कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार की उलटी गिनती शुरू हो गई है : अमित शाह

| Published on:

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने 10 जनवरी को कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिला स्थित होलालकेरे में 79 दिनों तक चलने वाली कर्नाटक के नवनिर्माण की परिवर्तन यात्रा को संबोधित किया और कर्नाटक की बदहाली के लिये कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार पर जमकर प्रहार किया। ज्ञात हो कि कर्नाटक में परिवर्तन यात्रा भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं भाजपा के मुख्यमंत्री पद के प्रत्याशी श्री बी. एस. येदुरप्पा के नेतृत्व में पिछले वर्ष 02 नवंबर को शुरू हुई थी जो राज्य के 224 विधान सभाओं की गांव-गलियों से गुजरते हुए 28 जनवरी, 2018 को पूर्ण होगी और इसका समापन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी करेंगे। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने 02 नवंबर, 2017 को बेंगलुरु में परिवर्तन यात्रा का शुभारंभ किया था। अभी तक परिवर्तन यात्रा 69 दिनों में 174 विधान सभाओं तक पहुंची है और इसने 8,000 किलोमीटर की दूरी तय की है।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि कर्नाटक परिवर्तन यात्रा के दौरान हमने प्रदेश के युवाओं में जो जोश देखा है, राज्य की जनता में प्रदेश की कांग्रेस सरकार के प्रति जो गुस्सा और आक्रोश देखा है, इससे यह स्पष्ट है कि कर्नाटक में कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार की उलटी गिनती शुरू हो गई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के भ्रष्टाचार ने जनता के विकास से सिद्धारमैया सरकार का कनेक्शन काट दिया है। उन्होंने कहा कि सरकारें आम जनता की भलाई के लिये होती हैं, लेकिन कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार केवल कांग्रेसियों के भले के लिए ही चल रही है।

श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इन साढ़े तीन सालों में कर्नाटक के विकास के लिए कई योजनाओं की शुरुआत की, लेकिन कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार इन योजनाओं को जनता तक पहुंचने ही नहीं देती। उन्होंने कहा कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री आरोप लगाते हैं कि मोदी सरकार कर्नाटक की मदद नहीं कर रही, आज मैं इसका जवाब देने आया हूं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की यूपीए सरकार ने 13वें वित्त आयोग में सेन्ट्रल शेयर के रूप में कर्नाटक को केवल 88,583 करोड़ रुपये दिये थे, जबकि 14वें वित्त आयोग में मोदी सरकार ने कर्नाटक को 2,19,506 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की है जो कांग्रेस की यूपीए सरकार की तुलना में ढाई गुना अधिक है। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त मुद्रा योजना में 39 हजार करोड़, स्मार्ट सिटी में 960 करोड़, अमृत मिशन के लिए 4900 करोड़, बेंगलुरु मेट्रो के लिए 2617 करोड़, स्वच्छ भारत अभियान के तहत 204 करोड़ रुपये, बसों की खरीद के लिए 239 करोड़ रुपये, स्वायल हेल्थ कार्ड के लिए 31 करोड़ रुपये, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के लिए 600 करोड़ रुपये, रेलवे के विकास के लिए 2197 करोड़ रुपये और सड़कों के निर्माण के लिए लिए लगभग 27,000 करोड़ रुपये उपलब्ध कराये गये हैं। लेकिन ये पैसा कर्नाटक की जनता तक नहीं पहुंच रहा, क्योंकि भ्रष्टाचारी सिद्धारमैया सरकार केवल राजनीति करना चाहती है, विकास नहीं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने कर्नाटक को इन क्षेत्रों में लगभग 79 हजार करोड़ रुपये दिए हैं, इस तरह मोदी सरकार ने कर्नाटक को विकास के लिए लगभग तीन लाख करोड़ रुपये की राशि दी है। उन्होंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री को चुनौती देते हुए कहा कि आप मेरा क्या हिसाब मांगते हैं, कर्नाटक की जनता दो लाख करोड़ रुपये का हिसाब आपसे मांग रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के अंतर्गत कर्नाटक में 3.33 लाख करोड़ गरीब माताओं को गैस कनेक्शन दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा कर्नाटक के विकास के लिए दिया गया पैसा कर्नाटक के कांग्रेसी नेताओं के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की अनुदान राशि के साथ-साथ कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार राज्य की जनता का भी अरबों-खरबों रुपये खा गई है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार ने कर्नाटक में भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड को तोड़ कर रख दिया है। उन्होंने कहा कि क्या किसी आम जनता को कभी 70 लाख रुपये की घड़ी भेंट में मिली है, लेकिन इस तरह की भेंट कर्नाटक के मुख्यमंत्री को क्यों मिलती है, ऐसा इसलिए है कि यहां के मुख्यमंत्री जनता के पैसे को उद्योगपतियों पर लुटाते हैं। उन्होंने कहा कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने अर्कावती लेआउट की 50 एकड़ जमीन के लैंड यूजेज को बदल दिया, तीन साल से इसकी रिपोर्ट नहीं आई है। आखिर इसका जिम्मेदार कौन है? उन्होंने कहा कि कांग्रेसी गरीबों की दाल-चावल भी खा जाते हैं, मंत्री के पत्नी लाखों रुपये लेते हुए स्टिंग में पकड़ी जाती हैं। अवैध खनन के कारण कर्नाटक की कांग्रेस सरकार के एक मंत्री को 6 महीने में ही इस्तीफा देना पड़ता है। लाइब्रेरी में सेलरी बढ़ाने के लिए तीन करोड़ रुपये की रिश्वत मांगी जाती है, सिटी स्कैन/एमआरआई के लगाने का कॉन्ट्रैक्ट सरकार में बैठे नेताओं के रिश्तेदारों को दिया जाता है। अपने परिवार वालों को 150 करोड़ रुपये की पीडीए की जमीन अवैध तरीके से हस्तांतरित कर दिया जाता है, इसके आधुनिकीकरण में 900 करोड़ रुपये का घोटाला होता है, इस तरह से कांग्रेस ने कर्नाटक को बदहाल करके रख दिया है। उन्होंने कहा कि सिद्धारमैया सरकार के मंत्री डीके शिवकुमार के घर रेड पड़ती है, करोड़ों रुपये का कच्चा चिठ्ठा पकड़ा जाता है, लेकिन आज भी वे मंत्रिमंडल में बने हुये हैं। मैं पूछना चाहता हूँ कि आखिर क्यों ये लोग अब तक मंत्रिमंडल में बने हुए हैं? उन्होंने कहा कि कर्नाटक में स्टील ब्रिज की मंजूरी के लिए 100 करोड़ रुपये की किस्मत मांगी जाती है, 300 मेगावाट सोलर पावर में भी रिश्वत मांगी जाती है और गोविंदराज की डायरी खोलें तो भ्रष्टाचार का काला चिट्ठा ही सामने आ जाता है। उन्होंने कहा कि सिद्धारमैया सरकार ने राज्य के मछुआरों-किसानों की चिंता किये बगैर ही कर्नाटक के लगभग 1800 से अधिक तालाबों को डिमोडिफाइड कर दिया, आखिर इसकी जवाबदेही किसकी है ?

