राष्ट्रीय पुनर्निर्माण के लक्ष्यों के प्रति समर्पित भाजपा

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6 अप्रैल 2018 को अपने 38वें स्थापना दिवस पर भाजपा अब राष्ट्रीय पुनर्निर्माण के लक्ष्यों के प्रति पुन: अपने आपको समर्पित कर रही है। यह अनेक मायनों में संतोष के साथ अपनी अब तक की यात्रा को देख सकती है। इसकी वैचारिक से लेकर संगठनात्मक और चुनावी उपलब्धियों ने इतिहास के पृष्ठों पर अपनी अमिट निशान छोड़ चुकी हैं। वैचारिक प्रतिबद्धता तथा सैद्धांतिक राजनीति में निष्ठा रखने वाले दल के रूप में भाजपा ने देश की राजनीति में शान से अपना अनूठा स्थान बनाया है। ग्यारह करोड़ से अधिक सदस्यता के साथ आज भाजपा विश्व का सबसे बड़ा राजनैतिक संगठन बन चुका है। जहां तक चुनावी सफलता की बात है, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में यह स्पष्ट बहुमत से 2014 का लोकसभा चुनाव जीत चुकी है। ऐसा तीन दशकों के बाद संभव हो सका कि किसी राजनैतिक दल को लोकसभा में स्पष्ट बहुमत मिला हो। इतना ही नहीं, चुनाव–दर–चुनाव जीतते हुए आज देश के 22 राज्यों में इसने स्वयं या सहयोगियों के साथ सरकारें बनाई हैं। पंचायत से लेकर पार्लियामेंट तक देश की जनता अपनी आशाओं एवं आकांक्षाओं के प्रहरी के रूप में भाजपा की ओर देख रही है। यह सब उन लोगों के लिये चमत्कार से कम नहीं, जिन्होंने भाजपा को 2 सीटों से बढ़कर संसद में पूर्ण बहुमत एवं 22 प्रदेशों में सरकार बनाते हुए देखा है। भाजपा ने भारतीय राजनीति का चित्र हमेशा के लिए बदल दिया है और यह देश की राजनीति की धुरी के रूप में उभरी है।

भाजपा देश में जन–जन के लिये आशा की किरण बनकर उभरी है। स्वतंत्रता के पश्चात् यह अपेक्षा थी कि सदियों की गुलामी से उभरे दागों को कांग्रेस धो देगी, परन्तु जब कांग्रेस स्वतंत्रता आंदोलन के महान् आदर्शों से विमुख हुई तथा सत्ता केंन्द्रित एवं वंशवादी राजनीति को अपना लिया, तब हर क्षेत्र में यह भ्रष्टाचार, कुशासन, नीतिगत–पंगुता तथा दिशाहीन राजनीति की पर्याय बन गई। यह इस हद तक गई कि इसने देश पर आपातकाल थोपा तथा लोकतंत्र एवं संविधान का गला घोंट दिया। साथ ही, यह एक ऐसी पार्टी के रूप में सामने आई जो येन-केन प्रकारेण सत्ता से चिपकी रहना चाहती है तथा विभाजनकारी राजनीति से भ्रष्टाचार एवं वंशवाद को सींचना अपना परम कर्तव्य समझती है। विदेशी आक्रांताओं के आघातों से त्रस्त भारत के लिये भाजपा एक समाधान के रूप में सामने आई, जिसके ऊपर देश को कांग्रेस के लंबे कुशासन, भ्रष्टाचार एवं अकर्मण्यता से उबारने का दायित्व है। एक ओर जहां इसने आपातकाल के विरुद्ध गौरवपूर्ण संघर्ष किया, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के कुशासन एवं भ्रष्टाचार के विरुद्ध लंबी लड़ाई छेड़ी। जब भी इसे जनसेवा का अवसर मिला राज्यों में इसकी सरकारों ने उच्च मानदंड स्थापित किये। गुजरात, मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकारों की उपलब्धियों ने विकास एवं सुशासन के नये आयाम गढ़े। अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में केन्द्र में भाजपा–नीत राजग सरकार ने हर क्षेत्र में स्वर्णिम उपलब्धियों से देश को एक नई ऊंचाई दी। कांग्रेस–नीत यूपीए के 10 वर्षों के कुशासन, भ्रष्टाचार एवं नीतिगत–पंगुता के बाद नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश की जनता ने भाजपा नीत राजग को भारी जनादेश दिया। उस समय से देश व्यापक परिवर्तन को देख रहा है ,जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कड़ी मेहनत, भ्रष्टाचार मुक्त शासन एवं दूरदृष्टि वाली नेतृत्व से संभव हुआ है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की करिश्माई एवं भविष्योन्मुखी नेतृत्व में देश एक ऊंची छलांग लगाने को तत्पर है। ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के निर्माण के लक्ष्य के साथ भाजपा ‘सबका साथ, सबका विकास’ के पथ पर तीव्रता से अग्रसर है। भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने ठीक ही कहा है कि विश्व का सर्वाधिक लोकप्रिय नेतृत्व जब हमारे पास है, तब यह अवसर है कि भाजपा को मजबूत करते हुए राष्ट्रीय पुनर्निर्माण के लक्ष्यों पर तेजी से आगे बढ़ा जाये।
आज देश में जातिवाद, संप्रदायवाद एवं क्षेत्रवाद की विभाजकारी विचारधारा को पराजित कर ‘रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म’ की राजनीति के पक्ष में वातावरण निर्माण हुआ है। भाजपा के 38वें स्थापना दिवस पर हर कार्यकर्ता को मां भारती को परम वैभव पर ले जाने के अपने संकल्प के प्रति स्वयं को समर्पित करना पड़ेगा।

                                                                                                                                                         shivshakti@kamalsandesh.org