बंगाल को कंगाल करने का काम किया तृणमूल कांग्रेस की ममता सरकार ने : अमित शाह

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने 22 जनवरी को मालदा (पश्चिम बंगाल) के शाहपुर बाईपास खेल मैदान में एक विशाल एवं भव्य जनसभा को संबोधित किया और राज्य की जनता से लोकतंत्र का गला घोंटने वाली और भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा पार करने वाली तृणमूल कांग्रेस की ममता सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान करते हुए भारतीय जनता पार्टी का कमल खिलाने की मांग की।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि 2019 का चुनाव देश के साथ-साथ पश्चिम बंगाल के भविष्य को निर्धारित करने वाला चुनाव है। यह चुनाव यह तय करने वाला है कि पश्चिम बंगाल में हत्याएं कराने वाली तृणमूल सरकार रहेगी या उखाड़ फेंक दी जायेगी। जो राज्य में लोकतंत्र का गला घोंट रही है, भारतीय जनता पार्टी को यात्रा निकालने नहीं दे रही है, ऐसी तृणमूल सरकार रहेगी या जायेगी। भ्रष्टाचार करने वाली तृणमूल सरकार रहेगी या जायेगी। पश्चिम बंगाल में घुसपैठ कराने वाली तृणमूल सरकार रहेगी या जायेगी। शरणार्थियों को नागरिक न बनाने वाली तृणमूल सरकार रहेगी या जायेगी। दुर्गा पूजा और सरस्वती पूजा न करने देने वाली तृणमूल सरकार रहेगी या जायेगी। गौ तस्करी और अफीम का व्यापार करने वाली तृणमूल सरकार रहेगी या जायेगी। जनता के समवेत स्वर में कहा कि पश्चिम बंगाल से तृणमूल कांग्रेस की सरकार जानी चाहिए। श्री शाह ने कहा कि यह चुनाव पश्चिम बंगाल को तृणमूल कांग्रेस की ममता सरकार के कुशासन से मुक्त कराने का चुनाव है। राज्य में एक बार फिर से लोकतंत्र को स्थापित करने का चुनाव है। 2019 का चुनाव स्वामी विवेकानंद, गुरु रबिन्द्रनाथ टैगोर, स्वामी रामकृष्ण परमहंस, बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, बटुकेश्वर दत्त और सूर्यसेन का पश्चिम बंगाल फिर से बनाने का चुनाव है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में यह महज दो पार्टियों के बीच का चुनाव नहीं है, बल्कि पश्चिम बंगाल की संस्कृति को समाप्त करने वाली तृणमूल कांग्रेस और राज्य की संस्कृति का वंदन करने वाली भारतीय जनता पार्टी के बीच का चुनाव है।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पहले पश्चिम बंगाल कई क्षेत्रों में अग्रणी हुआ करता था, लेकिन लंबे समय तक कम्युनिस्ट शासन और ममता दीदी के शासन के बाद आज राज्य बदहाल स्थिति में पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि जो पश्चिम बंगाल कभी पूरे देश का 27% औद्योगिक उत्पादन करता था, वह कम होते होते 3.3% पर आ गया है। जो पश्चिम बंगाल कभी 32% औद्योगिक रोजगार मुहैया कराता था, वह आज 4% पर आ गया है। राज्य का हर पांचवां व्यक्ति गरीबी रेखा से नीचे जा जाने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल को कंगाल करने का काम तृणमूल कांग्रेस की ममता सरकार ने किया है। राज्य में लोकतंत्र को समाप्त करने पर उतारू है तृणमूल सरकार।

