एक बार प्रयोग होने वाले प्लास्टिक के खिलाफ जन-आंदोलन का आह्वान

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प्रधानमंत्री  श्री नरेंद्र मोदी ने एक बार प्रयोग होने वाले प्लास्टिक के खिलाफ दो अक्टूबर से एक ‘‘नया जन-आंदोलन” शुरू करने का 25 अगस्त को आह्वान किया। श्री मोदी ने रेडियो पर प्रसारित अपने मासिक संबोधन ‘मन की बात’ में कहा कि जब देश राष्ट्रपिता की 150वीं जयंती मना रहा है, तब ऐसे में ‘‘हम प्लास्टिक के खिलाफ एक नया जन-आंदोलन आरंभ करेंगे।”

उन्होंने पर्यावरण को बचाने के लिए प्लास्टिक कचरे के उचित संग्रह एवं भंडारण और निपटारे के प्रयासों का आह्वान किया। श्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भी अपने संबोधन में नागरिकों से अपील की थी कि वे एक बार इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक का प्रयोग बंद करें।

मन की बात में श्री मोदी ने कहा कि पिछले कुछ सालों में हम 2 अक्टूबर से पहले लगभग 2 सप्ताह तक देशभर में ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान चलाते है। इस बार ये 11 सितम्बर से शुरू होगा। इस दौरान हम अपने-अपने घरों से बाहर निकल कर श्रमदान के ज़रिये महात्मा गांधी को कार्यांजलि देंगे। घर हो या गलियां, चौक-चौराहे हो या नालियां, स्कूल, कॉलेज से लेकर सभी सार्वजनिक स्थलों पर स्वच्छता का महा अभियान चलाना है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बार प्लास्टिक पर विशेष जोर देना है। 15 अगस्त को लाल किले से मैंने ये कहा कि जिस उत्साह व ऊर्जा के साथ सवा-सौ करोड़ देशवासियों ने स्वच्छता के लिए अभियान चलाया। खुले में शौच से मुक्ति के लिए कार्य किया। उसी प्रकार हमें साथ मिलकर सिंगल यूज़ प्लास्टिक के इस्तमाल को खत्म करना है। इस मुहीम को लेकर समाज के सभी वर्गों में उत्साह है।

उन्होंने कहा कि मेरे कई व्यापारी भाइयों-बहनों ने दुकान में एक तख्ती लगा दी है। जिस पर यह लिखा है कि ग्राहक अपना थैला साथ ले करके ही आये। इससे पैसा भी बचेगा और पर्यावरण की रक्षा में वे अपना योगदान भी दे पायेंगे।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि इस बार 2 अक्टूबर को जब बापू की 150वीं जयंती मनायेंगे तो इस अवसर पर हम उन्हें न केवल खुले में शौच से मुक्त भारत समर्पित करेंगे, बल्कि उस दिन पूरे देश में प्लास्टिक के खिलाफ एक नए जन-आंदोलन की नींव रखेंगे। मैं समाज के सभी वर्गों से, हर गांव, कस्बे में और शहर के निवासियों से अपील करता हूं, करबद्ध प्रार्थना करता हूं कि इस वर्ष गांधी जयंती, एक प्रकार से हमारी इस भारत माता को प्लास्टिक कचरे से मुक्ति के रूप में हम मनाये।

श्री मोदी ने कहा कि 2 अक्टूबर विशेष दिवस के रूप में मनायें। महात्मा गांधी जयंती का दिन एक विशेष श्रमदान का उत्सव बन जाए। देश की सभी नगरपालिका, नगर-निगम, जिला-प्रशासन, ग्राम-पंचायत, सरकारी-गैरसरकारी सभी व्यवस्थाएं, सभी संगठन, एक-एक नागरिक हर किसी से मेरा अनुरोध है कि प्लास्टिक कचरे के कलेक्शन और स्टोरेज के लिए उचित व्यवस्था हो।

प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं कॉर्पोरेट सेक्टर से भी अपील करता हूं कि जब ये सारा प्लास्टिक कचरे इकठ्ठा हो जाए तो इसके उचित निस्तारण हेतु आगे आयें, डिस्पोजल की व्यवस्था हो। इसे रीसायकल किया जा सकता है। इसे ईंधन बनाया जा सकता है। इस प्रकार इस दिवाली तक हम इस प्लास्टिक कचरे के सुरक्षित निपटारे का भी कार्य पूरा कर सकते है। बस संकल्प चाहिए। प्रेरणा के लिए इधर-उधर देखने की जरुरत नहीं है। गांधी से बड़ी प्रेरणा क्या हो सकती है।