‘आत्मनिर्भर बिहार’ की ओर

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बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने 22 अक्टूबर, 2020 को पटना में भारतीय जनता पार्टी का बिहार संकल्प-पत्र—2020 जारी किया। इस पत्र में पांच सूत्र, एक लक्ष्य व 11 संकल्प की बात की गई है। यह बिहार के विकास का विजन डॉक्युमेंट है। इस अवसर पर भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री एवं बिहार प्रदेश भाजपा प्रभारी श्री भूपेंद्र यादव, बिहार भाजपा विधानसभा चुनाव प्रभारी श्री देवेंद्र फड़णवीस, भाजपा बिहार प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल एवं बिहार संकल्प-पत्र समिति के अध्यक्ष और कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार सहित कई वरिष्ठ नेता उपस्थित थे। संकल्प-पत्र जारी करते हुए श्रीमती  निर्मला सीतारमण ने कहा कि मैं प्रदेश के सभी लोगों से एनडीए के पक्ष में मतदान के लिए अपील करती हूं। उन्होंने कहा कि श्री नीतीश कुमार पुन: अगले पांच साल के लिए मुख्यमंत्री बनेंगे और उनके नेतृत्व में बिहार प्रगतिशील और विकसित राज्य बनेगा।

कोरोना के खिलाफ लड़ाई में बिहार की एनडीए सरकार ने देश के सामने मिसाल रखी है। हमारा संकल्प है कि जैसे ही कोरोना का टीका आई.सी.एम.आर. द्वारा स्वीकृति के बाद उपलब्ध होगा, हर बिहारवासी का निःशुल्क टीकाकारण करवाएंगे।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भाषा की भूमिका को केंद्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीजी की सरकार ने महत्व दिया है। इस कड़ी में बिहार में हम मेडिकल, इंजीनियरिंग सहित तकनीकी शिक्षा को हिंदी भाषा में उपलब्ध करायेंगे।

एनडीए सरकार ने बिहार में 3.5 लाख शिक्षकों की नियुक्तियां की। इसको आगे बढ़ाते हुए आने वाले एक वर्ष में राज्य के सभी प्रकार के विद्यालय, उच्च शिक्षा के विश्वविद्यालयों तथा संस्थानों में 3 लाख नए शिक्षकों की नियुक्ति करेंगे।

भारत में इस वक्त आईटी कारोबार 177 बिलियन अमेरिकी डॉलर का है। इस अवसर का लाभ उठाते हुए हम बिहार को नेक्स्ट जेनरेशन आईटी हब के रूप में विकसित करके अगले 5 वर्षों में 5 लाख से ज्यादा रोजगार के अवसर उपलब्ध करायेंगे।

एनडीए सरकार ने बिहार में 10 लाख समूहों के माध्यम से 120 करोड़ महिलाओं के जीवन में रोशनी पहुंचायी है। हमारा संकल्प है कि स्वयं सहायता समूहों तथा माइक्रो फाइनेंस संस्थाओं के माध्यम से 50,000 करोड़ की माइक्रो फाइनेंस से 1 करोड़ नयी महिलाओं को स्वावलंबी बनाएंगे।

हमारा संकल्प है कि 10 हजार चिकित्सक, 50 हजार पैरामेडिकल कर्मियों सहित राज्य में कुल 1 लाख लोगों को स्वास्थ्य विभाग में नौकरी के अवसर प्रदान करेंगे। साथ ही, प्रधानमंत्री जी द्वारा दरभंगा, बिहार को दिए दूसरे ‘अखिल भारतीय आरोग्य संस्थान (एम्स)’ का संचालन 2024 तक सुनिश्चित करेंगे।

किसानों को बिचौलियों से मुक्त करने के लिए बाजार समिति की व्यवस्था को हमारी सरकार ने पहले ही खत्म किया है। सशक्त कृषि, समृद्ध किसान के संकल्प पर आगे बढ़ते हुए हम संकल्प लेते हैं कि धान तथा गेंहू के बाद अब दलहन की भी खरीद एम.एस.पी की निर्धारित दरों पर करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के संकल्प पर चलते हुए बिहार में एनडीए की सरकार ने गत 6 वर्षों में 28,33,089 आवास बनाये हैं। हम इसी प्रतिबद्धता के साथ यह संकल्प लेते हैं कि बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों तथा शहरी क्षेत्रों के और 30 लाख लोगों को वर्ष 2022 तक पक्के मकान देंगे।

दुग्ध उत्पादन को लेकर कोऑपरेटिव तथा कोम्फेड को प्रोत्साहित करेंगे तथा प्रोसेसिंग के क्षेत्र में निजी निवेश के लिए सुगमता प्रदान कर 2 वर्षों में निजी तथा कोम्फेड आधारित 15 नए प्रोसेसिंग उद्योग खड़े करेंगे।

प्रधानमंत्री जी द्वारा मत्स्य संपदा योजना को आगे बढ़ाते हुए हमारी सरकार अगले 2 वर्षों में इनलैंड यानी मीठे पानी में पलने वाली मछलियों के उत्पादन में राज्य को देश का नम्बर एक राज्य बनाएगी।
बिहार के 1000 नए किसान उत्पाद संघों (एफ.पी.ओ) को आपस में जोड़कर राज्य भर के विशेष फसल उत्पाद जैसे मक्का, फल, सब्जी, चुड़ा, मखान, पान, मसाला, शहद, मेंथा, औषधीय पौधों का सप्लाई चेन विकसित करेंगे। इससे प्रदेश में 10 लाख रोजगार के अवसर सृजित होंगे।

बिहार के 1000 नए किसान उत्पाद संघों (एफ.पी.ओ) को आपस में जोड़कर राज्य भर के विशेष फसल उत्पाद जैसे मक्का, फल, सब्जी, चुड़ा, मखान, पान, मसाला, शहद, मेंथा, औषधीय पौधों का सप्लाई चेन विकसित करेंगे। इससे प्रदेश में 10 लाख रोजगार के अवसर सृजित होंगे।