अगले पांच साल जनचेतना-जन भागीदारी के लिए : नरेन्द्र मोदी

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लोकसभा चुनाव में जबरदस्त जीत दर्ज करने के बाद प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 26 मई को अपने गृह राज्य गुजरात गए। यहां अहमदाबाद में उन्होंने पहले कार्यकर्ताओं को संबोधित किया, फिर अपनी मां हीराबेन का आशीर्वाद लेने गांधीनगर पहुंचे। यहां उन्होंने अपनी मां के पैर छूकर आशीर्वाद लिया।
श्री नरेन्द्र मोदी ने अहमदाबाद में रैली को संबोधित किया। श्री मोदी ने कहा, ‘मैं यहां आपका आशीर्वाद लेने आया हूं। बड़ा जनादेश बड़ी जिम्मेदारियां लाता है। इतनी बड़ी जीत के बाद विनम्र बने रहने महत्वपूर्ण है। गुजरात में भाजपा ने लगातार दूसरी बार सभी सीटों पर जीत दर्ज की। 2019 का चुनाव न भाजपा लड़ी, न मैं लड़ा और न ही कोई और नेता। यह चुनाव देश की जनता ने लड़ा। इस बार सभी राजनीतिक पंडित फेल हो गए। छठे चरण के बाद मैंने कहा था कि हमें 300 से ज्यादा सीटें मिलेंगी। कई लोगों ने मेरा मजाक उड़ाया। चुनावों के दौरान मैंने देखा कि लोगों ने एक मजबूत सरकार बनाने के लिए वोट किया।’

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आने वाले पांच साल जनचेतना और जन भागीदारी के जरिये विश्व में भारत की खोई हुई ताकत वापस लाने के लिए हैं। 1942 से 1947 की तरह ही आने वाले पांच साल देश के लिए काफी अहम हैं। हमें इन पांच वर्षों का इस्तेमाल जनता की समस्याओं को हल करने और देश के सर्वांगीण विकास के लिए करना है। हमें मिलकर देश को विश्व स्तर पर और आगे बढ़ाना होगा।
श्री मोदी ने कहा कि 2014 के चुनावों में लोगों को गुजरात के विकास के बारे में पता चला। इन चुनावों से पहले मुझे कोई नहीं जानता था, लेकिन गुजरात के विकास की चर्चा हर जगह होती थी। मैंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो देखा, जिसमें पश्चिम बंगाल की एक महिला मोदी-मोदी कह रही है। जब इस बारे में पूछा गया तो जवाब मिला कि मैं गुजरात गई, मैंने वहां विकास देखा। ऐसा ही विकास में पश्चिम बंगाल में चाहती हूं। लेकिन जब महिला से पूछा गया कि वोट किसे देंगी तो उसने कुछ नहीं कहा।

भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ की। उन्होंने कहा, दुनियाभर में मोदी-मोदी हो रहा है। पूरे विश्व में 125 करोड़ भारतीयों का मान बढ़ा है। कश्मीर से कन्याकुमारी तक विकास नजर आ रहा है। कभी गुजरात में यात्रा निकालने से डर लगता था। मोदीजी के आने के बाद गुजरात में दंगा खत्म हो गया।

श्री शाह ने कहा, लोग यहां हमारा स्वागत करने आए हैं, लेकिन हमें सूरत में अग्निकांड के दौरान जिंदगी खोने वाले 22 बच्चों को श्रद्धांजलि देनी चाहिए। हमें उनके और उनके परिवार के लिए भगवान से प्रार्थना करनी चाहिए।