श्री शाह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता पश्चिम बंगाल में चार यात्राओं के माध्यम से राज्य के घर-घर में जाने वाले थे। इससे ममता दीदी को डर लग गया। उन्हें लगा कि यदि पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी की यात्रा निकली तो तृणमूल सरकार की अंतिम यात्रा निकल जायेगी। अतः भाजपा को यात्रा की अनुमति नहीं दी गई। कोई बात नहीं ममता दीदी, हम और ज्यादा मेहनत करेंगे, ज्यादा पसीना बहायेंगे लेकिन अबकी बार हम पश्चिम बंगाल से तृणमूल सरकार को हटा कर रहेंगे। पश्चिम बंगाल की जनता के दिलों में भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के लिए जो कमल खिला है, उसे ममता दीदी नहीं मिटा सकती। पश्चिम बंगाल की जनता यह तय करके बैठी है कि फिर से श्री नरेन्द्र भाई मोदी ही देश के अगले प्रधानमंत्री होंगे।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि देश भर में पंचायत चुनाव होते हैं, शांतिपूर्वक संपन्न होते हैं, लेकिन पश्चिम बंगाल के पंचायत चुनाव में 65 से ज्यादा भारतीय जनता पार्टी और अन्य राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई। लगभग 1300 से ज्यादा कार्यकर्ता घायल हुए। करोड़ों लोग अपने मताधिकार का प्रयोग तक नहीं कर पाए। हालत तो यह हो गई कि हाई कोर्ट यह आदेश तक देना पड़ा कि उम्मीदवार व्हाट्सअप से भी अपना नॉमिनेशन फ़ाइल कर सकते हैं। राज्य की जनता को ऐसी स्थिति कतई स्वीकार नहीं है।

श्री शाह ने कहा कि दो दिन पहले ही पश्चिम बंगाल में ममता दीदी ने ब्रिगेड समावेश कार्यक्रम किया था जिसमें उन्होंने कांग्रेस वालों की काफी आवभगत की थी लेकिन इतना बड़ा समावेश हुआ पर ‘भारत माता की जय’ के नारे नहीं लगे। वंदे मातरम् नहीं बोला गया। वास्तम में तृणमूल सहित पूरे विपक्ष के सामने अस्तित्व की लड़ाई है, उन्हें प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के अलावा कुछ और सूझता ही नहीं।

कांग्रेस की यूपीए सरकार पर प्रहार जारी रखते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि 13वें वित्त आयोग के दौरान देश में सोनिया-मनमोहन-राहुल की कांग्रेस सरकार थी जो अभी तृणमूल कांग्रेस की सहयोगी है। 13वें वित्त आयोग में कांग्रेस-नीत यूपीए सरकार ने पश्चिम बंगाल को विकास के लिए महज 1,32,000 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की थी, जबकि 14वें वित्त आयोग में मोदी सरकार ने राज्य के लिए 3,95,406 करोड़ रुपये आवंटित किये जो कांग्रेस सरकार की तुलना में ढाई गुना है लेकिन यह पैसा पश्चिम बंगाल की जनता तक पहुंचा ही नहीं। वास्तव में आधे पैसे तो तृणमूल कांग्रेस के लोग खा जाते हैं और बाकी आधा घुसपैठियों की भेंट चढ़ जाता है।

