नागरिकता संशोधन कानून पर भाजपा ने चलाया राष्ट्रव्यापी अभियान

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भारतीय जनता पार्टी ने नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में 5 जनवरी से राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया। इस अभियान के तहत पार्टी कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को इस कानून के प्रति जागरूक बनाने का प्रयास कर रहे हैं। इस जागरूकता अभियान के तहत अपने-अपने क्षेत्र में विभिन्न मंत्रियों और नेता घर-घर जाकर लोगों से संपर्क कर रहे हैं। अभियान का शुभारंभ भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह ने नई दिल्ली से की। भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा, केंद्रीय मंत्री सर्वश्री राजनाथ सिंह एवं नितिन गडकरी समेत पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने देश के विभिन्न हिस्सों में यह अभियान चलाया जहां उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून के फायदे बताए और विषय पर लोगों को पुस्तिकाएं बांटी।

दिल्ली

भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने दिल्ली के लाजपत नगर से घर-घर जनसंपर्क अभियान शुरू किया। इस दौरान लोगों ने छत से उनका अभिवादन किया। उन्होंने केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी वाले पंफलेट भी बांटे। श्री शाह ने नागरिकता संशोधन कानून के फायदे बताए। उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, राहुल गांधी व प्रियंका गांधी पर लोगों को गुमराह करने और दंगा भड़काने को लेकर प्रहार किया। श्री शाह ने लोगों से (8866288662) नंबर पर मिस्ड कॉल देने आह्वान किया जो भाजपा ने कानून के प्रति समर्थन जुटाने के लिए शुरू किया है।

केंद्रीय मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद ने पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थी महिला की बेटी ‘नागरिकता’ से मुलाकात की। जब नागरिकता संशोधन कानून संसद से पास हुआ था तब पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थी महिला ने अपनी नवजात बेटी का नाम ‘नागरिकता’ रखा था। श्री रविशंकर प्रसाद ने ‘नागरिकता’ के माता-पिता से भी मुलाकात की।

उत्तर प्रदेश

भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने गाजियाबाद में घर-घर संपर्क करने के बाद आयोजित गोष्ठी में कहा कि आजादी के बाद कई पीढ़ियां बदली लेकिन उनकी कई आशाएं और आकांक्षाएं अधूरी रहीं। श्री नड्डा ने कहा कि मैं आज एक बार फिर से राहुल गांधी को चुनौती देता हूं कि वे सीएए पर 10 पंक्ति और इसके विरोध में दो पंक्ति बोल कर दिखाएं। भारत के लिए दुर्भाग्य की बात है कि वर्षों पुरानी कांग्रेस पार्टी के नेता आज ऐसे कैसे हो गए जिसे ये भी नहीं मालूम कि सीएए क्या है? राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा समाज को भड़काने वाली बात तो करते हैं लेकिन विपक्ष द्वारा प्रायोजित हिंसा की निंदा तक नहीं करते। उन्होंने कहा कि लेकिन देश की जनता समझदार है, वह कांग्रेस, सपा-बसपा, तृणमूल, राजद, आप पार्टी और कम्युनिस्ट पार्टियों के बहकावे में अब और नहीं आने वाली। श्री नड्डा ने कहा कि भारत ने नेहरू-लियाकत समझौते का पालन किया लेकिन पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर भीषण अत्याचार हुए। 2 दिन पहले ही ननकाना साहिब पर पाक प्रायोजित हमले हुए, सिखों को आतंकित किया गया और आज फिर एक सिख भाई की पाकिस्तान में हत्या हुई। महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल से लेकर डॉ़ मनमोहन सिंह तक ने पाक-बांग्लादेश से आये अल्पसंख्यक विस्थापितों को भारत में बसाने की मांग की थी लेकिन वोट बैंक के लालच में कांग्रेस ने इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाए।

केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने राजधानी लखनऊ में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर कहा कि अब यह भ्रम फैलाना बन्द होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री व सरकार जाति धर्म या मजहब के आधार पर कोई भेदभाव नहीं करती है। भारत ने हमेशा वसुधैव कुटुंबकम का संदेश दिया है।

भारतीय जनता पार्टी द्वारा चलाये जा रहे नागरिकता संशोधन अधिनियम सम्पर्क महाअभियान के अन्तर्गत सरोजनी नगर विधानसभा के आशियाना स्थित जस्टिस खेमकरन के आवास पर रक्षामंत्री ने जस्टिस खेमकरन, जस्टिस भगवानदीन, जस्टिस ए.पी. सिंह, समाजसेवी रेखा त्रिपाठी, डॉ. जे.पी. गुप्ता, सुधीर कुमार पूर्व डी.आई.जी. सहित उपस्थित प्रबुद्ध वर्ग को नागरिक संशोधन अधिनियम पर पुस्तिका ‘‘नागरिकता (संशोधन) अधिनियम-2019 एक परिचय’’ एवं पत्रक ‘‘नागरिकता संशोधन-2019 महत्तवपूर्ण बिन्दु’’ भेंट की। रक्षामंत्री ने कहा कि सच्चा हिन्दुस्तानी जाति धर्म मजहब के आधार पर कोई भेदभाव नहीं करता है। उन्होंने कहा कि भारत में नागरिकता कानून पहले से है जो भी भारत में 12 वर्ष रहता है उसे पहले भी नागरिकता दी जाती रही है। पिछले 6 वर्षों में तीन हजार लोगों को नागरिकता दी गई है। इसमें तमाम मुस्लिम समुदाय के लोग भी हैं।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर गोरखपुर में मुस्लिम समुदाय के सदस्यों से मुलाकात की और कहा कि यह कदम प्रताड़ित लोगों को शरण देने की भारतीय परंपरा के अनुरूप है। योगी आदित्यनाथ हाजी चौधरी कैफ-उल-वारा की दुकान गए और उन्हें कानून पर एक पुस्तिका सौंपी। उन्होंने कहा कि इसका मकसद प्रताड़ित लोगों को नागरिकता देना है। उन्होंने कैफ-उल-वारा से कहा, ‘‘यह पुस्तिका सीएए के बारे में है, इसे पढ़ें और आपके सारे शक दूर हो जाएंगे। मैंने जागरूकता अभियान यहां से शुरू करने का विचार बनाया।’’

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने मुरादाबाद में अभियान चलाया और विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वे इस कानून को लेकर लोगों को भ्रमित करने और राज्य में अशांति फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।

हरियाणा

हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर ने पंचकूला में ‘संपर्क अभियान’ की शुरूआत करने के बाद कहा कि कुछ विपक्षी पार्टियां कानून के प्रावधानों को समझे बिना देश के लोगों को गलत सूचनाएं दे रही हैं। उन्होंने कहा कि मुस्लिमों के बीच यह दुष्प्रचार किया जा रहा है कि यह कानून नागरिकता लेने के बारे में है बल्कि असल में यह नागरिकता देने के बारे में है। मुख्यमंत्री ने लोगों से सतर्क रहने और इन अफवाहों का शिकार नहीं होने की अपील की। उन्होंने लोगों से मानवता के हित में इस कानून पर विचार करने को कहा।

हिमाचल प्रदेश

हिमाचल प्रदेश में इस गृह संपर्क अभियान की शुरुआत मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर ने शिमला के ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र टूटू से की। उन्होंने इस अधिनियम के बारे में दुकानदारों और आम जनता को पुस्तिकाएं वितरित कीं और उन्हें बताया कि नागरिकता संशोधन विधेयक अल्पसंख्यकों के विरुद्ध नहीं है। उन्होंने कहा कि यह अधिनियम नागरिकता दने के लिए है और देश के किसी भी नागरिक की नागरिकता छीनने के लिए नहीं है।

बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्री जयराम ठाकुर ने कहा कि यह अधिनियम उन अल्पसंख्यक समुदायों की सहायता के लिए लाया गया है, जो पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धार्मिक प्रताड़ना सह रहे हैं लेकिन इससे भारत में किसी की भी नागरिकता नहीं जाएगी। पूर्व मुख्यमंत्री श्री प्रेम कुमार धूमल ने भाजपा के गृह संपर्क अभियान की शुरुआत सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र, पूर्व मुख्यमंत्री श्री शांता कुमार ने पालमपुर और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री सतपाल सत्ती ने ऊना से इस अभियान की शुरूआत की।

केरल

केरल में इस अभियान की शुरुआत करते हुए केंद्रीय मंत्री श्री किरण रिजीजू ने उम्मीद जताई कि उच्च साक्षरता दर वाले राज्य के लोग देश के सामाजिक ताने-बाने को बर्बाद करने वालों से ‘भ्रमित’ नहीं होंगे। अभियान के तहत खेल मंत्री, मलयालम लेखक एवं केरल साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता जॉर्ज ओनाक्कूर समेत कई प्रमुख नागरिकों के घर पहुंचे। सबसे पहले ओनाक्कूर के घर पहुंचकर उन्होंने लेखक को कानून पर केंद्र एवं भाजपा का पक्ष बताया। ओनाक्कूर ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि देश की सुरक्षा के लिए नागरिकता देने के संबंध में सख्त कानूनों की जरूरत है।

तेलंगाना

तेलंगाना में केंद्रीय मंत्री श्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि सीएए देश के किसी मुस्लिम को प्रभावित नहीं करेगा। साथ ही उन्होंने कहा िक कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी पार्टियां मुस्लिम समुदाय के बीच उन्माद पैदा करने की कोशिश कर रही है। हैदराबाद में ‘गृह संपर्क अभियान कार्यक्रम’ की शुरुआत करते हुए उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार सभी की भलाई के लिए यह कानून लाई है और किसी भी भारतीय मुस्लिम को देश छोड़कर नहीं जाने को कहा जाएगा। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने कहा कि किसी भी मुस्लिम को इससे डरने की जरूरत नहीं है।

छत्तीसगढ़

केंद्रीय श्रम व रोजगार मंत्री डॉ. संतोष गंगवार ने कहा कि लोगों के बीच सीएए को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है। देशभर में 250 से ज्यादा विश्वविद्यालय हैं। उनमें से 11 के विद्यार्थियों को शिकायत है। इनमें से भी 4 विश्वविद्यालय के विद्यार्थी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। सीएए किसी को प्रताड़ित करने के लिए नहीं है बल्कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में जो पीड़ित अल्पसंख्यक हैं, उन्हें नागरिकता देने के लिए है। रायपुर में केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि भारत और पाकिस्तान का जब बंटवारा हुआ था, तब पाकिस्तान ने खुद को इस्लामिक राष्ट्र घोषित किया था। वहां हिंदू, सिख, ईसाई, जैन और बौद्ध की संख्या घट रही है। लोग सवाल करते हैं कि सभी धर्म का नाम लिया, फिर मुस्लिम क्यों नहीं? पाकिस्तान में मुस्लिम अल्पसंख्यक नहीं हैं।

राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि 30 नवंबर 1947 को कांग्रेस के अधिवेशन में पाकिस्तान से आने वाले गैर मुस्लिमों को शरण देने का प्रस्ताव पारित किया गया था। महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और सरदार पटेल इसके समर्थन में थे। पखांजूर से सरगुजा तक शरणार्थी रह रहे हैं। सीएए से अब अधिकृत संख्या सामने आ पाएगी। डॉ. रमन ने बताया कि 1947 में जब डॉ. भीमराव अंबेडकर स्वतंत्र भारत के कानून मंत्री बने थे, तब उन्हीं की तरह कानून के जानकार योगेंद्र मंडल पाकिस्तान में कानून मंत्री बने थे। उन्होंने अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे अन्याय को देखते हुए 1950 में इस्तीफा दे दिया था।

