सीएए पर एक इंच भी पीछे नहीं हटेंगे : अमित शाह

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भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने 3 जनवरी को जोधपुर में कहा कि चाहे सभी पार्टियां एक साथ आ जाएं, पर भाजपा नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर एक इंच भी पीछे नहीं हटेगी। इस मौके पर श्री शाह ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। श्री अमित शाह को सुनने के लिए भारी भीड़ पहुंची। इस दौरान उन्होंने जोधपुर में पाकिस्तानी शरणार्थियों से भी मुलाकात की।

श्री अमित शाह ने कहा कि राहुल बाबा कानून पढ़ा है, तो कहीं पर भी चर्चा करने के लिए आ जाओ। नहीं पढ़ा है तो मैं इटैलियन में इसका अनुवाद करके भेज देता हूं, उसको पढ़ लीजिए।

उन्होंने कहा कि ये नरेंद्र मोदी का शासन है, किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है। उनके मुताबिक, बेशुमार अत्याचार के बाद जो यहां आएं हैं, मोदी जी की सरकार आप सभी को नागरिकता देकर भारतीय होने का गौरव प्रदान करने जा रही है।

उन्होंने कहा कि ममता दीदी कह रही हैं कि आपकी लाइनें लग जाएंगी, आपसे प्रूफ मांगे जाएंगे। मैं बंगाल में बसे हुए सारे शरणार्थी भाइयों को कहना चाहता हूं कि आपको कोई प्रताड़ना नहीं झेलनी पड़ेगी, आपको सम्मान के साथ नागरिकता दी जाएगी। दीदी से डरने की जरूरत नहीं है। मैं ममता दीदी को कहना चाहता हूं कि बंगाली भाषी शरणार्थी हिंदू, दलितों ने आपका क्या बिगाड़ा है, क्यों इनकी नागरिकता का विरोध कर रही हो?

उन्होंने कहा कि गहलोत जी, इस (नागरिकता संशोधन अधिनियम) का विरोध करने के बजाय, जो बच्चे रोज कोटा में मर रहे हैं, उन पर अपना ध्यान केंद्रित करें, कुछ चिंताएं दिखाएं, मांएं आपको कोस रही हैं।
श्री शाह ने कहा कि वोट बैंक की राजनीति के लिए कांग्रेस वीर सावरकर जैसे महान व्यक्तित्व के खिलाफ बोल रही है। कांग्रेसियों को खुद पर शर्म आनी चाहिए।

श्री शाह ने कहा कि धर्म के आधार पर बंटवारा कांग्रेस ने किया था, जिसका दंश आज भी अन्य देशों में रह रहे अल्पसंख्यक समुदाय के लोग झेल रहे हैं। लियाकत नेहरू समझौते का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि 56 इंच की छाती वाले मोदी ने वोट बैंक की चिंता किए बगैर अपना वादा निभाया है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि बांग्लादेश पाकिस्तान और अफगानिस्तान में अल्पसंख्यक कहलाने वाले अन्य धर्मों के लोगों का जबरन शोषण कर उनका धर्म परिवर्तन करवाया दिया जाता है। लोगों को मार दिया गया। इन मुस्लिम देशों में रहने वाली अन्य धर्मों की बहन बेटियों की इज्जत से खेला गया, उस समय सबसे बड़ा मानव अधिकारों का उल्लंघन हुआ था, लेकिन किसी ने आवाज नहीं उठाई।

श्री शाह ने कहा कि अन्य देशों से प्रताड़ित होकर अपनी जान बचाकर सब कुछ छोड़कर जो लोग भारत की और आए हैं, उनमें 70 फीसद दलित हैं। देश का दलित विरोध करने वालों की और बारीक नजर से सब कुछ देख रहा है। दलितों का विरोध करने वाले पार्टियों से सवाल पूछते हुए श्री शाह ने कहा कि इन बेघर हुए लोगों ने आपका क्या बिगाड़ा है, जिससे कि आप इस कानून के खिलाफ खड़े हो गए हैं।

सीएए व एनआरसी के समर्थन में जन जागरण सभा के साथ इस अभियान को सफल बनाने के लिए टोल फ्री नंबर की भी घोषणा की गई, जिसमें कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने सभी से निवेदन किया कि राहुल गांधी, ममता दीदी, केजरीवाल एंड पार्टी और लेफ्ट पार्टियों को जवाब देते हुए अपने मोबाइल से 8866288662 नंबर पर मिस्ड कॉल देकर श्री नरेंद्र मोदी के नागरिकता संशोधन कानून को अपना समर्थन दें।