‘कांग्रेस के पास न नेता है, न नीति है और न ही आम जनता के साथ उनका कोई नाता है’

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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 29 नवंबर को गुजरात के मोरबी, प्राची, पालिताणा और नवसारी में आयोजित विशाल जनसभाओं को संबोधित किया और गुजरात की जनता से राज्य के विकास को अवरुद्ध रखने और लगातार गुजरात के साथ अन्याय करने वाली कांग्रेस को विधान सभा चुनाव में सजा देने की अपील की। प्रधानमंत्री ने कहा कि इतिहास गवाह है कि हम हमेशा जनता के सुख-दुःख के साथ रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब अगस्त 1979 में मच्छू डैम टूटने से मोरबी शहर तबाह हो गया था तो मैं केरल से यहां जनता-जनार्दन की सेवा के लिए आया। तब की एक घटना का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी उस वक्त मोरबी आई थी, लेकिन अपने नाक पर रुमाल ढंक कर जबकि आरएसएस एवं जन संघ के कार्यकर्ता मानवता की सेवा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उस वक्त समाचार पत्र ‘चित्रलेखा’ ने पहले पन्ने पर दो तस्वीरें प्रकाशित की थी – एक तरफ आरएसएस और जन संघ के कार्यकर्ता मानवता की सेवा कर रहे थे जिसे ‘मानवता की महक’ की संज्ञा दी गई, जबकि दूसरी तरफ इंदिरा गांधी जी नाक पर रुमाल रखे हुए जाते हुए दिखाई दे रही थी जिसका कैप्शन था ‘राजकीय गंदगी’। उन्होंने कहा कि हम सत्ता में रहें, न रहे – हम हमेशा जनता-जनार्दन की भलाई के लिए खड़े रहे रहेंगे।

श्री मोदी ने कहा कि आज सरदार वल्लभ भाई पटेल न होते तो भगवान् सोमनाथ का भव्य मंदिर न होता, सोमनाथ की कीर्ति पताका पूरी दुनिया में लहरा न रही होती। उन्होंने कहा कि ये सरदार पटेल थे जिन्होंने भगवान् सोमनाथ मंदिर का पुनरुद्धार किया। उन्होंने कहा कि आज सोमनाथ मंदिर को याद करने वाले क्या अपना इतिहास भूल गए। उन्होंने कहा कि हमारे पहले प्रधानमंत्री श्री जवाहरलाल नेहरू जी यहां पर सोमनाथ मंदिर बनाए जाने के विचार से खुश नहीं थे। उन्होंने कहा कि जब देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद सोमनाथ मंदिर के उद्घाटन पर आने वाले थे, जवाहर लाल नेहरू जी ने उन्हें पत्र लिखकर अपना असंतोष प्रकट किया था। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं, सरदार पटेल ने नर्मदा परियोजना को लेकर भी सपने संजोए थे, लेकिन कांग्रेस ने उनके इस सपने को भी पूरा नहीं होने दिया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हम विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि विपक्ष झूठा प्रचार करके जातिवाद का जहर फैला रहा है। जिन्होंने 17 साल एक परिवार की राजनीति की, देश को विकास से महरूम रखा वे हमसे जवाब मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस चुनाव से पहले हैंडपंप देने का वादा करती थी और वादा निभाते-निभाते वह तीन-तीन चुनाव निकाल देती थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का विकास हैंडपंप है, जबकि भारतीय जतना पार्टी का विकास सौनी परियोजना और नर्मदा की पाइपलाइन है।

श्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने गुजरात में जातिवाद का जहर फैलाया, भाई-भाई में खाई पैदा की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ओबीसी समुदाय का वोट चाहती है, लेकिन उसे पहले यह बताना चाहिए कि उसने इतने सालों तक ओबीसी आयोग को कानूनी वैधता देने की मंजूरी क्यों नहीं दी। उन्होंने कहा कि संसद में हम राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देने के लिए विधेयक लेकर आये, लोकसभा में यह पारित हो गया, क्योंकि वहां हमारी बहुमत है लेकिन कांग्रेस ने इसे राज्यसभा में पारित नहीं होने दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने इस विधेयक को पारित होने में सहयोग न करके ओबीसी समुदाय के साथ धोखा किया है। उन्होंने कहा कि आज दिल्ली में आपका अपना बैठा है, वह आपके खिलाफ ऐसे किसी भी साजिश को सफल नहीं होने देगा। उन्होंने कहा कि आपके लिए यदि मुझे 50 बार भी विधेयक लाना पड़े तो लाऊंगा और इसे संवैधानिक दर्जा देकर रहूंगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने एक तो आपको आपका हक़ नहीं दिया और जिसने आपको हक़ देना चाहा, उसके रास्ते में भी रोड़े अटकाए। उन्होंने कहा कि जिन्होंने 70 वर्षों तक देश को लूटा है, उनको सजा देने का वक्त आ गया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की यूपीए शासन के समय अमरनाथ यात्रा के श्रद्धालुओं पर हमला हुआ था और इसमें गुजरात के कई श्रद्धालु शहीद हो गए थे, इसके बावजूद आतंकवादी सीमा पार करने में कामयाब रहे। उन्होंने कहा कि इस साल भी अमरनाथ यात्रियों पर हमला हुआ, लेकिन इस बार केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी। उन्होंने कहा कि इस बार डेढ़ महीने के भीतर ही हमने आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया। उन्होंने कहा कि यह नेतृत्व-नेतृत्व का फर्क है। उन्होंने कहा कि जहां कहीं भी भारतीय नागरिक संकट में फंसते हैं, केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार अपने नागरिकों की रक्षा के लिए कदम उठाती है और उन्हें वापस अपने देश लाती है। उन्होंने कहा कि हम ईराक और अफगानिस्तान में आतंकवादियों के चंगुल में फंसे हुए अपने नागरिकों को सफलतापूर्वक छुड़ा कर दिल्ली लाने में समर्थ रहे। उन्होंने कहा कि हमने श्रीलंका में भी फांसी की सजा पाए हुए हमारे मछुआरे भाइयों की सकुशल वापसी कराई।

