प्रधानमंत्री जी ने राजनीतिक कार्य-संस्कृति को बदल कर रख दिया है: जगत प्रकाश नड्डा

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने 18 सितंबर, 2020 को पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के जन्म दिवस (17 सितंबर) के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने ‘कमल संदेश’ द्वारा प्रकाशित विशेषांक ‘नए भारत के प्रणेता’ का विमोचन किया। इस अवसर पर पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री श्री अरुण सिंह, राष्ट्रीय महामंत्री श्री अनिल जैन, भाजपा पत्रिका एवं प्रकाशन िवभाग के संयोजक एवं ‘कमल संदेश’ के कार्यकारी संपादक डॉ. शिवशक्ति बक्सी, डॉ. मुकर्जी स्मृति न्यास के सचिव श्री नंद किशोर गर्ग, कोषाध्यक्ष श्री गोपाल कृष्ण अग्रवाल और राष्ट्रीय मीडिया सह-प्रमुख डॉ. संजय मयूख भी उपस्थित थे।

कमल संदेश के इस विशेषांक ‘नए भारत के प्रणेता’ में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के व्यक्तित्व, कृतित्व और विचारों पर विस्तार से प्रकाश डाला गया है। इस विशेषांक में प्रधानमंत्री जी का जीवन परिचय, बाल्यकाल से लेकर अब तक के उनके जीवन की चित्रमयी यात्रा, उनके चुने हुए उद्बोधन, उनके द्वारा रचित कुछ प्रमुख कविताओं को भी सम्मिलित किया गया है। इसमें प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल के 70 ऐतिहासिक निर्णयों को भी स्थान दिया गया है। साथ ही, आदरणीय प्रधानमंत्री जी द्वारा रचित पुस्तकों पर भी चर्चा इस विशेषांक में की गई है।

विशेषांक का विमोचन करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के जन्म दिवस (17 सितंबर) के अवसर पर 14 से 20 सितंबर तक ‘सेवा सप्ताह’ मना रही है। इस अवसर पर डॉ. मुकर्जी स्मृति न्यास की ओर से इस विशेषांक का विमोचन करना एक महत्वपूर्ण एवं सराहनीय कदम है। मैं इसके लिए न्यास के सभी पदाधिकारियों एवं संपादक मंडल के सदस्यों को साधुवाद देता हूं।

श्री नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं को रेखांकित करता यह विशेषांक भारतीय जनता पार्टी के हर कार्यकर्ता के लिए काफी प्रेरणादायक है। इसमें उनकी पूरी जीवन यात्रा को प्रदर्शित किया गया है। यह संजोने वाला अंक है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि हमने कई सरकारें देखी हैं लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में गरीब कल्याण और आर्थिक सुधारों से लेकर देश की एकता और अखंडता को अक्षुण्ण रखने हेतु लाये गए बदलावों जो देश और दुनिया ने जो देखा है, वह अकल्पनीय और अद्भुत है। प्रधानमंत्री जी ने राजनीतिक कार्य-संस्कृति को बदल कर रख दिया है। 2014 से पहले कांग्रेस और उसके सहयोगियों की सरकारों के दौरान चुनाव में विकास का रिपोर्ट कार्ड रखने की जगह जाति आधारित वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति की जाती थी। पर, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने राजनीति में विकास, सेवा, जन-कल्याण और जनता के लिए समर्पण की संस्कृति का शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री जी ने लोक लुभावने वादे और नारे के बजाय जनता की भलाई और गरीबों के उत्थान के दृढ़ इच्छाशक्ति दिखाते हुए गरीब कल्याण को सही अर्थों में चरितार्थ कर दिखाया जिससे समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति आज विकास की मुख्यधारा से जुड़ सके हैं।

श्री नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की हर योजनाओं में सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास की नीति स्पष्टतः दिखाई देती है चाहे वह हर गांव, हर घर में बिजली पहुंचाने की योजना हो, आयुष्मान भारत योजना हो, स्टार्ट-अप व स्टैंड-अप योजना हो, कृषि सम्मान निधि हो, जन-धन योजना हो या फिर उज्ज्वला योजना। उन्होंने कहा कि कल ही कृषि से जुड़े दो महत्वपूर्ण विधेयक कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सरलीकरण) विधेयक, 2020 और कृषक (सशक्तिकरण व संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा पर करार विधेयक, 2020 लोक सभा में पारित हुए हैं। एसेंशियल कमोडिटी एक्ट में अमेंडमेंट वाला विधेयक दो दिन पहले ही पारित हुआ है। कृषि से जुड़े ये तीनों विधेयक सही मायने में किसानों को बिचौलियों और तमाम अवरोधों से मुक्त करेंगे। इस कृषि सुधार से किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए नए-नए अवसर मिलेंगे, जिससे उनका मुनाफा बढ़ेगा और किसान सशक्त होंगे।

