भारत और सऊदी अरब के बीच रणनीतिक साझेदारी परिषद सहित कई समझौतों पर हस्ताक्षर

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      सऊदी अरब के साथ इस तरह के समझौते पर हस्ताक्षर करने वाला भारत चौथा देश

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 29 अक्टूबर को सऊदी अरब की एक दिन की आधिकारिक यात्रा की। तीन वर्षों में प्रधानमंत्री श्री मोदी की सऊदी अरब की यह दूसरी यात्रा है। इस यात्रा के दौरान भारत और सऊदी अरब के बीच आपसी सहयोग के अहम मुद्दों पर तत्काल निर्णय के लिए एक संयुक्त सामरिक भागीदारी परिषद के गठन का निर्णय लिया गया। साथ ही, दोनों देशों ने तेल और गैस, रक्षा एवं नागर विमानन समेत अलग-अलग प्रमुख क्षेत्रों में कई समझौतों पर 29 अक्टूबर को हस्ताक्षर किए।
गौरतलब है कि सऊदी अरब के साथ भारत के संबंधों में ऊर्जा सुरक्षा प्रमुख क्षेत्रों में से एक है और यह भारत की कच्चे तेल की आवश्यकताओं का 18 प्रतिशत और द्रवीभूत पेट्रोलियम गैस की 30 प्रतिशत आपूर्ति करता है।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत और सऊदी अरब के बीच रणनीतिक साझेदारी परिषद समझौते पर हस्ताक्षर होने के बाद दोनों देशों के बीच पहले से ही मजबूत संबंध और दृढ़ होंगे। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि दोनों देश असमानता को कम करने और सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए जी-20 के अंतर्गत मिलकर कार्य कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि तेल के स्थिर मूल्य वैश्विक अर्थव्यवस्था की वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण हैं। प्रधानमंत्री ने भारत की ऊर्जा आवश्यकताओं की पूर्ति और एक विश्वसनीय स्रोत के रूप में अहम भूमिका निभाने के लिए सऊदी अरब प्रशंसा की।

प्रधानमंत्री ने कहा, “पड़ोस सर्वप्रथम” उनकी सरकार की विदेश नीति के लिए मार्गदर्शक है। सऊदी अरब के साथ भारत के संबंध हमारे विस्तारित पड़ोस के सबसे महत्वपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों में से एक है।

भारत में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप परिवेश है : नरेन्द्र मोदी

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सऊदी अरब के रियाद में 29 अक्टूबर को वैश्विक वित्तीय सम्मेलन को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य लेकर चल रहा है। उन्होंने कहा कि भारत रिफानरी, पाइपलाइन, गैस टर्मिनल समेत ऊर्जा क्षेत्र का बुनियादी ढांचा खड़ा करने के लिए 2024 तक 100 अरब डॉलर का निवेश करेगा।

श्री मोदी ने विश्व भर से जुटे निवेशकों को भारतीय स्टार्टअप में उद्यम पूंजी निवेश के विशाल अवसरों का लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा, ‘‘भारत में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप परिवेश है।”

श्री मोदी ने कहा, ‘‘एशिया में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 700 अरब डॉलर के निवेश की जरूरत है। भारत में यह क्षेत्र 10 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर से बढ़ेगा।” प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि आने वाले वर्षों में भारत में प्रशिक्षित श्रमबल की जरूरत को पूरा करने के लिये 40 करोड़ लोगों को कौशल प्रशिक्षण दिया जायेगा।

उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय व्यापार समझौतों का विस्तार मानव संसाधन क्षेत्र में भी किया जाना चाहिये, इन्हें केवल माल-व्यापार तक सीमित नहीं रखा जाना चाहिये। श्री मोदी ने कहा, ‘‘भारत रिफानरी, पाइपलाइन, गैस टर्मिनल समेत ऊर्जा क्षेत्र का बुनियादी ढांचा खड़ा करने के लिए 2024 तक 100 अरब डॉलर का निवेश करेगा। भारत को अपनी तेजी बढ़ रही अर्थव्यवस्था के लिए ऊर्जा क्षेत्र में निवेश बढ़ाने की जरूरत है।”

सब्सिडी का लाभ सीधे लाभार्थियों के खाते में डालने की योजना डीबीटी का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के जरिये 20 अरब डॉलर की बचत की गई है।

मेरा लक्ष्य सबसे निर्धन व्यक्ति को सशक्त करना है : नरेन्द्र मोदी

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि उनका लक्ष्य सबसे निर्धन व्यक्ति को सशक्त करना और उन्हें सम्मानजनक जीवन मिले ये सुनिश्चित कराना है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि वो हमेशा इस बात पर विचार करते रहते हैं कि भारत, विश्व को बेहतर बनाने में कैसे योगदान कर सकता है। भारत में चल रहे हमारे कार्यक्रम विश्व भर में चल रहे ऐसे कार्यक्रमों को ओर मजबूती प्रदान करेंगे। उदाहरण के लिए विश्व से वर्ष 2030 तक टीबी को खत्म करने के लक्ष्य के मुकाबले हमारा लक्ष्य 2025 तक भारत को टीबी से मुक्त करना है। जब भारत इसमें सफल होगा तो संपूर्ण विश्व अधिक स्वस्थ बनेगा।

प्रधानमंत्री ने सऊदी अरब के शाह, क्राउन प्रिंस से रियाद में मुलाकात की

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 29 अक्टूबर को सऊदी अरब के शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद से रियाद में मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने कहा कि श्री सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद विश्व के सबसे अधिक सम्मानित नेताओं में से एक हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि उन्होंने सऊदी अरब के साथ सहयोग को ओर अधिक सशक्त करने संबंधी विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श किया।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 29 अक्टूबर को सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस अब्दुल अजीज बिन सलमान अल सऊद से बातचीत की। बैठक के दौरान ऊर्जा संबधी कई मुद्दों पर विचार विमर्श हुआ, जिससे भारत-सऊदी अरब मित्रता को ओर अधिक शक्ति दी जा सके। बैठक के दौरान प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि ऊर्जा क्षेत्र भारत-सऊदी अरब के बीच संबंधों का एक महत्वपूर्ण आधार बना रहेगा।

प्रधानमंत्री ने जॉर्डन के शाह से रियाद में मुलाकात की

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 29 अक्टूबर को सऊदी अरब के रियाद में फ्यूचर इन्वेस्टमेंट इनिशिएटिव फोरम (एफआईआई) के दौरान जॉर्डन के शाह अब्दुल्लाह द्वितीय बिन एल-हुसैन से मुलाकात की। बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को ओर मजबूत करने पर विचार-विमर्श किया। इसमें जॉर्डन के शाह की 27 फरवरी 2018 से 1 मार्च, 2018 तक भारत यात्रा के दौरान हस्ताक्षर किए गए सहमति पत्र और समझौते भी शामिल थे।

दोनों नेताओं ने मध्य पूर्व शांति प्रक्रिया और अन्य क्षेत्रीय घटनाओं पर विचार विमर्श किया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने जॉर्डन के शाह के साथ आतंकवाद से मुकाबला करने में सहयोग के मुद्दे पर भी विचार-विमर्श किया।

भारत और जॉर्डन के बीच प्राचीन समय से ही ऐतिहासिक जुड़ाव, सांस्कृतिक संबंध और नागरिकों के बीच संपर्क कायम रहा है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के जॉर्डन दौरे और जॉर्डन के शाह के वर्ष 2018 हुए भारत दौरे ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को एक नई गति दी है, जो विभिन्न द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और बहुपक्षीय मुद्दों पर पारस्परिक सम्मान और समन्वय से चिन्हित होता है।