गहलोत सरकार ने राजस्थान में सभी विकास परियोजनाओं को ठप्प कर दिया है : अमित शाह

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने 18 फरवरी को राजस्थान के जयपुर स्थित सूरज मैदान, राजापार्क में विशाल शक्ति केंद्र सम्मेलन को संबोधित किया और कार्यकर्ताओं से केंद्र में फिर एक बार प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की लोकप्रिय सरकार बनाने का आह्वान किया। इस शक्ति केंद्र सम्मेलन में जयपुर क्लस्टर के तीन लोक सभा क्षेत्रों जयपुर शहर, जयपुर ग्रामीण और सीकर के शक्ति केंद्र कार्यकर्ता शामिल हुए। माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने 12 जिला कार्यालयों कोटा, चित्तौड़, बांसवाडा, डूंगरपुर, राजसमंद, नागौर, टोंक, भीलवाड़ा, बाड़मेर, बीकानेर, गंगानगर और हनुमानगढ़ का रिमोट से शिलान्यास भी किया। कार्यक्रम में पार्टी उपाध्यक्ष एवं राजस्थान की मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे, राजस्थान भाजपा अध्यक्ष श्री मदनलाल सैनी, राजस्थान के प्रभारी श्री प्रकाश जावड़ेकर, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री श्री रामलाल सहित कई गणमान्य नेता उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत में सबसे पहले पुलवामा हमले में शहीद भारत मां के वीर सपूतों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

श्री शाह ने कहा कि हमारा शक्ति केंद्र सम्मेलन आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ने के संकल्प का सम्मेलन है। उन्होंने कहा कि राजस्थान के पांच वीर सपूत कोटा से श्री हेमराज मीणा, धौलपुर से श्री भागीरथ सिंह, भरतपुर से श्री जीतराम गुर्जर, जयपुर से श्री रोहिताश लांबा और राजसमंद से श्री नारायण गुर्जर ने भी मां भारती की सुरक्षा में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। पूरा राष्ट्र अपने वीर जवानों की शहादत के सम्मान में नतमस्तक है एवं दुःख की इस घड़ी में वीर शहीदों के परिवार के साथ एकजुट हो खड़ा है। पूरे देश में पुलवामा हमले को लेकर गुस्सा, दुःख और आक्रोश है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की श्री नरेन्द्र मोदी सरकार हमारे जवानों की शहादत को व्यर्थ नहीं जाने देगी। उनके बलिदान का माकूल जवाब दुश्मनों को मोदी सरकार और हमारे वीर जवान देंगे। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि देश के सभी राजनीतिक दलों में भारतीय जनता पार्टी ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जो आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाती है और दुनिया भर के नेताओं में आतंकवाद के खिलाफ सबसे प्रबल राजनीतिक इच्छाशक्ति यदि किसी नेता में हैं तो वे हमारे लोकप्रिय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी हैं।

श्री शाह ने कहा कि राजस्थान विधान सभा चुनाव में कांग्रेस की जीत जरूर हुई है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी पराजित नहीं हुई है, हमने अपना स्थान अच्छे से बनाकर रखा है। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले लोग भविष्यवाणी करते थे कि भाजपा साफ़ हो जायेगी, लेकिन श्रीमती वसुंधरा राजे सिंधिया जी और श्री मदनलाल सैनी के नेतृत्व में जिस तरह से हमने चुनाव लड़ा, उसका परिणाम यह रहा कि भारतीय जनता पार्टी इतने बड़े प्रदेश में मात्र लगभग डेढ़ लाख वोटों (0.5%) से ही पीछे रही। उन्होंने कहा कि हम तो दो से 282 सीटों तक सफ़र करने वाले लोग हैं, हमारे लिए जीत-हार मायने नहीं रखती। उन्होंने कहा कि राजस्थान में जनता के फैसले को विनम्रता के साथ स्वीकार करते हुए हम यह प्रण लेते हैं कि लोक सभा चुनाव में फिर से राजस्थान के आसमान में भाजपा का झंडा फहराएंगे और कांग्रेस को परास्त करेंगे। उन्होंने कहा कि राजस्थान श्री लालकृष्ण आडवाणी, श्री सुंदर सिंह भंडारी और श्री भैरोंसिंह शेखावत की कर्मभूमि रही है। यहां भाजपा कभी परास्त नहीं होने वाली।

श्री शाह ने कहा कि गहलोत सरकार को तो बने अभी कुछ ही दिन हुए हैं, लेकिन आगाज ही बताने के लिए काफी है कि अंजाम कितना बुरा होगा। उन्होंने कहा कि पूत के पांव पालने में भी दिख जाते हैं, अभी तो कांग्रेस की गहलोत सरकार के बने कुछ ही दिन हुए हैं और यूरिया के लिए किसानों पर लाठी चलनी शुरू हो गई, जबकि भारतीय जनता पार्टी की मोदी सरकार के पांच वर्षों के शासन में देश में कहीं भी यूरिया की कोई किल्लत नहीं रही। आखिर कौन कर रहा है राजस्थान सहित अन्य कांग्रेस शासित राज्यों में यूरिया की कालाबाजारी? उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार ने राजस्थान में सभी विकास परियोजनाओं को ठप्प कर दिया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार में डिप्टी चीफ मिनिस्टर सीएम बनने की फिराक में है और चीफ मिनिस्टर अपनी कुर्सी बचाने में लगे हुए हैं और दोनों के झगड़े में प्रदेश की जनता पिस रही है। आंदोलन शुरू किये जा रहे हैं, क्योंकि चीफ मिनिस्टर परेशान होंगे तभी तो मुख्यमंत्री बन पायेंगे, यही कांग्रेस की संस्कृति है।