केरल में मार्क्सवादी कायकर्ताओं द्वारा प्रायोजित हत्याएं निंदनीय : अमित शाह

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भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने सीपीआई एम के कार्यकर्ताओं के राजनीतिक हिंसा की सतत कुसंस्कृति पर प्रहार करते हुए कहा कि में हमारे कार्यकर्ता श्री रमिथ की केरल के कन्नूर जिले के पिनारयी गांव में नृशंस हत्या कर दी गयी। यह गांव केरल के मुख्यमंत्री श्री पिनारयी विजयन का पैतृक गांव है। मैं इस जघन्य हत्या की कड़ी निंदा करता हूं और सभी राजनीतिक दलों के नेताओं और राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय मीडिया से इसकी कड़ी भर्तस्ना करने का आह्वान करता हूं क्योंकि एक लोकतांत्रिक देश में हिंसा की कोई जगह नहीं हो सकती। अलग-अलग विचारधाराओं वाले राजनीतिक दलों के रूप में, हम राजनीतिक क्षेत्र में एक दूसरे से मतभेद रख सकते हैं, लेकिन हिंसा का सहारा वैसी पार्टियां साधन के रूप में लेती हैं जो अपने प्रतिद्वंद्वियों के साथ राजनीतिक बहस से दूर भागते हैं।

कन्नूर केरल में माक्र्सवादी हिंसा का केंद्र रहा है । राज्य के मुख्यमंत्री के पैतृक गांव में लोगों के साथ हो रही लगातार हिंसा सत्तारूढ़ एलडीएफ गठबंधन के असली मकसद को दर्शाती है। स्थिति की गंभीरता इस बात से समझी जा सकती है कि एलडीएफ की बर्बर हिंसा के शिकार मृतक रमिथ के पिता श्री सी. उत्तमन भी रह चुके हैं, जिनकी 2002 में जघन्य तरीके से हत्या कर दी गई थी। इतना ही नहीं, इसके बाद उनके घर पर बार-बार हमला किया गया और यहां तक कि श्री रमिथ की मां भी कुछ महीनों पहले राजनीतिक उत्पीड़न का शिकार हुई थीं। कन्नूर जिले और मुख्यमंत्री के पैतृक गांव में बार-बार हो रही राजनीतिक हिंसा की घटना स्पष्ट रूप से दर्शाती है कि ये राज्य के मुख्यमंत्री के सक्रिय संरक्षण में माक्र्सवादी कार्यकर्ताओं द्वारा प्रायोजित हत्याएं हैं। इस अकाट्य वास्तविकता को देखते हुए, हम मांग करते हैं कि केरल सरकार द्वारा रमिथ की हत्या की जांच अविलंब सीबीआई को सौंप दिया जाना चाहिए। भारतीय जनता पार्टी अपने सभी कार्यकर्ताओं का नमन करती है जिन्होंने राजनीतिक गुंडों द्वारा फैलाई जा रही हिंसा का डटकर मुकाबला किया है और माक्र्सवादी आतंक से लड़ने के लिए मजबूती के साथ खड़े रहने की प्रतिबद्धता दिखाई है।

यह हर किसी को पता है कि हमारे कार्यकर्ताओं पर हमलों की तीव्रता हाल में बहुत बढ़ी है, क्योंकि केरल में हम बड़ी सफलता की दहलीज पर हैं। कुछ सप्ताह पहले कोझिकोड में संपन्न हुई हमारी राष्ट्रीय परिषद बैठक की भारी सफलता से मार्क्सवादी सिहर उठे हैं और उनमें असुरक्षा की भावना घर कर गई है। गुंडागर्दी के ऐसे कुक‌ृत्य, केरल में हमें सबसे पसंदीदा राजनीतिक विकल्प के रूप में उभरने से कदापि रोक नहीं सकते। विपरीत परिस्थितियों में भी डटकर मुकाबला करने के लिए हमारे कार्यकर्ताओं की अदम्य भावना को लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए हमें हमारे प्रयासों को और तेज करना होगा।