भाजपा ने रचा इतिहास

| Published on:

उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में मिलीं तीन-चौथाई से भी ज्यादा सीटें

हाल ही में संपन्न पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को शानदार सफलता मिली। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में अभूतपूर्व जनादेश प्राप्त करते हुए पार्टी ने जहां तीन-चौथाई से भी ज्यादा सीटें प्राप्त कीं, वहीं गोवा और मणिपुर में वह सरकार बनाने में सफल रही। जबकि पंजाब में भाजपा गठबंधन को सफलता नहीं मिली। यदि संपूर्णता में देखें तो इन पांच राज्यों के जनादेश ने देशभर में भाजपा की ताकत में जबर्दस्त इजाफा किया। देश की जनता ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के सुयोग्य नेतृत्व और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह की रणनीति पर फिर मुहर लगाई। भाजपानीत राजग सरकार द्वारा काले धन, भ्रष्टाचार और आतंकवादियों को फंडिग पर नोटबंदी से करारी चोट करने के साथ-साथ सर्जिकल स्ट्राइक कर सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई के चलते विभिन्न राज्यों के मतदाता भाजपा के पक्ष में जनसमर्थन जाहिर कर रहे हैं।

उत्तर प्रदेश

प्रदेश में भाजपा ने तीन-चौथाई से भी ज्यादा सीटें प्राप्त कर इतिहास रच दिया। प्रदेश की सŸरकार में भाजपा ने 14 साल बाद वापसी की है। राज्य की कुल 403 सीटों में से भाजपा को 312 सीटों पर जीत मिली। यह किसी राजनीतिक दल की आज तक की सबसे बड़ी जीत है। वहीं भाजपा की सहयोगी पार्टियां, अपना दल (सोनेलाल) ने 9 सीटों पर िवजय प्राप्त की और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी को भी चार सीटें मिलीं। इस तरह भाजपा गठबंधन को कुल 325 सीटें हासिल हुईं। कांग्रेसी हाथ के सहारे चली सपा की साइकिल पंक्चर हो गई। समाजवादी पार्टी-कांग्रेस गठबंधन को कुल 54 सीटें हासिल हुईं, जिनमें से 47 सीटें सपा को और 7 सीटें कांग्रेस को मिलीं। सपा के ज्यादातर मंत्री चुनाव हार गए। अखिलेश सरकार में 54 मंत्री थे, इनमें 49 को चुनाव मैदान में उतारा गया था। इनमें 35 मंत्रियों को हार का सामना करना पड़ा। मायावती की बसपा का तो बहुत बुरा हाल हुआ और उसे केवल 19 सीटों से ही संतोष करना पड़ा। राष्ट्रीय लोक दल भी अपना गढ़ नहीं बचा सकी। उसका खाता केवल छपरौली में ही खुल सका। निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल को 1 तथा निर्दलीय को 3 सीटें मिलीं।

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह सहित भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने उत्तर प्रदेश में जमकर चुनाव-प्रचार किया और बड़ी संख्या में जनसभाओं को संबोधित किया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने सुरक्षा चुनौतियों की परवाह न करते हुए अपने संसदीय क्षेत्र बनारस में रोड-शो किया, जिसका व्यापक प्रभाव पड़ा। चुनाव को लेकर भाजपा ने जबर्दस्त तैयारी की थी। पार्टी अपनी परिवर्तन यात्रा के दौरान 233 छोटी-बड़ी सभाओं के जरिए राज्य के हर विधानसभा क्षेत्र से संपर्क कर चुकी थी। हर वर्ग को जोड़ने के लिए अभियान चलाया गया। 200 से अधिक पिछड़ा वर्ग सम्मेलन, डेढ़ दर्जन दलित स्वाभिमान सम्मेलन, 14 व्यापारी सम्मेलन और 100 के करीब युवा सम्मेलन किए।

उत्तराखंड

उत्तराखंड में भी जनता ने भाजपा के सिर पर विजय का सेहरा बांधा और कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर दिया। यह पहली बार है जब किसी पार्टी को यहां 50 से ज्यादा सीटें मिली हैं। भाजपा ने तीन-चौथाई से भी ज्यादा जनादेश प्राप्त अभूतपूर्व जीत हासिल की। राज्य की कुल 70 सीटों में से भाजपा ने 57 सीटों पर जीत दर्ज की, वहीं कांग्रेस को 11 सीटों से संतोष करना पड़ा। यहां निर्दलीय को 2 सीटें मिलीं। दो सीटों से चुनाव लड़ने वाले मुख्यमंत्री श्री हरीश रावत दोनों ही जगहों से चुनाव हार गए।

