‘हर मोर्चे पर विफल है कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार’

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने 26 फरवरी को कर्नाटक के व्यस्ततम सांगठनिक प्रवास के तीसरे और अंतिम दिन गुलबर्ग में एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया और राज्य की बदहाली के लिए कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार पर जम कर प्रहार किया। श्री शाह ने कहा कि कर्नाटक के युवा कांग्रेस कांग्रेस की भ्रष्ट सिद्धारमैया सरकार को थ्री डी (3D) से पारिभाषित कर रहे हैं, थ्री डी अर्थात् धोखा, दादागिरी और डायनेस्टी पॉलिटिक्स। असल में कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार का यही चरित्र है।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि कर्नाटक में जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी के प्रति जनता का उत्साह है और यह निश्चित है कि राज्य में अगली सरकार भारतीय जनता पार्टी की बनने जा रही है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक के हर क्षेत्र में भाजपा को अभूतपूर्व जनसमर्थन मिल रहा है, इसका कारण यह है कि कर्नाटक में कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार 5 साल में हर मोर्चे पर पूरी तरह से विफल रही है। उन्होंने कहा कि सिद्धारमैया सरकार लगातार भ्रष्टाचार के नये कीर्तिमान स्थापित करती जा रही है और वह इसे अपने मेडल के रूप में पेश करने से भी नहीं हिचकती। भ्रष्टाचार और कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार एक-दूसरे के पर्याय बन गये हैं।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस का कुशासन कैसा होता है, यह देखना है तो कांग्रेस की तरफ से पांच दशकों तक कर्नाटक में राजनीति करने वाले मल्लिकार्जुन खड़गे जी के लोक सभा क्षेत्र को देखिये, इतना पिछड़ा हुआ इलाका आपको कर्नाटक में कहीं और नहीं दिखाई देगा।

कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार पर करारा प्रहार करते हुए श्री शाह ने कहा कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने जिस प्रकार से केस की मेरिट में गये बिना PFI और SDPI पर से सभी केस विड्रा किये, यह एक घोर असंवैधानिक प्रकिया है और एकतरफा कार्रवाई है।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार के शासनकाल में कर्नाटक में 3781 किसानों ने आत्महत्या की है, जो एक गंभीर चिंता का विषय है लेकिन सिद्धारमैया सरकार के माथे पर जूं भी नहीं रेंगती। उन्होंने कहा कि किसानों की समस्या को दूर करने के लिए काम करने के बजाय सिद्धारमैया सरकार तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है, यह संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है। उन्होंने कहा कि मैं कल ऐसे तीन मृतक किसान परिवार से मिला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार किसानों की आत्महत्या को लेकर कतई गंभीर नहीं है। साथ ही, पीड़ित परिवार के प्रति उसका रवैया काफी असंवेदनशील है, यह निंदनीय है, मैं कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार की इस संवेदनहीनता की घोर भर्त्सना करता हू। उन्होंने कहा कि बहुत समय से यहां के किसानों की मांग है कि BSSK शुगर मिल को फिर से शुरू किया जाय। उन्होंने कहा कि हमने तय किया है कि किसानों की इस मांग को हम अपने घोषणा पत्र में शामिल शामिल करेंगे और इस समस्या का पूरा समाधान करेंगे।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी की सरकार जाने के बाद से विकास ठप्प पड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि 13वें वित्त आयोग में कांग्रेस की यूपीए सरकार ने कर्नाटक को जहां केवल 88,583 करोड़ रुपये दिए थे, वहीं 14वें वित्त आयोग में मोदी सरकार ने कर्नाटक सरकार को 2,19,506 करोड़ रुपये आवंटित किये हैं जो यूपीए सरकार की तुलना में लगभग ढाई गुना ज्यादा है। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त उज्जवल डिस्कॉम योजना के लिए लगभग 4,300 करोड़, डिस्ट्रिक्ट मिनिरल फंड के तौर पर 34,353 करोड़, स्मार्ट सिटी के लिए 960 करोड़, अमृत योजना के लिए 4,953 करोड़, स्वच्छ भारत अभियान के लिए 204 करोड़, बस खरीद के लिए 239 करोड़, बेंगलुरु मेट्रो के लिए 2600 करोड़, स्वायल हेल्थ कार्ड के लिए 31 करोड़, प्रधानमंत्री सिंचाई योजना के लिए 405 करोड़, प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए 219 करोड़, नये सड़कों-हाइवे के निर्माण के लिए 50 प्रोजेक्ट्स हेतु लगभग 27 हजार करोड़ रुपये और राज्य में रेलवे के विकास के लिए 2197 करोड़ रुपये दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह कर्नाटक को 14वें वित्त आयोग की अनुदान राशि के अलावा विकास के लिए विभिन्न परियोजनाओं में 1,17,000 करोड़ रुपये और अधिक मिले हैं। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत राज्य में 6.15 लाख गैस कनेक्शन वितरित किये गए हैं। साथ ही, लगभग पौने दो करोड़ LED बल्ब भी वितरित किये गये हैं।

श्री शाह ने कहा कि कर्नाटक की जनता हर मोर्चे पर विफल कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार को बदलने के लिए तैयार बैठी है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और कर्नाटक में श्री येदुरप्पा जी के नेतृत्व में चुनाव जीतने के लिए तैयार है।