कांग्रेस पर कड़ा प्रहार करते हुए भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में यह वादा किया था कि किसानों को एपीएमसी से बाहर निकाल कर लायेंगे और एसेंशियल कमोडिटी एक्ट को बदलेंगे। जो लोग इन कृषि विधेयकों का विरोध कर रहे हैं, वे वास्तव में किसान और उनके उत्पाद की बिक्री के बीच में मौजूद बिचौलियों की भाषा बोल रहे हैं। श्री नड्डा ने जोर देते हुए कहा कि एमएसपी अर्थात् न्यूनतम समर्थन मूल्य एवं सरकारी खरीद अर्थात् एपीएमसी की व्यवस्था बनी रहेगी। विधेयक किसानों को कई और विकल्प प्रदान कर उन्हें सही मायने में सशक्त करने वाले हैं। इसके तहत एक परिस्थितिकी तंत्र के निर्माण का प्रावधान किया गया है जिसमें किसान कानूनी बंधनों से आजाद होंगे। किसानों के पास मंडी में जाकर लाइसेंसी व्यापारियों को ही अपनी उपज बेचने की विवशता नहीं होगी। अब किसान अपनी मर्जी का मालिक होगा।

किसानों को उपज बेचने का विकल्प देकर उन्हें सशक्त बनाया गया है। इस विधेयक के अनुसार जरूरी नहीं कि किसान राज्य की सीमाओं में रहकर ही फसलों की बिक्री करें। साथ ही बिक्री लाभदायक मूल्यों पर करने से संबंधित चयन की सुविधा का भी लाभ ले सकेंगे। उन्होंने कहा कि कुछ लोग जानबूझ कर किसानों को गुमराह कर रहे हैं, ताकि किसान लाभ न उठा सकें।

श्री नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पहले भी कहा है कि हमें दबाव की राजनीति में नहीं आना है और हमारी सरकार वह काम करती रहेगी जो देश के गांव, गरीब और किसान के लिए जरूरी हैं। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश में हर क्षेत्र में आज बदली हुई तस्वीर दिख रही है। उन्होंने याद दिलाया कि आयुष्मान भारत योजना को लागू करते समय भी इस योजना का जम कर विरोध किया गया था, लेकिन आज वही आयुष्मान भारत योजना देश के गरीबों के लिए सबसे बड़ी वरदान साबित हो रही है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने संगठन को राजनीति के साथ-साथ सेवा कार्य का एक माध्यम भी बनाया है। उनके ‘सेवा ही संगठन’ के आह्वान पर पूरी भारतीय जनता पार्टी मानवता की सेवा में अनवरत और अविरल भाव से लॉकडाउन के समय लगी रही, जबकि बाकी सारी राजनीतिक पार्टियां लॉकडाउन की स्थिति में थी। यह भारतीय जनता पार्टी है जिसने कोविड-19 के कारण लॉकडाउन के समय देश भर में 25 करोड़ फ़ूड पैकेट्स, 5 करोड़ राशन किट्स और 1 करोड़ से अधिक फेसकवर का वितरण किया। इसकी प्रेरणा भी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी हैं।

श्री नड्डा ने कहा कि मैं पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं से अपील करना चाहता हूं कि वे कमल संदेश के इस विशेषांक ‘नए भारत के प्रणेता’ को जरूर पढ़ें और इससे प्रेरणा लें। यह विशेषांक पुस्तक और डिजिटल संस्करण, दोनों में उपलब्ध है। पार्टी के सभी कार्यकर्ता सेवा भाव के साथ मानवता की सेवा में जुटे रहें और देश के नवनिर्माण में अपना योगदान दें, मेरा यही आग्रह है। मैं एक बार पुनः इस विशेषांक के लिए डॉ. मुकर्जी स्मृति न्यास एवं कमल संदेश की पूरी टीम को बधाई देता हूं। आप लोगों ने काफी अच्छा और सराहनीय कार्य किया है।

डॉ. मुकर्जी स्मृति न्यास के कोषाध्यक्ष श्री गोपाल कृष्ण अग्रवाल ने स्वागत भाषण दिया। ‘कमल संदेश’ के कार्यकारी संपादक डॉ. शिवशक्ति बक्सी ने विशेषांक के विषयवस्तु के बारे में बताया। न्यास के सचिव श्री नंदकिशोर गर्ग ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।