श्री मोदी ने कहा कि लातूर में भूकंप आया, जम्मू-कश्मीर में भूकंप आया, केदारनाथ में प्राकृतिक आपदा आई, तटीय इलाकों में साइक्लोन आया, लेकिन फिर से खड़ा होने में इन क्षेत्रों को कई साल लग गए। उन्होंने कहा कि गुजरात में भी भूकंप आया, लेकिन हमने आपदा को अवसर में बदलकर दिखाया। उन्होंने कहा कि विपत्ति को अवसर में बदलना ही गुजरात मॉडल है। उन्होंने कहा कि हमने गुजरात में ऐसा काम किया है कि 100 साल तक पीछे मुड़कर नहीं देखना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हमने गुजरात में हमने पानी की हर बूंद बचाने का अभियान चलाया, क्योंकि हम समझते हैं कि यदि गुजरात में केवल पानी की समस्या हल हो जाय तो गुजरात में इतनी क्षमता है कि वह विश्व को समृद्ध कर सकता है। हमारे लिए विकास चुनाव जीतना नहीं है, बल्कि लोगों की सेवा करना है। उन्होंने कहा कि हमने लाखों चैकडैम बनाए, लगभग 1,10,00 खेत तालाब बनाए, अकेले सौराष्ट्र में सौनी परियोजना से 115 चैकडैम बने, सौनी परियोजना और नर्मदा परियोजना से पानी कच्छ और सौराष्ट्र तक पहुंचाया, हमने हमने पानी को सौ-सौ मंजिल ऊपर पहुंचाया और जल-संरक्षण को बढ़ावा दिया। उन्होंने कहा कि सौराष्ट्र के किसानों को कभी उम्मीद भी नहीं थी कि कभी उनके खेतों में पानी आयेगा, भारतीय जनता पार्टी सरकार ने किसानों के खेतों में पानी पहुंचाया। उन्होंने कहा कि गुजरात में कृषि आय 600 करोड़ रुपये से बढ़कर 1700 करोड़ हो गई है, कृषि उत्पादन में दो से तीन गुना वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने गुजरात में एक एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी बनाई, हमने चार कृषि विश्वविद्यालय बनाए, हमने पशुधन के लिए अलग से यूनिवर्सिटी बनाई। उन्होंने कहा कि हम आने वाले 100 वर्षों के लिए योजनायें बनाते हैं, केवल चुनाव के लिए नहीं। उन्होंने कहा कि हम कांग्रेस की तरह हम बात नहीं करते, काम करते हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हम 6,000 करोड़ रुपये की प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना लेकर आये हैं, ताकि किसानों को समृद्ध बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि मूंगफली बेचने से ज्यादा किसानों को मूंगफली का तेल बेचने में फायदा होगा, इसी तरह कच्चे आम का अंचार, टमाटर का कैचप बनाने से किसानों को ज्यादा फायदा मिल सकता है। उन्होंने कहा कि फिशरमेन को सरकार डीजल वाली बोट के लिए पैसा दे रही है, ताकि वह समुद्र में दूर जाकर मछली पकड़ सकें, मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने के लिए सरकार पैसा दे रही है। उन्होंने कहा कि यदि एक भी किसान इसे अपनाता है तो उसकी आय में लगभग 2 लाख रुपये की वृद्धि हो सकती है। उन्होंने कहा कि किसान तो उत्पादन करता है, लेकिन उसकी आमदनी कैसे बढ़े, इसके लिए हम ये योजना लेकर आये हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि यूपीए सरकार के समय मैंने अनशन पर बैठकर मां नर्मदा के पानी को कच्छ और सौराष्ट्र के सुदूर इलाके तक पहुंचाया, यह सब गुजरात की जनता का स्नेह और आशीर्वाद के कारण ही संभव हो सका है। उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह जी कह रहे हैं कि जब मोदी मुख्यमंत्री थे तब नर्मदा की बात ही नहीं की, शायद वे कांग्रेस पार्टी के दवाब में ऐसा बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब मैं मुख्यमंत्री था तो नर्मदा डैम में दरवाजे खोलने को लेकर मनमोहन सिंह जी से मिला था, वे बोले ठीक है, दो महीने बीत गए, फिर मैंने उनसे पूछा तो बोले कि अभी तक नहीं हुआ? उन्होंने कहा कि कुछ महीनों बाद मैंने फिर उनसे पूछा तो फिर वे बोले – अभी तक नहीं हुआ क्या? उन्होंने कहा कि जब देश के प्रधानमंत्री को इसके बारे में जानकारी नहीं तो क्या किया जा सकता है! उन्होंने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री बनने के 17 दिनों में ही दरवाजा खोलने का काम कर दिया और मां नर्मदा का पानी आज गुजरात के हर इलाके में पहुंच रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस देश पर बोझ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास न नेता है, न नीति है और न ही आम जनता के साथ उनका कोई नाता है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सदैव आपकी सेवा में तत्पर रही है, आपके बीच रही है। जनता से अपील करते हुए कहा कि भूकंप से पहले का कच्छ-सौराष्ट्र देखिये, भूकंप से बाद का देखिये, नर्मदा और सौनी परियोजना से पहले का कच्छ-सौराष्ट्र देखिये, परियोजना के बाद देखिये, भाजपा से पहले का कच्छ-सौराष्ट्र देखिये, भाजपा के बाद देखिये और तुलना कीजिये।