‘कांग्रेस को एक परिवार के सिवा किसी और की चिंता नहीं है’

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने 19 नवंबर को मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर, बैतूल और खातेगांव (देवास) में आयोजित विशाल जन-सभाओं को संबोधित किया राज्य की जनता से विकास के लिए शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश में लगातार चौथी बार भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने की अपील करते हुए कांग्रेस पर जमकर प्रहार किया।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस का सूपड़ा साफ होना तय है, क्योंकि राज्य की जनता प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देशभर में जारी विकास यात्रा में भागीदार बनते हुए प्रदेश में भाजपा की श्री शिवराज सरकार बनाने का निर्णय पहले से ले लिया है। उन्होंने कहा कि देश की जनता नफरत की साजिश के बीज बो कर राजनीति करने वाली कांग्रेस को कभी भी माफ़ करने वाली नहीं है, क्योंकि कांग्रेस पार्टी ने कदम-कदम पर मध्य प्रदेश के साथ अन्याय ही अन्याय किया है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश की जनता की सेवा मोदी जी और शिवराज जी जैसे जनसेवकों की जोड़ी ही कर सकती है। कांग्रेस कभी जनता का भला नहीं कर सकती, क्योंकि वो नेहरू-गांधी परिवार की प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है, जिसे एक परिवार के सिवा किसी और की चिंता नहीं है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि मध्य प्रदेश की जनता को आज भी यह याद है कि कांग्रेस पार्टी ने किस तरह अपने कुशासन से प्रदेश को एक ‘बीमारू’ राज्य बनाया था जिसे मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी ने निरंतर अपने अथक प्रयासों से एक ‘विकसित’ प्रदेश बनाया है। राज्य की जनता कभी कांग्रेस को माफ़ नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य में जनता के समक्ष दो ही विकल्प हैं – एक तरफ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में राज्य के गांव-गांव, घर-घर का विकास करने वाली श्री शिवराज सिंह चौहान की भारतीय जनता पार्टी सरकार, वहीं दूसरी तरफ देश में भ्रष्टाचार की जननी कांग्रेस पार्टी जिसका न कोई नेता है, न नीति और न ही कोई सिद्धांत।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि राहुल गांधी अपने भाषण में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का इतनी बार नाम लेते हैं कि लोगों को यह पता ही नहीं चलता कि राहुल गांधी कांग्रेस का प्रचार कर रहे हैं या फिर भारतीय जनता पार्टी का। वास्तव में, राहुल गांधी समेत पूरी की पूरी कांग्रेस पार्टी को ‘मोदीफोबिया’ हो गया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी एंड कंपनी का एक ही एजेंडा है – मोदी हटाओ, जबकि हमारा एजेंडा देश से गरीबी, बेरोजगारी, अशिक्षा, असुरक्षा और अंधेरे को हटाना है। उन्होंने जनता से प्रश्न करते हुए कहा कि आपको लोक-कल्याणकारी भारतीय जनता पार्टी सरकार चाहिए या फिर मध्य प्रदेश को समस्याओं के गर्त में डुबोने वाली कांग्रेस सरकार? (सभा में उपस्थित जनसमूह ने एक स्वर में शिवराज सरकार को लाने का संकल्प व्यक्त किया।)

