भारत दुनिया की सबसे खुली और निवेश के अनुकूल अर्थव्यवस्था : नरेन्द्र मोदी

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वैश्विक मंदी के बावजूद ब्रिक्स देशों ने आर्थिक विकास को दी गति

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 13-14 नवंबर को ब्राजील के ब्रासिलिया शहर में 11वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लिया। उन्होंने भारत को दुनिया की सबसे “खुली एवं निवेश के लिए अनुकूल” अर्थव्यवस्था बताते हुए ब्रिक्स देशों की कंपनियों और कारोबारियों से भारत में निवेश करने और वहां मौजूद “असीम” संभावनाओं तथा “अनगिनत” अवसरों का लाभ उठाने का आग्रह किया।

नवाचार हमारे विकास का आधार

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 14 नवंबर को ब्राजील में अन्य सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ ब्रिक्स के ग्यारहवें शिखर सम्मेलन के पूर्ण सत्र को सम्बोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इस बार इस शिखर सम्मेलन का मुख्य विषय नवाचार युक्त भविष्य के लिए आर्थिक विकास बहुत ही प्रासंगिक है, क्योंकि नवाचार अब हमारे विकास का आधार बन चुका है। उन्होंने नवाचार को बढ़ावा देने के लिए ब्रिक्स के सदस्य देशों के बीच सहयोग मजबूत करने पर भी जोर दिया।

श्री मोदी ने कहा, ‘अब हमें ब्रिक्स की दिशा पर विचार करना है और अगले दस वर्षों में आपसी सहयोग और अधिक प्रभावी होना चाहिए।’ उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कई क्षेत्रों में सफलता के बावजूद कुछ क्षेत्रों में और प्रयास करने की काफी गुंजाइश है। प्रधानमंत्री ने आपसी व्यापार और निवेश पर विशेष ध्यान देने का आह्वान करते हुए कहा कि यह इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि ब्रिक्स देशों के बीच आपासी व्यापार दुनिया के कुल व्यापार का महज 15 प्रतिशत है, जबकि ब्रिक्स देशों में दुनिया की कुल आबादी का 40 फीसदी से ज्यादा हिस्सा बसता है।

श्री मोदी ने हाल ही में भारत में शुरु किए गए फिट इंडिया मूवमेंट का जिक्र करते हुए कहा कि वह फिटनेस और स्वास्थ्य के क्षेत्र में ब्रिक्स के सदस्य देशों के बीच संपर्क और साझेदारी बढ़ाने के इच्छुक हैं।

उन्होंने कहा कि टिकाऊ जल प्रबंधन और साफ सफाई आज भी शहरी क्षेत्रों में एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने इसके साथ ही ब्रिक्स देशों के जल मंत्रियों की पहली बैठक भारत में आयोजित करने का प्रस्ताव भी रखा।

प्रधानमंत्री ने आतंकवाद से निपटने के लिए ब्रिक्स की रणनीति पर पहली बार संगोष्ठी के आयोजन पर खुशी जाहिर करते हुए उम्मीद जताई कि पांच कार्य समूह के प्रयास और गतिविधियां आतंकवाद और अन्य संगठित अपराधों के खिलाफ ब्रिक्स देशों के सुरक्षा सहयोग को और मजबूत बनाएंगी। श्री मोदी ने कहा कि वीजा, सामाजिक सुरक्षा समझौतों और योग्यताओं की पारस्परिक मान्यता पांच सदस्य देशों के बीच व्यापार और पर्यटन के लिए अनुकूल माहौल बनाएगी।

