आधुनिक एवं विस्तारित भिलाई इस्पात संयंत्र राष्ट्र को समर्पित

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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 14 जून को आधुनिक एवं विस्तारित भिलाई इस्पात संयंत्र राष्ट्र को समर्पित किया। भिलाई इस्पात सयंत्र के आधुनिकीकरण में उत्पादन, उत्पाद, गुणवत्ता, लागत, प्रतिस्पर्धा, ऊर्जा दक्षता और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी का प्रयोग किया गया है।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि आज मुझे इस परिवर्तित आधुनिक प्लांट के लोकार्पण का भी अवसर मिला है। ये देख के बहुत कम लोगों को पता होगा कि कच्छ से कटक तक और करगिल से कन्याकुमारी तक आजादी के बाद जो भी रेल की पटरियां बिछी हैं। उनमें अधिकतर इसी धरती से आप ही के पसीने के प्रसाद के रूप में पहुंची हैं। निश्चित तौर पर भिलाई ने सिर्फ स्टील ही नहीं बनाया है, बल्कि भिलाई ने जिंदगियों को भी संवारा है। समाज को सजाया है और देश को भी बनाया है।

श्री मोदी ने कहा कि भिलाई का ये आधुनिक परिवर्तित स्टील प्लांट अब न्यू इंडिया की बुनियाद को भी स्टील जैसा मजबूत करने का काम करेगा। भिलाई और दुर्ग में तो आपने खुद अनुभव किया है कि कैसे स्टील प्लांट लगाने के बाद यहां की तस्वीर ही बदल गई है। इस वातावरण को देखकर मुझे विश्वास है कि बस्तर के नगर में जो स्टील प्लांट जो स्थापित हुआ है। वो भी बस्तर अंचल के लोगों की जिंदगी में बहुत बड़ा बदलाव लाएगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की प्रगति को गति देने में यहां के स्टील अयस्क, लौह अयस्क ये खनन ने बहुत बड़़ी भूमिका निभाई है। इस पर आपका और विशेषकर मेरे आदिवासी भाईयो-बहनों का अधिकार है। यही वजह है कि हमनें सरकार में आने के बाद एक बहुत बड़ा कानून में बदलाव किया है और हमें ये सुनिश्चित किया कि जो भी खनिज निकलेगा, उससे होने वाली कमाई का एक हिस्सा वहां के स्थानीय निवासियों को उनके विकास के लिए खर्च किया जाएगा। ये हमनें कानूनन तय कर लिया है और इसलिए खनन वाले हर जिले में डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन की स्थापना की गई।