प्रधानमंत्री द्वारा झारखंड में कई विकास परियोजनाओं का अनावरण

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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र ने 17 फरवरी, 2019 को झारखंड के हजारीबाग का दौरा किया। श्री मोदी ने झारखंड के लिए अनेक विकास परियोजनाओं का अनावरण किया। इस अवसर पर झारखंड की राज्यपाल सुश्री द्रौपदी मुर्मु, केंद्रीय मंत्री श्री जयंत सिन्हा और झारखंड के मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।

जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “राष्ट्र के लिए अपना जीवन बलिदान करने वाले झारखंड के वीर सपूत श्री विजय सोरेंग को मैं श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। कदम-कदम पर हमें शहीदों के परिजनों की देखभाल करनी होगी।”

श्री मोदी ने हजारीबाग, दुमका और पलामू में चिकित्सा महाविद्यालय का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री द्वारा वर्ष 2017 में इस महाविद्यालयों का शिलान्यास किया गया था। इन नये चिकित्सा महाविद्यालयों के निर्माण पर 885 करोड़ रुपये की लागत आई है। प्रत्येक महाविद्यालय परिसर को दिव्यांगों के अनुकूल बनाया गया है। आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से झारखंड के 11 जिलों के 1.5 करोड़ लोग लाभान्वित होंगे।

श्री मोदी ने कहा कि यह झारखंड की धरती है, जहां आयुष्मान भारत योजना का शुभांरभ किया गया था। इस योजना से झारखंड के हजारों लोगों सहित देश भर में लाखों लोग लाभान्वित हुए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार लाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। श्री मोदी ने हजारीबाग, दुमका, पलामू और जमशेदपुर में 500 बिस्तरों वाले चार अस्पतालों की आधारिशला रखी।

श्री मोदी ने कहा कि स्वास्थ्य और सुरक्षित पेयजल को अलग रूपों में नहीं देखा जा सकता। उन्होंने कहा कि झारखंड में जिन जल परियोजनाओं का शिलान्यास हुआ है, उनसे यहां के लोगों का अच्छा स्वास्थ्य सुनिश्चित होगा। प्रधानमंत्री ने रामगढ़ और हजारीबाग जिले में ग्रामीण जल आपूर्ति के लिए चार योजनाओं का उद्घाटन किया।

इसके अलावा उन्होंने इन दोनों जिलों में ग्रामीण जल आपूर्ति की छह अतिरिक्त योजनाओं की भी आधारशिला रखी। साथ ही, उन्होंने खासतौर पर कमजोर जनजातीय समूहों के आसपास जल आपूर्ति योजनाओं का शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री ने हजारीबाग में शहरी जल आपूर्ति योजना का भी शिलान्यास किया। इस परियोजना पर 500 करोड़ रुपये की लागत है तथा इससे हजारीबाग के 56000 परिवारों के लिए सुरक्षित पेयजल की आपूर्ति हो सकेगी।

श्री मोदी ने नमामि गंगे योजना के तहत साहेबगंज सीवरेज उपचार संयंत्र और मधुसूदन घाट का भी उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने ई-नाम के तहत मोबाइल फोनों की खरीद हेतु किसानों के लिए प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) योजना के प्रतीक के तौर पर चुनिंदा लाभार्थियों को चेक सौंपे।

श्री मोदी ने कहा कि इस योजना से 27 लाख किसान लाभान्वित होंगे। स्मार्ट फोन की मदद से उन्हें मौसम की जानकारी और फसलों की कीमतों के बारे में जानकारी मिलने के साथ-साथ सरकारी योजनाओं और खेती की नई विधियों के बारे में भी जानकारी मिलेगी।

प्रधानमंत्री ने रामगढ़ में केवल महिला अभियंत्रण महाविद्यालय का इंटरनेट (ई-इनोग्रेशन) के माध्यम से उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वी भारत में अपने तरह का यह पहला महाविद्यालय है और पूरे भारत में इसका तीसरा स्थान है, जहां केवल महिलाएं ही अभियंत्रण का अध्ययन करेंगी।

श्री मोदी ने जनजातीय अध्ययन केंद्र, आचार्य विनोबा भावे विश्वविद्यालय, हजारीबाग की भी आधारशिला रखी। उन्होंने कहा कि इस संस्थान से जनजातीय तौर-तरीके और संस्कृति पर आधारित जानकारी के पोषण और विस्तार में मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि सबका साथ, सबका विकास की अवधारणा में गरीबों, महिलाओं, युवाओं और जनजातीय लोगों सहित समाज के सभी हिस्से के सशक्तिकरण पर जोर दिया गया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं और जनजातीय लोगों के लिए महाविद्यालय की सुविधा प्रदान करना इसी दिशा में किए गए प्रयास हैं।

श्री मोदी ने सरकारी स्कूलों के छात्रों के लिए कान्हा दुग्ध योजना की शुरुआत के तौर पर चुनिंदा स्कूली बच्चों को दूध की थैलियां वितरित की। छात्रों को प्रतिदिन 200 मिली दूध दिया जाएगा, जिससे उन्हें कुपोषण से उबरने में मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं आशा करता हूं कि प्रत्येक बच्ची अपने सपने को पूरी तरह साकार करेगी और राष्ट्र को गौरवान्वित करेगी।”

श्री मोदी ने यह भी कहा कि उनकी सरकार संग्रहालयों और स्मारकों में हमारी स्वतंत्रता की लड़ाई के जनजातीय वीरों की स्मृति को संरक्षित करने तथा बढ़ावा देने की दिशा में प्रयारत है। झारखंड का बिरसा मुंडा संग्रहालय एक ऐसा ही उदाहरण है।