गोवा

गोवा में किसी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला। कुल 40 सीटों में से कांग्रेस के खाते में 17 सीटें गईं, जबकि सत्तारूढ़ भाजपा को 13 सीटें मिलीं। महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी और गोवा फॉरवर्ड पार्टी को तीन-तीन सीटें मिलीं। नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी को 1 तथा निर्दलीय को 3 सीटें मिलीं।
गोवा विधानसभा में आम आदमी पार्टी ने जीत का खूब दावा किया था, लेकिन वह एक भी सीट जीतने में कामयाब नहीं हो सकी। भाजपा ने सर्वािधक 32.5 फीसदी मत प्रतिशत हासिल किया, जबकि कांग्रेस 28.4 फीसदी मत हासिल कर पाई।

मणिपुर

मणिपुर में भी किसी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला। कुल 60 सीटों में से कांग्रेस को 28 सीटें मिलीं। राज्य में भाजपा ने अपने प्रदर्शन में उल्लेखनीय सुधार किया। 2012 में जहां पार्टी को 1 सीट मिली थी, इस बार 21 सीटों पर जीत हासिल हुई। वोट प्रतिशत में भाजपा ने कांग्रेस को पछाड़ दिया। नगा पीपुल्स फ्रंट और नेशनल पीपुल्स पार्टी को चार-चार सीटें मिलीं, वहीं लोक जनशक्ति पार्टी, आल इण्डिया तृणमूल कांग्रेस और निर्दलीय को एक सीट मिली। िवधानसभा चुनाव के नतीजों में भाजपा के मत-प्रतिशत में करीब 20 गुना की उल्लेखनीय वृिद्ध हुई है। भाजपा को इस बार 36.6 प्रतिशत मत मिले हैं, जबकि 2012 के चुनावों में उसे सिर्फ 2.12 फीसदी मत वोट मिले थे।

पंजाब

राज्य की 117 सीटों में से कांग्रेस 77 सीटों पर सफल रही। सत्तारूढ़ शिअद-भाजपा गठबंधन के खाते में 18 सीटें गईं। शिरोमणि अकाली दल ने 15 तथा भारतीय जनता पार्टी ने 3 स्थानों पर जीत हासिल की। आम आदमी पार्टी को 20 सीटें मिलीं।

गरीबों की ताकत को समझता हूं: नरेंद्र मोदी

विधानसभा चुनावों में भाजपा की ऐतिहासिक जीत के बाद भाजपा मुख्यालय में आयोजित अभिनंदन समारोह में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लोकतंत्र में चुनाव सिर्फ सरकार बनाने के लिए नहीं होते हैं, बल्कि यह लोकशिक्षण का माध्यम भी है। उन्होंने कहा कि अकल्पनीय भारी मतदान के बाद अकल्पनीय भारी विजय होता है, यह पोलिटिकल पंडितों के लिए विचार करने को मजबूर करता है। भावनात्मक मुद्दों के अलावा विकास एक कठिन चुनावी मुद्दा होता है। पिछले 50 सालों में विभिन्न राजनीतिक दल इस मुद्दे से कतराते रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस जीत के लिए भाजपा की चार पीढ़ियां खप गईं। हर चुनाव के साथ हमारा समर्थन बढ़ता गया। यह भाजपा का स्वर्णिम युग है। उन्होंने कहा, चुनाव में कौन जीता, कौन हारा, मैं इस दायरे में सोचने वालों में से नहीं हूं। चुनाव का नतीजा हमारे लिए जनता जनार्दन का पवित्र आदेश होता है। जीत के फल के बाद और अधिक नम्र होना हमारी जिम्मेदारी है। सत्ता जनता की सेवा करने का एक अवसर होती है। श्री मोदी ने कहा, मैं देश की गरीबों की शक्ति को पहचान पाता हूं और राष्ट्र के निर्माण में गरीबों को जितना ज्यादा अवसर मिलेगा, देश उतना प्रगति करेगा। गरीब को अगर काम का अवसर मिला, तो वह देश के लिए ज्यादा काम करके दिखाएगा। मध्यम वर्ग का बोझ कम होना चाहिए। एक बार गरीब के अंदर खुद का बोझ उठाने की क्षमता आ जाएगी, तब मध्यम वर्ग का बोझ कम हो जाएगा।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने पांचों राज्यों की जनता का धन्यवाद देते हुए कहा कि जिन्होंने वोट दिया भाजपा की सरकार उनकी भी है, जिन्होंने नहीं दिया उनकी भी है। इसलिए वोट दिया कि नहीं दिया यह कोई मायने नहीं रखता। प्रधानमंत्री ने कहा सरकार सबकी होती है, सबके लिए होती है और सबको साथ लेकर चलने के लिए होती है। सरकार को कोई भेदभाव करने का हक नहीं है। प्रधानमंत्री ने कहा, मैंने कहा था कि हमसे गलती हो सकती है, लेकिन गलत इरादे से कोई काम नहीं करेंगे। देश से दूसरा वादा मैंने ये किया था कि कि हम परिश्रम की पराकाष्ठा करेंगे। तीसरी बात मैंने कही थी कि हम जो कुछ करेंगे, प्रामाणिकता के साथ करेंगे। उन्होंने अपने बारे में कहा कि मैं ऐसा प्रधानमंत्री हूं, जिससे पूछा जाता है कि इतनी मेहनत क्यों करते हो। इससे बड़ा जीवन का सौभाग्य क्या हो सकता है।

