केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान का निधन

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लोक जनशक्ति पार्टी के वरिष्ठ नेता व भारत सरकार के कैबिनेट मंत्री श्री राम विलास पासवान का 8 अक्टूबर, 2020 को निधन हो गया। श्री पासवान वर्तमान केन्द्र सरकार में उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री थे।

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने श्री पासवान के निधन पर गहरा दु:ख व्यक्त किया। कैबिनेट ने प्रस्ताव पारित कर कहा कि श्री पासवान के निधन से राष्ट्र ने एक प्रख्यात नेता, एक उत्कृष्ट सांसद और एक कुशल प्रशासक खो दिया है।

मैंने मूल्यवान सहयोगी खो दिया : नरेन्द्र मोदी

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने श्री पासवान के निधन पर दु:ख जताया। सिलसिलेवार ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा कि राम विलास पासवान जी का निधन एक व्यक्तिगत क्षति है। मैंने एक दोस्त, मूल्यवान सहयोगी और ऐसे व्यक्ति को खो दिया है, जो हर गरीब की गरिमापूर्ण जिंदगी की सुनिश्चित करने के लिए बेहद उत्सुक था।

उन्होंने कहा कि श्री राम विलास पासवान जी ने कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प के माध्यम से राजनीति में कदम रखा। एक युवा नेता के रूप में उन्होंने आपातकाल के दौरान अत्याचार और लोकतंत्र पर हमले का विरोध किया। वह एक उत्कृष्ट सांसद और मंत्री थे, जिन्होंने कई नीतिगत क्षेत्रों में स्थायी योगदान दिया।

श्री मोदी ने कहा कि साथ में काम करना, पासवान जी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलना एक अविश्वसनीय अनुभव रहा है। मंत्रिमंडल की बैठकों के दौरान उनके हस्तक्षेप ज्ञानवर्धक होते थे। राजनीतिक ज्ञान, राज्य-कौशल से लेकर शासन के मुद्दों तक वह प्रतिभाशाली थे। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना। ओम शांति।

बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे राम विलास पासवान : जगत प्रकाश नड्डा

भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने केंद्रीय उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री श्री राम विलास पासवान के निधन पर दुःख व्यक्त किया। श्री नड्डा द्वारा जारी किया गया शोक संदेश निम्न है:

केंद्रीय मंत्री, समाजवाद के प्रखर स्तंभ एवं लोकप्रिय जन-प्रतिनिधि श्री राम विलास पासवान जी के असामयिक निधन से दु:खी एवं स्तब्ध हूं। वे हमारे बीच नहीं रहे, यह दिल को बहुत दु:ख देने वाली खबर है। वे ऐसे जननेता थे जिन्होंने अपना संपूर्ण जीवन गरीबों, शोषितों, वंचितों और पीड़ितों के उत्थान में समर्पित कर दिया था।

बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी श्री पासवान ने राजनीतिक और सामाजिक जीवन में एक लंबा सफ़र तय किया है। वे पहली बार 1969 में बिहार विधानसभा पहुंचे थे। वे 9 बार लोक सभा और दो बार राज्य सभा के सदस्य रहे। वे पिछले पांच दशक से भी ज्यादा वक्त से राजनीति में सक्रिय थे और देश के बड़े नेताओं में उनकी पहचान होती थी। उन्होंने देश के छः प्रधानमंत्रियों के साथ काम किया। अपने राजनीतिक जीवन में उन्होंने उन्होंने श्रम कल्याण मंत्रालय, रेल मंत्रालय, संसदीय मामलों के मंत्रालय, संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, कोयला एवं खदान मंत्रालय, रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय, स्टील मंत्रालय से लेकर खाद्य और उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय का काम बखूबी संभाला।

श्री पासवान बेहद सरल और मृदुभाषी व्यक्तित्व के धनी थे। अपने स्वभाव से वे सबको साथ लेकर चलने वाले व्यक्ति थे। मैंने उन्हें अपने युवा काल से ही देखा है। जब मैं पटना में विश्वविद्यालय का छात्र था, तब वे वहां अक्सर छात्रों से मिलने आया करते थे। वे सदैव एक फायरब्रांड नेता के रूप में प्रतिष्ठित रहे, जिन्होंने हमेशा गरीबों, पीड़ितों, वंचितों व समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के लिए लड़ाई लड़ी। उनका निधन न केवल बिहार, बल्कि समग्र राष्ट्र के लिए अपूरणीय क्षति है जिसकी भरपाई संभव नहीं है।

दुःख की इस घड़ी में मैं स्वयं एवं पार्टी कार्यकर्ताओं की ओर से श्रद्धेय श्री राम विलास पासवान के शोकाकुल परिवार एवं सहयोगियों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करता हूं। साथ ही, भगवान से दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिवार को धैर्य और साहस प्रदान करने की प्रार्थना करते हुए अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। ॐ शांति।