श्री शाह ने कर्नाटक में भाजपा एवं विचार परिवार के कार्यकर्ताओं पर हो रहे हिंसक हमलों पर कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पिछले चार साल में कर्नाटक में 20 से अधिक संघ परिवार एवं भाजपा के बेकसूर कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या कर दी गई है। क्या कर्नाटक के मुख्यमंत्री जी के पास इसका कोई जवाब है? उन्होंने कहा कि क्यों सिद्धारमैया सरकार इन मामलों की सही जांच नहीं कर रही? उन्होंने कर्नाटक की कांग्रेस सरकार से भाजपा एवं संघ कार्यकर्ताओं पर हो रहे अत्याचारों पर रोक लगाने के लिए एक्शन लेने को कहा। उन्होंने कहा कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार की आयु लंबी नहीं है, राज्य में भाजपा की सरकार आते ही दोषियों को सजा दी जायेगी।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार वोट बैंक की पॉलिटिक्स कर रही है, तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है, इस सरकार को राज्य एवं देश की सुरक्षा की कोई चिंता नहीं है और इसलिए इसने वोट बैंक की राजनीति की खातिर देश विरोधी कार्यों में संलिप्त SDPI के ऊपर से सारे केस हटा लिए हैं।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि ओबीसी कमीशन को संवैधानिक मान्यता दिए जाने की मांग 1955 से लगातार हो रही थी, लेकिन आज तक इस दिशा में कोई प्रयास नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की मोदी सरकार ओबीसी कमीशन को संवैधानिक मान्यता प्रदान करने का विधेयक लेकर संसद में आई थी, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने राज्य सभा में पारित नहीं होने दिया। उन्होंने कहा कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री पिछड़े वर्ग का हितैषी होने की बातें करते हैं, लेकिन ओबीसी कमीशन को संवैधानिक मान्यता प्रदान करने वाले विधेयक को राज्य सभा में गिराने का पाप कांग्रेस पार्टी ने किया है।

श्री शाह ने कहा कि कर्नाटक में सैकड़ों किसान आत्महत्या कर रहे हैं। चित्रदुर्ग जिले में पिछले तीन साल से अकाल है, लेकिन सिद्धारमैया सरकार के माथे पर जूं तक नहीं रेंगती। उन्होंने कहा कि सिद्धारमैया सरकार से राज्य के युवा खुश नहीं हैं, किसान खुश नहीं हैं, महिलायें खुश नहीं हैं, यह सरकार एक पल के लिए भी सत्ता में बने रहने का हक़ खो चुकी है। अब इस सरकार को बदलने का वक्त आ गया है। उन्होंने कहा कि मैं कर्नाटक की जनता को भारतीय जनता पार्टी की ओर से विनती करने आया हूं कि आप राज्य में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में एक ऐसी मजबूत सरकार का गठन करें जो प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर राज्य का विकास करे और इसे एक अग्रणी राज्य के रूप में विकसित करे। उन्होंने सभा के माध्यम से कर्नाटक की जनता का आह्वान करते हुए कहा कि आप आगामी विधानसभा चुनाव में एक बार फिर से कर्नाटक में श्री येदुरप्पा जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाकर कर्नाटक को कांग्रेस-मुक्त बनाएं।