श्री नरेंद्र मोदी के भव्य अभिनंदन समारोह में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने लोगों को होली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ये होली देश और भाजपा दोनों के लिए अनोखा रंग लेकर आई है। उन्होंने कहा कि यूपी की जीत हर मामले में अप्रत्याशित रही। उत्तराखंड में भी प्रचंड बहुमत के साथ बीजेपी सरकार बनाने जा रही है। मणिपुर और गोवा में भी वहां की जनता ने भाजपा को भरपूर समर्थन दिया और हमारा प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा। पांचों राज्यों के चुनावों के नतीजे 2014 के लोकसभा चुनावों से भी दो कदम आगे है।

गौरतलब है कि इस समारोह में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी ली मेरीडियन होटल से भाजपा दफ्तर तक पैदल पहुंचे। इस दौरान उन पर फूलों की बारिश की गई। भाजपा मुख्यालय पहुंचने के बाद श्री मोदी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर फूल चढ़ाए। भाजपा के इस जश्न में बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और कई वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे। पार्टी मुख्यालय में ढोल-नगाड़े की थाप पर भाजपा कार्यकर्ता नाचते-गाते दिखे।
भाजपा मुख्यालय में प्रधानमंत्री श्री मोदी के स्वागत की भव्य तैयारी की गई। वहां होली के रंगीन होर्डिंग के जरिये विधानसभा चुनावों में भाजपा का समर्थन करने के लिए लोगों को धन्यवाद दिया गया। पार्टी कार्यकर्ता प्रधानमंत्री श्री मोदी के बड़े-बड़े कटआउट लेकर सड़कों के दोनों ओर खड़े दिखे। स्वागत समारोह में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित कई केंद्रीय मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता उपस्थित थे।

शुरू होगा बदलाव का दौर: अमित शाह

विधानसभा चुनावों में भाजपा की जीत से उत्साहित पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने इसका श्रेय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की नीतियों को दिया। उनके अनुसार श्री मोदी की गरीबोन्मुखी नीतियों के कारण ही भाजपा इतनी बड़ी जीत दर्ज कर पाई है। इसके साथ ही श्री शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता ने जाति, धर्म के बंधन से ऊपर उठकर विकास के लिए वोट दिया है। इस जीत से भारतीय राजनीति की दिशा बदल जाएगी। उनके अनुसार इस जीत से श्री मोदी देश के सबसे कद्दावर नेता के रूप में भी उभरे हैं।

श्री अमित शाह ने कहा कि इन परिणामों से देश की राजनीति में बदलाव का दौर शुरू होगा और ‘जाति, वंशवाद और तुष्टिकरण’ की राजनीति खत्म हो जाएगी। मतलब साफ है कि अब राजनीतिक दल इस सबसे परे विकास की बात करेंगे।

भाजपा अध्यक्ष ने मीडिया से कहा, ‘यह विजय आने वाले दिनों में भारतीय राजनीति की दिशा बदल देगी। इससे जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टीकरण की राजनीति खत्म होगी।’

