पिछले पांच वर्षों में महंगाई में निरंतर कमी

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देश में महंगाई दर पिछले पांच वर्षों से निरंतर कम हो रही है। सीपीआई आधारित प्रमुख महंगाई दर वर्ष 2017-18 के 3.6 प्रतिशत, वर्ष 2016-17 के 4.5 प्रतिशत, वर्ष 2015-16 के 4.9 प्रतिशत और 2014-15 के 5.9 प्रतिशत से घटकर वर्ष 2018-19 में 3.4 प्रतिशत के स्तर पर आ गई।
आर्थिक समीक्षा 2018-19 के अनुसार प्रमुख महंगाई दर अप्रैल 2018 के 4.6 प्रतिशत की तुलना में अप्रैल 2019 में 2.9 प्रतिशत आंकी गई। उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (सीएफपीआई) पर आधारित खाद्य महंगाई दर वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान घटकर 0.1 प्रतिशत के निम्न स्तर पर आ गई।

थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित महंगाई दर वर्ष 2016-17 के 1.7 प्रतिशत, वर्ष 2015-16 के (-) 3.7 प्रतिशत और वर्ष 2014-15 के 1.2 प्रतिशत की तुलना में वर्ष 2017-18 में 3.0 प्रतिशत के स्तर पर टिकी रही। वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर 4.3 प्रतिशत आंकी गई।

ग्रामीण और शहरी महंगाई में कमी

आर्थिक समीक्षा के अनुसार कम महंगाई दर के मौजूदा दौर की एक खास बात यह है कि ग्रामीण महंगाई के साथ-साथ शहरी महंगाई में भी कमी देखने को मिली। आर्थिक समीक्षा में बताया गया है कि जुलाई, 2018 से ही शहरी महंगाई की तुलना में ग्रामीण महंगाई में कमी की गति अपेक्षाकृत ज्यादा तेज रही है। इसकी बदौलत मुख्य महंगाई दर भी घट गई।

आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि ग्रामीण महंगाई में कमी खाद्य महंगाई के घटने की बदौलत संभव हो पाई है जो पिछले छह महीनों (अक्टूबर, 2018 – मार्च 2019) से ऋणात्मक स्तर पर टिकी हुई है।