श्री शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को मध्य प्रदेश में अपनी जीत का दिवास्वप्न दिखाई दे रहा है, लेकिन पिछले साढ़े चार सालों में कांग्रेस पार्टी की ऐसी स्थिति हो गई है कि उसे दूरबीन लेकर ढूंढना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि 2014 के लोक सभा चुनाव और उसके बाद देश में संपन्न हुए लगभग सभी चुनावों में कांग्रेस पार्टी की करारी हार हुई है और भारतीय जनता पार्टी की ऐतिहासिक जीत हुई है। मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस पार्टी की पराजय निश्चित है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि बजट किसी भी सरकार के विकास का परिचायक होता है। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह की कांग्रेस सरकार के समय मध्य प्रदेश का वार्षिक बजट महज 21,700 करोड़ रुपये का था, जबकि शिवराज सिंह जी की भारतीय जनता पार्टी सरकार में यह बढ़कर लगभग 1,85,900 करोड़ रुपये पहुंचा है। प्रति व्यक्ति आय 14 हजार रुपये से पांच गुना से भी अधिक बढ़कर 72 हजार करोड़ रुपया हो गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की बंटाधार सरकार के शासन में गांवों में बिजली नहीं मिलती थी, आज 24 घंटे बिजली मिल रही है। कांग्रेस की सरकार में मध्य प्रदेश में केवल 2900 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता था जबकि आज मध्य प्रदेश 17,700 मेगावाट का उत्पादन कर रहा है। दिग्विजय सिंह की सरकार के समय मध्य प्रदेश में कुल सिंचित भूमि महज साढ़े सात लाख हेक्टेयर थी, जबकि शिवराज सरकार ने इसे बढ़ाकर 40 लाख हेक्टेयर करने का काम किया है। अगले पांच सालों में हमारा लक्ष्य प्रदेश की 80 लाख हेक्टेयर भूमि को सिंचित करना है।

दिग्विजय सिंह की कांग्रेस सरकार किसानों से कृषि ऋण पर 18% का ब्याज वसूलती थी, जबकि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने ब्याज को घटाते-घटाते ख़त्म कर दिया है। प्रदेश में कांग्रेस सरकार ने कभी भी समर्थन मूल्य पर जनता से फसल की खरीद नहीं की, जबकि आज शिवराज सरकार समर्थन मूल्य पर बोनस के साथ धान और गेहूं खरीद रही है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार के समय राज्य की विकास दर – 4% थी जबकि भारतीय जनता पार्टी की सरकार में विगत 15 सालों में राज्य की औसत विकास दर 10.8% रही है। दिग्विजय सिंह की सरकार के समय मध्य प्रदेश का कृषि उत्पादन महज 214 लाख मीट्रिक टन था, जबकि शिवराज सिंह सरकार के समय राज्य का कृषि उत्पादन 545 लाख मीट्रिक टन तक पहुंचा है। अगले पांच साल में शिवराज सरकार राज्य के किसानों की आय को दुगुना करने के लक्ष्य को साकार करने के लिए कटिबद्ध है। कांग्रेस की दिग्विजय सिंह सरकार और भारतीय जनता पार्टी की शिवराज सिंह चौहान सरकार के बीच तुलना करते हुए उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह सरकार में प्राथमिकशालाएं 56 हजार से बढ़कर 83 हजार, माध्यमिकशालाएं 18 हजार से बढ़कर 30 हजार, इंजीनियरिंग कॉलेज 104 से बढ़कर 306 और मेडिकल कॉलेज 5 से बढ़कर 18 हुई हैं।

श्री शाह ने कहा कि राहुल गांधी को चुनौती देते हुए कहा कि आप मध्य प्रदेश में अपनी सरकार के विकास के आंकड़े और हमारी सरकार के विकास के आंकड़ें लेकर आयें, हमारा कोई भी कार्यकर्ता राज्य के किसी भी शहर में आप से बहस के लिए तैयार है, लेकिन आप झूठे वादे कर जनता को गुमराह न करें। उन्होंने कहा कि 13वें वित्त आयोग के दौरान कांग्रेस की सोनिया-मनमोहन सरकार ने मध्य प्रदेश को विकास के लिए महज लगभग 1,34,190 करोड़ रुपये की राशि दी थी, लेकिन मोदी सरकार ने 14वें वित्त आयोग में राज्य के लिए 3,44,126 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की है। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त मुद्रा बैंक योजना में लगभग 32,000 करोड़, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए 984 करोड़, अमृत मिशन के लिए 2593 कोर्ड, स्वच्छ भारत मिशन के लिए 427 करोड़, अर्बन ट्रांसपोर्टेशन के लिए 22 करोड़, इंदौर मेट्रो के लिए 7000 करोड़, भोपाल मेट्रो के लिए 7000 कोर्ड, इंटीग्रेटेड को-ऑपरेटिव डेवलपमेंट के लिए 1794 करोड़ और प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए 4000 करोड़ रुपये, कुल 57,000 करोड़ रुपये अलग से मध्य प्रदेश को दिए गए हैं।