श्री शाह ने कहा कि मैं पश्चिम बंगाल की जनता को आश्वस्त करते हुए कहना चाहता हूं कि आप एक बार प्रदेश में कमल खिला दीजिये, एक भी घुसपैठिया पश्चिम बंगाल में कदम न रखने पायेगा। ममता सरकार को घुसपैठिये बड़े अच्छे लगते हैं, ये लोग राज्य की जनता को गुमराह करते हैं। मैं राज्य में रह रहे सभी हिंदू, बौद्ध, सिख, जैन शरणार्थियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि आप लोगों को डरने की कोई जरूरत नहीं है। हम सिटिजनशिप एमेंडमेंट बिल लेकर आये है। पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से प्रताड़ित होकर आये हिंदू, बौद्ध, सिख, जैन शरणार्थियों को भारत की सिटिजनशिप दी जायेगी। ये सभी शरणार्थी ममता दीदी से सवाल पूछ रहे हैं कि आप संसद में इस विधेयक का समर्थन करेंगी या नहीं। लोक सभा से तो तृणमूल कांग्रेस वाक-आउट कर गई थी, वह राज्य सभा से भी इसे पारित नहीं होने देगी, क्योंकि उन्हें अपना वोट बैंक खिसकने का डर है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि तृणमूल सरकार पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा, सरस्वती पूजा की अनुमति तक नहीं देती। मां सरस्वती हमें जीवन जीने का संस्कार देती है, वाणी और विद्या देती है लेकिन सरस्वती पूजन पर प्रतिबंध लगाए जाते हैं। दुर्गा विसर्जन में हमले होते हैं। गौ-तस्करी पर लगाम नहीं लगाया जा रहा, यहां सिंडिकेट टैक्स लगता है। हालत तो यहां तक खराब हो गई है कि प्रदेश सरकार के एक मंत्री तक को इसके खिलाफ धरने पर बैठना पड़ा। हमें ऐसा प्रदेश नहीं चाहिए, हमें वही गौरवशाली बंगाल चाहिए शांति और समृद्धि का प्रतीक है। आप एक बार पश्चिम बंगाल में कमल खिला दीजिये, आप लोगों को भी सिंडिकेट टैक्स नहीं देना पड़ेगा। आज प्रदेश के हर गांव में जगाई-मधाई है, इसे प्रदेश की जनता ही रोक सकती है। पश्चिम बंगाल की जनता ने ही प्रदेश की सत्ता से कम्युनिस्टों को बाहर किया था और फिर से वे ही तृणमूल कांग्रेस को भी राज्य की सत्ता से बाहर करेगी।

श्री शाह ने कहा कि तृणमूल सरकार के संरक्षण में आज पश्चिम बंगाल में हर जगह कारखानों की जगह बम बनाने की फैक्ट्रियां लग रही हैं। कई जगह बम-धमाके हो रहे हैं, गैर-कानूनी आर्म्स फैक्ट्रियां पकड़ी जा रही हैं। प्रदेश में सारी फैक्ट्रियां बंद है, केवल एक धंधा चालू है, बम और हथियार बनाने का धंधा। यदि पश्चिम बंगाल से ये सब बंद करना है तो राज्य में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में सरकार बनानी पड़ेगी।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि तृणमूल सरकार ने पूरे प्रदेश में प्रशासन का राजनीतिकरण कर दिया है। उन्होंने कहा कि मेरी जनसभा के लिए हेलीकॉप्टर उतारने की अनुमति तक नहीं दी गई, यात्रा की अनुमति नहीं दी गई, मैं डीएम की स्थिति समझता हूं क्योंकि यदि उन्होंने अनुमति दे दी तो ममता दीदी का कोपभाजन बनना पड़ेगा। वह दिन दूर नहीं है जब आपकी सत्ता का अंत होगा क्योंकि जुल्म तो रावण का भी नहीं टिका था। आप हेलीकॉप्टर उतारने की अनुमति नहीं देगी तो हम हेलीकॉप्टर से ही भाषण करेंगे लेकिन आपके खिलाफ लड़ेंगे। आप यात्रा निकालने की अनुमति नहीं देगी तो हम रैली करेंगे लेकिन आपके खिलाफ लड़ेंगे। आप रैली नहीं करने देगी तो पैदल मार्च करेंगे, लेकिन आपके खिलाफ लड़ेंगे, यह भारतीय जनता पार्टी का निर्णय है।

