदेश के आगे बढ़ने के नए विजन और उसके क्रियान्वयन के बीच की भी दूरियों को भी ख़त्म किया है। इससे हिमाचल प्रदेश की वादियों में विकास की एक नई सुबह हुई है। यह श्रद्धेय अटल जी का ड्रीम प्रोजेक्ट था।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि ‘अटल सुरंग’ माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दिल के भी बहुत करीब है जिन्होंने हमारी रक्षा नीति के लिए इसके रणनीतिक महत्व की कल्पना की थी। उन्होंने हिमाचल में भाजपा की सेवा करने के दौरान राज्य के लिए इसके महत्व को महसूस किया था।

श्री नड्डा ने कहा कि ‘अटल सुरंग’ भारत के बॉर्डर इंफ्रास्ट्रक्चर को नई ताकत देगी। प्रधानमंत्री जी के शब्दों में यह विश्व स्तरीय बॉर्डर कनेक्टिविटी का जीता-जागता उदाहरण है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार ने विगत 6 वर्षों में पुरानी स्थिति को बदलने की दिशा में अभूतपूर्व प्रयास किया है। सीमावर्ती क्षेत्रों हिमालय क्षेत्र, जम्मू-कश्मीर, कारगिल, लेह-लद्दाख, उत्तराखंड और सिक्किम में अनेक प्रोजेक्ट्स पूरे किए जा चुके हैं। साथ ही दर्जनों प्रोजेक्ट्स पर तेजी से काम चल रहा है। इस सुरंग के बन जाने से से मनाली और लाहौल स्फीति घाटी सालों भर एक-दूसरे से जुड़े रह सकेंगे। इससे पहले बर्फबारी की वजह से लाहौल स्फीति घाटी साल के 6 महीनों तक देश के बाकी हिस्सों से कट जाती थी।

श्री नड्डा ने कहा कि रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण अटल सुरंग न केवल कनेक्टिविटी, बल्कि हमारी बॉर्डर इंफ़्रास्ट्रक्चर को भी मजबूत करेगी। विश्वस्तरीय बॉर्डर कनेक्टिविटी का जीता-जागता उदाहरण ‘अटल सुरंग’ पूरे साल मनाली और लाहौल-स्पीति घाटी को जोड़े रखेगी। यह मनाली और केलांग के बीच की दूरी को भी काफी कम करेगी।