राजस्थान

केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण मे संगनेर के खुदाबख्श चौक के कागजी मोहल्ला में सीएए पर अभियान की शुरुआत करते हुए कहा िक विपक्ष नये कानून के बारे में गलत सूचनाएं प्रचारित कर रहा है। उन्होंने कहा कि सीएए किसी की नागरिकता लेने के बारे में नहीं है। विपक्ष के पास कोई और मुद्दा नहीं है इसलिए जानबूझ कर गलतफहमी पैदा कर रहा है।

ओडिशा

भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि केंद्र सरकार किसी भी परिस्थिित में नागरिकता संशोधन कानून को निरस्त नहीं करेगी। साथ ही कहा, पाकिस्तान में गुरूद्वारे पर पथराव और हालिया हिंसा दिखाती है कि नया कानून कितना जरूरी है। पुरी में श्री रूडी ने विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग कानून पर लोगों को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं वे कभी सफल नहीं होंगे।

कर्नाटक

कर्नाटक के मुख्यमंत्री श्री बी एस येदियुरप्पा ने विपक्ष के नेताओं को यह साबित करने की चुनौती दी कि नागरिकता संशोधन कानून का मुस्लिम समुदाय पर गलत असर पड़ेगा। श्री येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘नागरिकता संशोधन कानून के कारण देश में हमारे मुस्लिम भाइयों पर कोई बुरा असर नहीं पड़ेगा। जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी (कांग्रेस पार्टी के पूर्व प्रधानमंत्रियों) के कार्यकाल के दौरान भी इस पर आम सहमति थी।’’ उन्होंने कहा कि दुर्भावना के कारण मुस्लिम भाइयों में भ्रम पैदा किया जा रहा है और यही कारण है कि सीएए के समर्थन में भाजपा ने घर-घर जाकर अभियान चलाने का फैसला किया। केंद्रीय मंत्री सर्वश्री डी. वी. सदानंद गौड़ा, उपमुख्यमंत्रियों सी एन अथनारायण और लक्ष्मण सावदी, मंत्री सुरेश कुमार ने भी विभिन्न स्थानों पर यह अभियान चलाया।

बिहार

बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि पाकिस्तान के गुरुद्वारे में हुई हालिया हिंसा और पथराव ने ‘‘साबित’’ कर दिया कि नागरिकता संशोधन कानून ‘‘उचित समय पर लिया गया सही निर्णय है।’’ उन्होंने पटना के दीघा विधानसभा क्षेत्र के तहत शास्त्री नगर इलाके में पार्टी का जागरूकता कार्यक्रम शुरू किया जहां उन्होंने लोगों से मुलाकात की और कानून के बारे में उन्हें समझाया।

झारखंड

केंद्रीय मंत्री श्री महेंद्र नाथ पांडे ने सीएए के समर्थन में कहा कि लाखों लोग अपना सम्मान, संस्कृति एवं धर्म बचाने के लिए शरणार्थी बन गए। रांची में भाजपा कार्यालय में सीएए पर आयोजित एक कार्यशाला में उन्होंने कहा, ‘‘विपक्ष की दूषित राजनीति का पर्दाफाश करने के लिए भाजपा ने जन संपर्क अभियान शुरू किया है।’’

जम्मू-कश्मीर

केंद्रीय मंत्री श्री जितेंद्र सिंह ने कहा पाकिस्तान, बांग्लादेश या अफगानिस्तान से धार्मिक प्रताड़ना के चलते आने वाले हिंदुओं, सिखों और अन्य अल्पसंख्यकों के लिए भारत एकमात्र शरण स्थल है। श्री सिंह ने जम्मू में संपर्क अभियान की शुरुआत करते हुए कहा कि भारत इन देशों में रह रहे अल्पसंख्यकों की जिम्मेदारी लेता है।