भविष्योन्मुखी – पथ को प्रशस्त करता भाजपा संकल्प पत्र

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लोकसभा चुनाव 2019 के लिए जारी भाजपा संकल्प पत्र राष्ट्र के तात्कालिक चुनौतियों के समाधान ढूंढ़ने के साथ–साथ नए भारत के लिए एक सुदृढ़ नींव के निर्माण की भविष्योन्मुखी पथ को प्रशस्त कर रहा है। संकल्प पत्र जो ‘भारत के मन की बात’ कार्यक्रम के अंतर्गत भारी जनभागीदारी का परिणाम है, देश के तीव्र विकास एवं प्रगति के लिये एक महत्वपूर्ण दस्तावेज बन गया है। यह एक बहु–स्तरीय एवं बहुआयामी एवं व्यापक जन–भागीदारी का परिणाम ही है जो एक ‘संकल्पित एवं सशक्त भारत’ के निर्माण के लिए एक संपूर्ण कार्ययोजना को अपने में समाहित किए हुए है। इसमें समाज के हर वर्ग का कल्याण, हर क्षेत्र की आवश्यकताओं और हर चुनौतियों को पूरे आत्मविश्वास एवं दृढ़ता से सामना करने का मंत्र है। वास्तव में यह एक आत्मविश्वास से भरे भारत जो गौरवशाली भविष्य के आलिंगन को तैयार है, उसका संकल्प पत्र है।

आज जबकि भाजपा पुन: सरकार बनाने की तैयारी कर रही है, संकल्प पत्र उस निरंतरता पर बल देती है, जिसमें पिछले पांच वर्षों में हर क्षेत्र में जबरदस्त उपलब्धियां प्राप्त की और आने वाले पांच वर्षों में इन उपलब्धियों को आगे ले जाना चाहती हो। आज जबकि भारत विश्व की सबसे तेज गति से विकास करने वाली बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक बन चुकी है, जिसने अपनी मुद्रास्फीति एवं बजटीय घाटे को नियंत्रित कर लिया है, भारत को कड़ी मेहनत से प्राप्त इन बढ़तों पर एक सुदृढ़ भविष्य का निर्माण करना हैं। संस्थागत सुधार, अभिनव प्रयोग, शासन में तकनीक की उपयोगिता में हुए प्रगति से अर्थव्यवस्था में वह स्थिरता आई है, जिससे अब वह एक लंबी छलांग लगाने को तैयार है। इन सबके साथ–साथ अंत्योदय के सिद्धांत पर गरीब से गरीब का कल्याण, किसान, मजदूर, अनु.जाति, अनु.ज.जाति, पिछड़ा वर्ग, सामान्य वर्ग के गरीब, महिला, युवा एवं छोटे उद्यमियों की हित में किये गय व्यापक कार्य पूरी अर्थव्यवस्था को बड़े लाभ पहुंचा रही है। महंगाई पर लगाम, कर में ब्याज पर कमी, भ्रष्टाचार मुक्त सरकार, पारदर्शी एवं भागीदारीयुक्त शासन से समाज का हर व्यक्ति लाभान्वित है और सशक्त होकर अर्थव्यवस्था में अपना महत्वपूर्ण योगदान कर रहा है। वास्तव में यदि देखा जाये तो यह कहने में कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी कि पिछले पांच वर्षों की कड़ी मेहनत से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश को उस स्थान पर पहुंचा दिया है कि जहां से देश के हर वर्ग की आकांक्षाओं को पूरा किया जा सकता है।

संकल्प पत्र पिछले पांच वर्ष की उपलब्धियों पर भविष्योन्मुखी निर्माण के लक्ष्य प्राप्ति का उद्घोष है। इसमें वर्णित 75 संकल्प जो 2022 में देश की स्वतंत्रता के 75वें वर्षगांठ पर पूरा करना है, एक समृद्ध एवं सशक्त भारत की कल्पना को साकार करने की भाजपा की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। साथ ही, 2047 में जब देश अपनी स्वतंत्रता की 100वीं वर्षगांठ मनायेगा, उसके लिये अगले पांच वर्षों में मजबूत नींव डालने का संकल्प प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी एवं दृढ़निश्चयी नेतृत्व को दर्शाता है। एक ऐसे भारत का स्वप्न देखना जिसमें हर किसी का अपना पक्का घर हो, सभी घरों में बिजली हो, पाइप से पीने का पानी पहुंचता हो, हर रसोईघर में गैस चूल्हा हो, घर में शौचालय हो, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं स्वास्थ्य रक्षण हो– इन सब संकल्पों से सर्वस्पर्शी एवं सर्वव्यापी दृष्टि का पता चलता है जो ‘सबका साथ, सबका विकास’ की अवधारणा से प्रेरित है। संकल्प पत्र पूरे राष्ट्र के लिए एक विकासोन्मुखी परिवर्तनकारी कार्यक्रम को लेकर आया है।

जहां भाजपा संकल्प पत्र ‘राष्ट्र प्रथम’ के मंत्र से अभिमंत्रित है, वहीं कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र ‘वोट बैंक प्रथम’ के आधार पर जारी किया है। भाजपा ने पुन: समान नागरिक संहिता, राम मंदिर, धारा 370 एवं राष्ट्रीय सुरक्षा एवं सम्मान से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर अपनी प्रतिबद्धता दोहरायी है। इसके ठीक उलट कांग्रेस राष्ट्रीय संरचना को कमजोर करने वाले अलगाववादी एवं विध्वंसकारी तत्वों को अपने घोषणापत्र में बढ़ावा देने की बात करती है। भाजपा आतंकवाद के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति के लिए प्रतिबद्ध है पर कांग्रेस ‘आफस्पा’ एवं ‘राष्ट्रद्रोह कानून’ को ही मिटाना चाहती है और जब कांग्रेस गरीबों के कल्याण की बात करती है तब काफी हास्यास्पद लगता है। कांग्रेस जिसकी विश्वसनीयता अब नकारात्मक हो चुकी है अपने झूठे वादों से जनता को मूर्ख नहीं बना सकती। झूठ एवं फरेब की राजनीति में उलझने के स्थान पर कांग्रेस को आत्मचिंतन करना चाहिए। आज जब भारत प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के करिश्माई एवं सुदृढ़ नेतृत्व में तेज गति से आगे बढ़ रहा है, संकल्प पत्र आने वाले सुनहरे भविष्य की झलकियां दिखा रहा हैं इससे निरंतरता, सुरक्षा, आत्मविश्वास, समृद्धि एवं प्रगति सुनिश्चित होगी।

                                                                                                                                              shivshakti@kamalsandesh.org