‘हमने पूर्वांचल को विकास की धारा से जोड़ने का ऐतिहासिक कार्य किया है’

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित पूर्वांचल महाकुंभ में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया और कांग्रेस एवं आम आदमी पार्टी पर जोरदार हमला किया।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि पिछले साढ़े चार सालों में, पूरे देशभर में जो विकास हुआ, इसमें पूर्वांचल के भाई-बहनों की बड़ी भागीदारी रही है। पूर्वांचल के भाइयों-बहनों ने पूरे देशभर में अपनी क्षमता, निष्ठा, योग्यता और श्रमशक्ति का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया है।

श्री शाह ने कहा कि 2014 के लोक सभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने तय किया था कि श्री नरेन्द्र भाई मोदी प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी होंगे। श्री नरेन्द्र मोदी ने उस समय अपने एक भाषण में कहा था कि भारत माता की दो भुजाएं हैं- पश्चिम भारत और पूर्वी भारत। पश्चिम भारत का विकास बहुत हो गया है, मगर पूर्वी भारत का अभी बाकी है। प्रधानमंत्री ने वादा किया था कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार आती है, तो विकास में पिछड़ गये पूर्वांचल का विकास उसकी प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा कि केंद्र में नरेन्द्र मोदी सरकार के साढ़े चार वर्षों के दौरान हमने पूर्वांचल को विकास की धारा से जोड़ने का ऐतिहासिक कार्य किया है, जिसे कांग्रेस की सरकारें लगातार अनदेखा करती रही। कांग्रेस ने अपने 70 साल के शासन काल में पूर्वांचल के साथ अन्याय किया, चाहे उत्तर प्रदेश का पूर्वी हिस्सा हो या फिर बिहार, झारखण्ड या ओड़िसा।

श्री शाह ने कहा कि कांग्रेस की यूपीए सरकार ने 13वें वित्त आयोग के दौरान पूर्वांचल के विकास के लिए महज 4 लाख करोड़ रुपये दिए लेकिन पिछले साढ़े चार सालों में केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने 14वें वित्त आयोग के दौरान पूर्वांचल के लिए 13 लाख 80 हजार करोड़ रुपये की राशि आवंटित की, जिनमें से 11 लाख करोड़ रुपये विकास कार्यों में खर्च भी हो चुके हैं। जब तक पूर्वांचल का विकास पश्चिम भारत जैसा नहीं हो जाता, भारतीय जनता पार्टी चैन की नींद नहीं सो सकती। यह हमारा संकल्प है और हम इस संकल्प को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। इसी उद्देश्य से उद्योग स्थापना हेतु 1856 किमी का ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाने का काम केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने किया है। इसके अतिरक्त, बरौनी और सिंदरी का कारखाना, वाराणसी ट्रामा सेंटर, 6 मेडिकल कॉलेज, 1 आईआईएम, 2 हजार करोड़ रुपये व्यय से पूर्वांचल एक्सप्रेस वे, वाराणसी और बाकी शहरों को जोड़ने के लिए 8 हजार करोड़ रुपये के सड़क मार्ग, झारखण्ड में 9 नेशनल हाईवे, गंगा सेतु के लिए 5 हजार करोड़ रुपये, मधेपुरा में रेलवे इंजन कारखाना, नमामि गंगा अभियान के तहत पूर्वांचल के सभी शहरों के सीवरेज की व्यवस्था करने का काम केंद्र की मोदी सरकार ने पिछले चार वर्षों में कर दिखाया है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि एनआरसी का मुद्दा जब आया, तो राज्य सभा में राहुल गांधी समेत सपा-बसपा, कम्युनिस्ट, आम आदमी पार्टी- सभी मानवाधिकार के नाम पर हायतौबा मचाने लगे। ये घुसपैठिए जो बम धमाके करते हैं, देश की सुरक्षा में सेंध लगाते हैं, निर्दोष भारतीयों की जान लेते हैं- इनके मानवाधिकार की रक्षा करनी चाहिए या नहीं? राहुल गांधी और अरविन्द केजरीवाल को घुसपैठियों की चिंता इसलिए है, क्योंकि वे वोटबैंक की राजनीति करते हैं। भारतीय जनता पार्टी के लिए देशहित सबसे पहले है। अवैध घुसपैठिए के मुद्दे पर राहुल गांधी को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए। 2019 में जब भारतीय जनता पार्टी दुबारा सत्ता में आएगी तो सारे घुसपैठिए को चुन-चुनकर देश से बाहर निकाला जाएगा।

श्री शाह ने कहा कि देश में प्रधानमंत्री की सुरक्षा के साथ जो खिलवाड़ हो रहा है, उनकी हत्या की जो साजिश हो रही है- ये राहुल गांधी एंड कंपनी और अरविन्द केजरीवाल एंड कंपनी को स्पष्ट करना होगा कि देश के प्रधानमंत्री की हत्या की साजिश रचने वालों को जेल में डालने पर ये बौखलाकर हाय-तौबा क्यों मचाने लगे?

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि ये जो महागठबंधन बनाया जा रहा है, मैं चाहता हूं ये जरा जोरदार बने क्योंकि मेरे 11 करोड़ कार्यकर्ता दो-दो हाथ करने के लिए तैयार हैं। राहुल गांधी बंगलोर से कहते हैं कि मैं पीएम बनूंगा और सेकेंडों में ममता बनर्जी का बयान आता है कि राहुल गांधी पीएम के योग्य नहीं है। तुरंत ही लालू जी के बेटे का भी बयान आता है कि राहुल गांधी पीएम नहीं बनेंगे। कुछ ही देर बाद अखिलेश यादव का भी यही जवाब आता है और प्रधानमंत्री बनने की लालसा की गाड़ी अपने दूसरे स्थान तक पहुंचती भी नहीं है कि तब तक मायावती जी का बयान आता है कि राहुल गांधी पीएम नहीं बन सकते। ये कैसा ढकोसला महागठबंधन है, जिसमें न एकता है, न नीति और न ही एक सोच है।