मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर का निधन

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                                    (2 जून, 1930 – 21 अगस्त, 2019)

भाजपा के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल गौर का 21 अगस्त को भोपाल में निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। श्री गौर 2004-2005 के दौरान मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे तथा वे भोपाल की गोविंदपुरा सीट से लगातार 10 बार विधायक रहे।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने श्री गौर के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, “बाबूलाल गौर जी का लम्बा राजनीतिक जीवन जनता-जनार्दन की सेवा में समर्पित था। जनसंघ के समय से ही उन्होंने पार्टी को मज़बूत और लोकप्रिय बनाने के लिए मेहनत की। मंत्री और मुख्यमंत्री के रूप में मध्यप्रदेश के विकास के लिए किए गए उनके कार्य हमेशा याद रखे जाएंगे।”

उन्होंने कहा, ‘‘बाबूलाल गौर जी के निधन से गहरा दुःख हुआ। ईश्वर शोक संतप्त परिवार को दुःख की इस घड़ी में धैर्य और संबल प्रदान करे। ओम शान्ति!”

केंद्रीय गृहमंत्री व भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने श्री बाबूलाल गौर के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि जनता की सेवा एवं राष्ट्र के विकास के प्रति उनका समर्पण सदैव हमें प्रेरणा प्रदान करता रहेगा। श्री शाह ने ट्वीट किया कि मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल गौर जी के निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। उनका पूरा जीवन प्रदेश की जनता की सेवा में समर्पित रहा। बाबूलाल गौर जी ‘भारतीय मजदूर संघ’ के संस्थापक सदस्य थे। उन्होंने आपातकाल का पुरजोर विरोध किया जिसके लिए उन्हें 19 माह की जेल भी हुई।

उन्होंने कहा, ‘‘बाबूलाल गौर जी ने ‘गोवा मुक्ति आन्दोलन’ में भी सक्रीय भूमिका निभाई। मध्यप्रदेश में भाजपा को सशक्त करने और जनता के हितों के लिए उनके संघर्ष सदैव याद किये जायेंगे। मैं उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। ईश्वर दिवंगत आत्मा को सदगति प्रदान करे। ॐ शांति शांति शांति।”

भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने श्री गौर के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, “जनसंघ काल के वरिष्ठ नेता, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर जी के निधन से मन व्यथित है। उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन मध्यप्रदेश के विकास को समर्पित किया। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें एवं शोकाकुल परिजनों को दुःख सहने की शक्ति दें। ॐ शांतिः शांतिः शांतिः।

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “मध्यप्रदेश की राजनीति में एक युग की समाप्ति। भाजपा मध्यप्रदेश के आधार स्तंभ, पूर्व मुख्यमंत्री, हमारे मार्गदर्शक व जन-जन के नेता बाबूलाल गौर के निधन से दुःखी हूं। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें व परिजनों को इस गहन दुःख को सहने की क्षमता प्रदान करें। ओम शांति।”

मध्यप्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री राकेश सिंह ने ट्वीट कर लिखा, ‘’अत्यंत दुःख की बात है कि हमारे मार्गदर्शक भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल जी गौर अब हमारे बीच नहीं रहे। उन्होंने प्रदेश में संगठन को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। ईश्वर दिवंगत आत्मा को श्रीचरणों में स्थान प्रदान करे।’’

जीवन परिचय

2 जून 1930 को उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में पैदा होने होने वाले श्री बाबूलाल गौर का भाजपा के नेता के रूप में मध्यप्रदेश की राजनीति में प्रमुख स्थान रहा। श्री गौर शिवराज के मंत्रिमंडल में नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री रहे। श्री गौर पहली बार 1974 में भोपाल दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में विधायक चुने गए। उन्होंने 1977 में गोविन्दपुरा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और वर्ष 2013 तक वहां से लगातार चुनाव लड़े और जीते भी।

बीए, एलएलबी श्री गौर 1990 से 1992 तक मध्यप्रदेश के स्थानीय शासन, विधि एवं विधायी कार्य, संसदीय कार्य, जनसंपर्क, नगरीय कल्याण, शहरी आवास तथा पुनर्वास एवं भोपाल गैस त्रासदी राहत मंत्री रहे। वे 2002 से 2003 तक मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रहे।

श्री बाबूलाल गौर सन् 1946 से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गए। उन्होंने दिल्ली तथा पंजाब आदि राज्यों में आयोजित सत्याग्रहों में भी भाग लिया। श्री गौर आपातकाल के दौरान 19 माह जेल में भी रहे।
सक्रिय राजनीति में आने से पहले बाबूलाल गौर ने भोपाल की कपड़ा मिल में नौकरी की थी और श्रमिकों के हित में अनेक आंदोलनों में भाग लिया था। वे भारतीय मजदूर संघ के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे हैं।