भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री वेंकैया नायडू 5 अगस्त को देश के नए उपराष्ट्रपति निर्वाचित हुए। 785 में से 771 सांसदों ने वोट डाला। यानी 98.2% मतदान हुआ। उपराष्ट्रपति चुनाव में यह अब तक का सबसे ज्यादा मतदान रहा। श्री नायडू को अपने प्रतिद्वंद्वी श्री गोपालकृष्ण गांधी से दोगुने से भी ज्यादा वोट मिले। श्री नायडू को 516 सांसदों के वोट मिले, जबकि श्री गांधी को 244 वोट मिले। यह 25 साल में सबसे बड़े अंतर की भी जीत है। इससे पहले 1992 में श्री के. आर. नारायणन को 701 में से 700 वोट मिले थे।
श्री नायडू 15वें उपराष्ट्रपति होंगे। हालांकि, इस पद पर बैठने वाले वह 13वें व्यक्ति होंगे। डॉ. श्री सर्वपल्ली राधाकृष्णन और श्री हामिद अंसारी दो-दो बार इस पद पर रह चुके हैं। निवर्तमान उपराष्ट्रपति श्री हामिद अंसारी का कार्यकाल 10 अगस्त को खत्म हो रहा है। श्री वेंकैया नायडू 11 अगस्त को शपथ लेंगे। भाजपा के लिए यह गर्व की बात है कि एक साथ राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और लोकसभा अध्यक्ष जैसे देश के शीर्ष चार पदों पर भाजपा कार्यकर्ता आसीन हैं।
उप राष्ट्रपति चुने जाने के बाद श्री वेंकैया नायडू ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने साथ ही समर्थन देने वाले सभी नेताओं का भी आभार जताया। उप राष्ट्रपति श्री हामिद अंसारी और कांग्रेस अध्यक्ष श्री सोनिया गांधी ने भी श्री वेंकैया नायडू को बधाई दी।
चुनाव नतीजों के बाद श्री वेंकैया नायडू ने कहा- किसान पृष्ठभूमि से आने की वजह से मैंने इसकी कल्पना नहीं की थी कि मैं यहां पहुंच सकूंगा। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय राजनीति में कृषि को उपयुक्त आवाज नहीं मिल पाई है। श्री नायडू ने कहा- ‘मैं कृतार्थ हूं। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सभी पार्टी नेताओं का समर्थन देने के लिए आभारी हूं। मैं उप राष्ट्रपति संस्था का उपयोग राष्ट्रपति के हाथ मजबूत बनाने के लिए करूंगा और ऊपरी सदन की मर्यादा को कायम रखूंगा।