यह हर भारतीय का बजट है

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ह अविश्वसनीय लग सकता है, परन्तु अब यह एक सच्चाई है– पिछले लगभग पांच वर्षों में भारत ने हर क्षेत्र में अपने झंडे बुलंदी से गाड़ दिये हैं। यह हर उस व्यक्ति के लिए अविश्वसनीय है जिन्होंने कांग्रेस नीत यूपीए के भ्रष्टाचार, कुशासन, पॉलिसी पैरालिसिस, घोटाले एवं लूट का भयावह दौर देखा है। इस दौर में अर्थव्यवस्था के हर मानदंड पर देश न केवल बुरी तरह से पिछड़ गया था, बल्कि हर व्यक्ति के मन में नकारात्मकता एवं निराशा का भाव भर गया था। वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत की स्थिति अत्यधिक कमजोर पड़ गई थी। आर्थिक विकास की दर नीचे लुढ़क रही थी तथा देश मुद्रास्फीति एवं महंगाई का दंश झेल रहा था। ऐसा प्रतीत होता था कि हर कुछ नियंत्रण से बाहर हो और ‘पॉलिसी पैरालिसिस’ से ग्रस्त यूपीए सरकार कोई भी सुधारात्मक कदम नहीं उठा पा रही थी। स्थिति बद से बदतर होती जा रही थी और सरकार में बैठे लोग वैश्विक अर्थव्यवस्था की समस्या पर दोष मढ़ हाथ पर हाथ धरे बैठे थे। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के करिश्माई नेतृत्व में आज जब आर्थिक स्थिति न केवल सुदृढ़ हुई, बल्कि इतने कम समय में इसे वैश्विक पटल पर एक चमकते आर्थिक सितारे के रूप में देखा जाने लगा है। यह परिवर्तन अविश्वसनीय लगता है।

वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने संसद में जब अंतरिम बजट प्रस्तुत किया तब केन्द्र की मोदी सरकार के परिवर्तनकारी क्षमताओं पर जन–जन का विश्वास और अधिक दृढ़ हो गया। मोदी सरकार के दौर में हर बजट के साथ जिस प्रकार व्यापक परिवर्तन की गाथा लिखी गई है उससे देश का आत्मविश्वास कई गुणा बढ़ चुका है। आज भारत न केवल विश्व का सबसे तेज गति का विकास दर वाला देश बन चुका है, बल्कि केवल पांच वर्षों में ग्यारहवें से छठे स्थान पर विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भी बन गई है और जल्द ही पांचवां स्थान पर आना सुनिश्चित कर लिया है। हर वर्ग की अपेक्षाओं पर खरा उतरने के साथ–साथ वित्तीय अनुशासन एवं बजट घाटा को नियंत्रण रखने के लिये भी इस बजट की प्रशंसा हो रही है। यह पहली बार मोदी सरकार में ही हुआ कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था, गरीब, मजदूर एवं किसान बजट के केन्द्र में आये और इन क्षेत्रों में भारी राशि का आवंटन हुआ। इसी क्रम में इस बार दो हेक्टेयर तक की जोत वाले किसान को पीएम किसान योजना के तहत छह हजार रुपयों का प्रति किसान वार्षिक आवंटन कर एक भारी परिवर्तन की शुरुआत की गई है। इससे गरीब, सीमांत एवं अन्य किसानों को मजबूत किया गया है तथा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ किया गया है। इससे देश के कृषि एवं ग्रामीण क्षेत्रों में क्रांतिकारी परिवर्तन होंगे। आयकर में पांच लाख रुपये तक की छूट देकर मध्यम वर्गीय एवं नौकरीपेशा वर्ग को भारी राहत पहुंचाई गई है। अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लिये बजट में भारी बढ़ोतरी कर इन वर्गों के त्वरित विकास का मार्ग प्रशस्त किया गया है। वास्तव में यदि देखा जाय तो इस बजट में हर वर्ग का ध्यान रखा गया है– यह हर भारतीय का बजट है, यह भारत का बजट है।

पिछले पांच वर्षों में भारतीय अर्थव्यवस्था ने एक लंबी यात्रा तय की है। कांग्रेस नीत यूपीए काल का लड़खड़ाता आर्थिक परिदृश्य अब पूरी तरह बदल चुका है और भारत को विश्व में एक उभरती हुई मजबूत आर्थिक शक्ति के रूप में देखा जा रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की दूरदृष्टिपूर्ण नेतृत्व का ही परिणाम है कि अर्थव्यवस्था न केवल पटरी पर वापस आई है, बल्कि यह विश्व में सर्वाधिक तेज विकास दर वाली अर्थव्यवस्था बन गई है। नोटबंदी, भ्रष्टाचारमुक्त शासन, भ्रष्टाचार विरोधी कानून, जीएसटी जैसे बड़े सुधारात्मक कदमों से अर्थव्यवस्था एवं पूरी व्यवस्था में एक नया प्राण फूंका गया है। यह केवल प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की जबरदस्त राजनैतिक इच्छाशक्ति एवं पक्के इरादे का ही परिणाम है कि देश आने वाले दिनों में सुनहरे भविष्य का इंतजार कर रहा है। आज भारत की आर्थिक संभावनाओं एवं शक्ति को पूरा विश्व स्वीकार कर रहा है और सभी अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसियां भारत की उपलब्धियों की प्रशंसा कर रही हैं। आज जबकि गरीब एवं वंचित वर्गों का सशक्तिकरण हो रहा है, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के परिणामकारी नेतृत्व में देश समृद्धि एवं वैभव की ओर बढ़ चला है। एक नवीन भारत के उदय को पूरा विश्व देख रहा है।

                                                                                                                                                shivshakti@kamalsandesh.org