श्री शाह ने कहा कि देश भर में सातवां वेतन आयोग लागू हो गया है, लेकिन पश्चिम बंगाल में अभी भी पांचवां वेतन आयोग ही चल रहा है। यदि प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनती है तो पहली ही कैबिनेट बैठक में पश्चिम बंगाल में सातवां वेतन आयोग लागू करने का निर्णय कर लिया जाएगा। यहां तक कि राज्य के कर्मचारियों का डीए भी केंद्र सरकार के कर्मचारियों की तुलना में आधा है। सारा पैसा तो तृणमूल कांग्रेस के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाता है। नारदा-सारदा, रोज वैली, वक्फ बोर्ड जमीन घोटाला- न जाने कितने घोटाले किये हैं तृणमूल कांग्रेस ने और तो और, प्रदेश में 5000 करोड़ रुपये की वक्फ बोर्ड की जमीन तक बेच डाली गई है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि मुझे पता है, मेरी जनसभा ख़त्म होते ही ममता दीदी मुझ पर एक केस कर देगी। मैं जब पिछली बार आया था तो उन्होंने मुझ पर एक केस कर दिया था। ममता दीदी, मैं आयु में आपसे छोटा हूं, एक नहीं, दो केस कीजिएगा लेकिन आप मुझे सच बोलने से नहीं रोक सकती क्योंकि यह पश्चिम बंगाल की जनता के अधिकार का सवाल है। हम पश्चिम बंगाल की जनता के अधिकार के लिए अंतिम सांस तक लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में हमारे 100 से अधिक कार्यकर्ताओं ने लोगों के हक़ की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है। यदि तृणमूल कांग्रेस समझती है कि वे हमारे कार्यकर्ताओं की हत्या करके हमें जनता के लिए लड़ने से रोक लेंगे तो यह उनकी भूल है। आप कमल पर जितना कीचड़ उछालोगी, कमल उतना ही दैदीप्यमान होकर खिलेगा।

श्री शाह ने कहा कि आजादी के 70 सालों में गरीब-कल्याण के लिए जितने कार्य नहीं हुए, वे सभी कार्य केवल पांच वर्षों प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कर दिखाया है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत 6 करोड़ गैस कनेक्शन वितरित किये गए, लगभग 9 करोड़ शौचालयों का निर्माण कराया गया, ढाई करोड़ घर बनाए गए, लगभग 19 हजार गांवों में बिजली पहुंचाई गई, अब घरों को रौशन किया जा रहा है। किसानों को उनकी फसल पर डेढ़ गुना समर्थन मूल्य दिया गया। देश के गरीबों के लिए आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की गई जिसके तहत देश के 10 करोड़ गरीब परिवारों अर्थात् लगभग 50 करोड़ लोगों को पांच लाख रुपये प्रतिवर्ष का स्वास्थ्य बीमा दिया जा रहा है, लेकिन ममता दीदी ने पश्चिम बंगाल में इसे लागू नहीं करने का निर्णय लिया है। स्पष्ट है कि गरीब कल्याण में उनकी कोई रुचि नहीं है।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि तथाकथित महागठबंधन एक ढकोसला, इस गठबंधन का एजेंडा स्पष्ट है। उनका एकमात्र एजेंडा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को हटाना है। हम चाहते हैं गरीबी हटे, वे चाहते हैं मोदी हटे। हम चाहते हैं भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, निरक्षरता, बीमारी हटे, वे चाहते हैं मोदी हटे। हम चाहते हैं देश सुरक्षित हो, वे चाहते हैं मोदी हटे। ममता दीदी, मंच पर 5-10 नेताओं को खड़ा कर हाथ हिलाने से नरेन्द्र मोदी को नहीं हटाया जा सकता। देश की सवा सौ करोड़ जनता चट्टान की तरह प्रधानमंत्री जी के साथ खड़ी है। तथाकथित महागठबंधन के नेता केंद्र में मजबूर और ढीली-ढाली सरकार चाहते हैं, ताकि वे भ्रष्टाचार कर पायें जबकि हम चाहते हैं कि देश में मजबूत सरकार बने जो पाकिस्तान के दांत खट्टे कर सके और मजबूत सरकार प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केवल और केवल भारतीय जनता पार्टी ही दे सकती है। ममता दीदी के ब्रिगेड समावेश मंच पर जो लोग थे, उनमें तो प्रधानमंत्री पद पाने की होड़ लग रखी है, लेकिन एनडीए में एक ही नेतृत्व है। हम प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में “न्यू इंडिया” के स्वप्न को साकार करने के लिए कटिबद्ध हैं।

श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस को सम्मान देते हुए अंडमान निकोबार द्वीप समूह के द्वीपों का नाम सुभाष, स्वराज और शहीद रखने का निर्णय लिया, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने सुभाष बाबू को भुलाने के लिए कोई कोर-कसर बाकी नहीं रखी।