विश्व की आर्थिक वृद्धि में ब्रिक्स देशों का 50 प्रतिशत योगदान

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 14 नवंबर को ब्राजील में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर ब्रिक्स व्यापार मंच को संबोधित किया। अन्य ब्रिक्स देशों के प्रमुखों ने भी व्यापार मंच को संबोधित किया।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि विश्व की आर्थिक वृद्धि में ब्रिक्स देशों का योगदान 50 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर मंदी के बावजूद ब्रिक्स देशों ने आर्थिक विकास को गति दी, लाखों लोगों को गरीबी से बाहर निकाला और प्रौद्योगिकी एवं नवाचार में नई सफलताएं हासिल कीं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ब्रिक्स देशों के अंदर व्यापार और निवेश के लक्ष्य और अधिक महत्वाकांक्षी होने चाहिए। उन्होंने ब्रिक्स देशों के बीच व्यापार की लागत को कम करने के लिए ब्रिक्स देशों से सुझाव भी मांगे। प्रधानमंत्री ने यह भी सुझाव दिया कि अगले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन तक कम से कम पांच ऐसे क्षेत्रों की पहचान की जानी चाहिए, जिसमें ब्रिक्स देशों के बीच संयुक्त उपक्रम का गठन किया जा सके।
प्रधानमंत्री ने कहा कि राजनीतिक स्थिरता, पूर्वानुमान योग्य नीति और व्यापार के अनुकूल सुधारों की वजह से भारत विश्व की सबसे खुली और निवेश के अनुकूल अर्थव्यवस्था है।

500 अरब डॉलर के आपसी व्यापार का लक्ष्य

प्रधानमत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ब्रिक्स व्यापार परिषद् और नव विकास बैंक-एनडीबी के साथ ब्रिक्स नेताओं की बैठक में हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि ब्रिक्स व्यापार परिषद् ने अगले शिखर सम्मेलन तक ब्रिक्स के सदस्य देशों के बीच 500 अरब डॉलर के आपसी व्यापार का लक्ष्य हासिल करने की रूपरेखा तय की है। उन्होंने कहा कि नव विकास बैंक और ब्रिक्स व्यापार परिषद् के बीच साझेदारी समझौता दोनों ही संगठनों के लिए लाभदायक रहेगा।

श्री मोदी ने ब्रिक्स देशों और नव विकास बैंक से प्राकृतिक आपदाओं को झेलने में सक्षम अवसंरचनाओं के निर्माण की वैश्विक पहल में साथ आने की अपील की। साथ ही, उन्होंने भारत में नव विकास बैंक की क्षेत्रीय शाखा खोले जाने का काम जल्दी पूरा करने का भी अनुरोध किया, ताकि प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में परियोजनाओं को बढ़ावा मिल सके।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मैं यह कहते हुए अपनी बात समाप्त करता हूं कि ब्रिक्स आर्थिक सहयोग को मजबूत करने का हमारा सपना परिषद् और नव विकास बैंक के पूरे सहयोग से ही साकार हो सकता है।”

ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर मेसियस बोलसोनारो से मुलाकात

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 11वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के अवसर पर ब्रासीलिया में 13 नवंबर को ब्राजील के राष्ट्रपति श्री जेयर मेसियस बोलसोनारो से मुलाकात की। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति को गणतंत्र दिवस 2020 के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया। ब्राजील के राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री श्री मोदी का निमंत्रण स्वीकार किया।

दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि दोनों देश इस मौके पर रणनीतिक साझेदारी को व्यापक रूप से बढ़ा सकते हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि वह व्यापार से संबंधित मामलों पर चर्चा के लिए उत्सुक हैं। उन्होंने ब्राजील से कृषि उपकरण, पशुपालन, फसल कटाई के बाद की प्रौद्योगिकी और जैव ईंधन सहित कई क्षेत्रों में संभावित निवेश की रूपरेखा भी तैयार की।

ब्राजील के राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री श्री मोदी को बताया कि उनके साथ एक बड़ा व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल भारत जाएगा। दोनों नेताओं ने अंतरिक्ष और रक्षा क्षेत्रों सहित सहयोग के अन्य क्षेत्रों पर भी चर्चा की। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने भारतीय नागरिकों को वीजा मुक्त यात्रा की सुविधा प्रदान करने के लिए राष्ट्रपति के फैसले का स्वागत किया।