उन्होंने भाजपा मुख्यालय पर संवाददाताओं से कहा कि देश में अब विकास की राजनीति होगी। उन्होंने इसकी वकालत करते हुए कहा कि आजादी के बाद यह उत्तर प्रदेश में खासतौर पर सबसे बड़ी जीत है। उन्होंने यह भी कहा अब तुष्टीकरण की राजनीति नहीं चलेगी और उसका दौर गया।
श्री शाह ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश के मतदाताओं ने जातिवाद, एक परिवार की उन्नति और तुष्टीकरण की राजनीति को खारिज कर दिया है। लोगों ने शासन और प्रदर्शन आधारित राजनीति के लिए मतदान किया है।’

श्री शाह ने कहा कि उन्हें खुशी है कि लोगों ने स्वतंत्रता के बाद भाजपा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक बड़ा जनादेश दिया है। उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश की जनता अब हिन्दू-मुस्लिम की बातों से बाहर निकल चुकी है। मतदाता सिर्फ मतदाता होता है। सबको विकास चाहिए। सबको प्रगतिशील सरकार चाहिए और लोगों ने जाति, धर्म से उपर उठकर वोट किया है। श्री शाह ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गरीबोन्मुख नीतियों पर जनता की मुहर है, जिसके कारण उत्तरप्रदेश में भाजपा दो तिहाई बहुमत से जीत दर्ज कर रही है।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में जनता ने मोदीजी, भाजपा में जिस प्रकार का विश्वास व्यक्त किया था, उस पर प्रधानमंत्री शत-प्रतिशत खरे उतरे हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड के अलावा गोवा, मणिपुर में भी सरकार बनाने जा रही है। पंजाब में अकाली दल-भाजपा गठबंधन का वोट प्रतिशत 30 प्रतिशत रहा है, जो उत्साहवर्धक है।

यह मोदी लहर है। 2014 के लोकसभा चुनाव से शुरू लहर 2017 में भी जारी है। जीत का श्रेय प्रधानमंत्री के नेतृत्व, सरकार की गरीबोन्मुखी नीतियों और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह जी की रणनीति की जीत है।
— केशव प्रसाद मौर्य, उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष

यह महाविजय है। भाजपा ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में सफलता की नई बुलंदियां छूकर देश की राजनीतिक तस्वीर बदल दी है। जीत प्रधानमंत्री मोदीजी की जनता में विश्वसनीयता, उनके कुशल नेतृत्व तथा सुशासन के प्रति हमारी प्रतिबद्धता की है।
—राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री

भाजपा केंद्रीय कार्यालय में जश्न

पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजों को लेकर सुबह साढ़े सात बजे ही लोग टेलीविजन पर चिपके हुए थे। जैसे ही मतगणना शुरू हुई और रूझान आने शुरू हुए लोगों की जिज्ञासा बढ़ती गई। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड चुनाव के रूझान जैसे ही आने लगे, वैसे ही दिल्ली के 11 अशोक रोड स्थित भाजपा के केन्द्रीय कार्यालय पर भाजपा नेता और कार्यकर्ता जुटने शुरू हो गए। जैसे-जैसे दिन बढ़ता गया भाजपा कार्यालय के बाहर भीड़ बढ़ती गई। चुनावी नतीजों से खुश लोग नाच रहे थे और मोदी-मोदी के नारे लगा रहे थे। जीत से उत्साहित कार्यकर्ताओं ने भाजपा के नारे लगाए। कार्यकर्ता हाथों में शंख और घंटियां भी लिए हुए थे।

11 मार्च को जैसे ही दोनों राज्यों में भाजपा को भारी बहुमत मिलने की खबर आई, दिल्ली भाजपा के केन्द्रीय कार्यालय में होली के दो दिन पहले ही होली का त्योहार मन गया। लोगों ने एक-दूसरे को गुलाल लगाया और जमकर नाचे। भाजपा के केन्द्रीय कार्यालय पहुंचे उत्साहित कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे को मिठाइयां बांटी। दिल्ली में भाजपा के सभी वरिष्ठ कार्यकर्ता अपने समर्थकों के साथ केन्द्रीय कार्यालय पहुंचे गए। लोग अपने साथ भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के पोस्टर लगे चित्र लेकर आए थे। कार्यकर्ता भाजपा की जय और माेदी-मोदी के नारे लगा रहे थे। भाजपा कार्यालय तो कार्यालय दिल्ली में भी कई जगहों पर लोगों ने ढोल-नगाड़े बजाकर यूपी और उत्तराखंड में भाजपा की जीत का जश्न मनाया। लोगों का कहना था कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में तुष्टीकरण की राजनीति करने वालों को जनता से अच्छा सबक सिखाया।