‘समाज और धर्म को तोड़ने की साजिश में लगी कांग्रेस’

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने 12 अप्रैल को कांग्रेस की विभाजनकारी राजनीति और संसद को न चलने देकर विकास विरोध की पॉलिटिक्स के खिलाफ भाजपा द्वारा देश भर में आयोजित किये जा रहे राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन के तहत डी. सी. ऑफिस, धारवाड़ में आयोजित धरना कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं एवं क्षेत्र की आम जनता को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर लोकतंत्र की आस्था के साथ खिलवाड़ करने और देश के विकास में रोड़ा अटकाने को लेकर जमकर प्रहार किया।

श्री शाह ने कहा कि कांग्रेस द्वारा बड़े ही सुनियोजित तरीके से पूरे देश में भय और भ्रम का वातावरण तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जनता द्वारा नकारे जाने के बाद कांग्रेस अब समाज और धर्म को तोड़ने की साजिश पर उतर आई है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के स्वयं के कारण लोक सभा और राज्य सभा की कार्यवाही लगातार 22 दिनों तक ठप्प रही। उन्होंने कहा कि संसद चलने के एक घंटे का खर्च लगभग ढाई करोड़ जबकि एक दिन का खर्च लगभग 10 करोड़ रुपये बैठता है, अर्थात् 22 दिन का मतलब लगभग देश का लगभग सवा दौ सौ करोड़ रुपया कांग्रेस ने अपनी राजनीति के लिए बर्बाद कर दिया।

उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है, आजादी के बाद से जो पार्टी सत्ता में होती है, सदन में चर्चा से वही भागती है जबकि इस बार का मामला अलग है – भारतीय जनता पार्टी तो हर मुद्दे पर सदन में चर्चा के लिए तैयार है लेकिन विपक्ष चर्चा से भाग रहा है क्योंकि कांग्रेस में चर्चा का साहस ही नहीं है। उन्होंने कहा कि हम कथित बैंक घोटाले, अविश्वास प्रस्ताव और आंध्र प्रदेश को स्पेशल स्टेटस देने के विषय से लेकर हर मुद्दे पर सदन में चर्चा कराने को तैयार थे लेकिन कांग्रेस अपनी पोल खुलने के डर से चर्चा से भागती रही और हंगामा कर सदन को बाधित करती रही। उन्होंने कहा कि श्री राजनाथ सिंह, श्री अरुण जेटली, श्री विजय गोयल, सभी ने विपक्ष से अपील की, विपक्ष के नेताओं से मुलाक़ात भी की कि सदन को सुचारू रूप से चलने दिया जाय लेकिन विपक्ष न अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा करने को तैयार हुआ, न आंध्र को स्पेशल स्टेटस देने के मुद्दे पर और न ही कथित बैंक घोटाले पर। उन्होंने कहा कि कुछ विपक्षी पार्टियों के अविश्वास प्रस्ताव पर करारा प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि आपके अविश्वास करने से कुछ नहीं होता, देश की सवा सौ करोड़ जनता का प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और उनके नेतृत्व में केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार में अटूट विश्वास है।