मई, 2019 के दौरान महंगाई में भारी कमी

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                            थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर 2.45 प्रतिशत

मासिक थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति की वार्षिक दर मई, 2019 के दौरान (मई, 2018 की तुलना में) 2.45 प्रतिशत रही, जबकि इससे पिछले महीने यह 3.07 प्रतिशत थी। इस तरह मई, 2019 के दौरान महंगाई में भारी कमी दर्ज की गई। वहीं, पिछले वर्ष के इसी महीने में यह 4.78 प्रतिशत रही थी। वित्त वर्ष में अब तक क्रमिक वृद्धि के साथ मुद्रास्फीति की दर 1.08 प्रतिशत आंकी गई, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में क्रमिक वृद्धि के साथ मुद्रास्फीति या महंगाई दर 1.72 प्रतिशत थी।

‘खाद्य उत्पाद’ समूह का सूचकांक पिछले महीने के 150.1 अंक पर अपरिवर्तित रहा। इस दौरान पान के पत्ते (5%), फल एवं सब्जियों (2%) और चाय एवं गेहूं (प्रत्येक 1 प्रतिशत) के दाम घट गए। वहीं, इस दौरान समुद्री मछली (7 प्रतिशत), अरहर (5 प्रतिशत), उड़द, मटर/चावली एवं बाजरा (प्रत्येक 4%), अंडे (3 प्रतिशत), मसूर एवं मूंग (प्रत्येक 2 प्रतिशत) और जौ, चना, रागी एवं अंतर्देशीय मछली (प्रत्येक 1%) के दाम बढ़ गए।

‘अखाद्य पदार्थों’ के समूह का सूचकांक पिछले महीने के 126.7 अंक (अनंतिम) से 0.9 प्रतिशत बढ़कर मई, 2019 में 127.8 अंक (अनंतिम) रह गया। ऐसा पुष्पकृषि एवं कुसुम (कार्डी बीज) (प्रत्येक 6%), कच्चे रबर एवं मूंगफली बीज (प्रत्येक 4%), अलसी का बीज (3 प्रतिशत), कच्चे जूट, मेस्ता, पशु चारा, कपास के बीज, सूरजमुखी, कच्चे रेशम एवं सरसों के बीज (प्रत्येक 1 प्रतिशत) के दाम बढ़ने के कारण हुआ। उधर, कोपरा (नारियल) (3 प्रतिशत), सोयाबीन एवं कॉयर फाइबर (प्रत्येक 2 प्रतिशत) और तिल के बीज, नाइजर सीड एवं ग्वार के बीज (प्रत्येक 1%) के दाम घट गए।

‘खाद्य उत्पादों के विनिर्माण’ समूह का सूचकांक पिछले महीने के 128.7 अंक (अनंतिम) से 0.4 प्रतिशत बढ़कर 129.2 अंक (अनंतिम) हो गया। ऐसा मूंगफली के तेल (5 प्रतिशत), गुड़, वनस्पति एवं नूडल्स के विनिर्माण (प्रत्येक 4 प्रतिशत) और खोई, गुड़ एवं मिल्क पाउडर (प्रत्येक 3 प्रतिशत) के दाम बढ़ने के
कारण हुआ।