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 11वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से पहले ब्रासीलिया में 13 नवंबर को चीन के राष्ट्रपति श्री शी जिनपिंग से मुलाकात की। चीन के राष्ट्रपति श्री शी जिनपिंग ने चेन्नई में दूसरी अनौपचारिक बैठक में उनकी मेजबानी करने के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी की प्रशंसा की और कहा कि वे प्रधानमंत्री मोदी और भारत के लोगों द्वारा किए गए स्वागत को नहीं भूलेंगे। उन्होंने 2020 में चीन में तीसरे अनौपचारिक शिखर सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी को आमंत्रित किया।

चीन के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री श्री मोदी ने व्यापार और निवेश से संबंधित मामलों पर संवाद बनाए रखने के महत्व पर सहमति जताई। राष्ट्रपति श्री शी जिनपिंग ने प्रधानमंत्री श्री मोदी को शंघाई में चीन के निर्यात-आयात प्रदर्शनी में भारत की भागीदारी के लिए धन्यवाद दिया। दोनों नेताओं ने व्यापार और अर्थव्यवस्था पर नए उच्च स्तरीय तंत्र के शीघ्र विकसित करने पर सहमति जताई।

दोनों नेताओं ने अगले साल दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ मनाने की तैयारियों की समीक्षा की। दोनों नेताओं ने कहा कि इससे लोगों के बीच संबंध और प्रगाढ़ होंगे। दोनों नेताओं ने कहा कि सीमा से संबंधित मामलों पर विशेष प्रतिनिधियों की एक और बैठक होगी। दोनों ने सीमा क्षेत्रों में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया।

राष्ट्रपति श्री शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री श्री मोदी ने डब्ल्यूटीओ, ब्रिक्स और आरसीईपी जैसे बहुपक्षीय मुद्दों पर विचार साझा किए।

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 11वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के अवसर पर ब्रासीलिया में 13 नवंबर को रूस के राष्ट्रपति श्री व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की। इस साल दोनों नेताओं की यह चौथी मुलाकात है।
बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने प्रधानमंत्री श्री मोदी की व्लादिवोस्तोक यात्रा के बाद से द्विपक्षीय संबंधों में हुई प्रगति की समीक्षा की। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने हमारे रक्षा मंत्री और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री की रूस की सफल यात्राओं का विशेष रूप से उल्लेख किया।

दोनों नेताओं ने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि 2025 तक द्विपक्षीय व्यापार का 25 अरब डॉलर का लक्ष्य पहले ही हासिल किया जा चुका है। दोनों नेताओं ने फैसला किया कि क्षेत्रीय स्तर पर व्यापार की बाधाओं को दूर करने के लिए रूसी प्रांतों और भारतीय राज्यों के स्तर पर अगले साल एक द्विपक्षीय क्षेत्रीय मंच का आयोजन किया जाएगा।

दोनों नेताओं ने तेल और प्राकृतिक गैस के आयात में स्थिरता और प्रगति का उल्लेख किया। राष्ट्रपति श्री पुतिन ने प्राकृतिक गैस में आर्कटिक क्षेत्र की क्षमता पर प्रकाश डाला और भारत को इस क्षेत्र में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया।

दोनों नेताओं ने बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में खासकर नागपुर-सिकंदराबाद रेल लाइन की गति बढ़ाने के संदर्भ में हुई प्रगति की समीक्षा की। नेताओं ने रक्षा क्षेत्र और असैन्य परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग पर भी संतोष व्यक्त किया। उन्होंने तीसरे देशों में असैन्य परमाणु ऊर्जा में सहयोग की संभावनाओं का स्वागत किया।

दोनों नेताओं ने कहा कि दोनों पक्ष अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर समान विचार रखते हैं और भविष्य में भी परामर्श जारी रखा जाएगा। राष्ट्रपति श्री पुतिन ने प्रधानमंत्री श्री मोदी को अगले साल विजय दिवस समारोह में भाग लेने के लिए मास्को आने का निमंत्रण दिया, जिसे प्रधानमंत्री ने सहर्ष स्वीकार कर लिया।