यार्ड 2097 (एलएसयू एल-56), लैंडिंग क्राफ्ट यूटिलिटी (एलसीयू) एमके-IV छठी श्रेणी का जहाज है। इस जहाज को मैसर्स जीआरएसई लिमिटेड द्वारा निर्मित कर 30 मार्च को कोलकाता में शामिल किया गया। यह कोलकाता में डीपीएसयू द्वारा तैयार किया गया 100वां जहाज है। जहाज के निर्माण की देखरेख वॉरशिप ओवरसीइंग टीम, कोलकाता द्वारा की गई।
जीआरएसई में आयोजित समारोह में शामिल होने वाले गणमान्य लोगों में रक्षा सचिव, वाइस एडमिरल बीके वर्मा एवीएसएम, एडीसी, सी-एनसी अंडमान और निकोबार कमांड तथा वाइस एडमिरल एमएस पवार एवीएसएम, वीएसएम, नौसेना प्रमुख, उप-प्रमुख शामिल थे।
इस लैंडिंग क्राफ्ट से सैनिकों, टैंकों और उपकरणों के परिवहन सहित भारतीय नौसेना की संचालन क्षमता भी बढ़ेगी, जो अंडमान और निकोबार द्वीप समूह से संबंधित होगी। जहाज की कमान लेफ्टिनेंट कमांडर गोपीनाथ नारायण के पास है और इसमें पांच अधिकारियों के अलावा 50 नौसैनिक भी शामिल हैं।