अनुच्छेद 370 के हटने से कश्मीर के लोगों को मिले मौलिक अधिकार : जगत प्रकाश नड्डा

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने पश्चिम बंगाल के कोलकाता में अनुच्छेद 370 पर बोलते हुए कहा कि बंगाल श्यामा प्रसाद मुखर्जी की धरती है, यहां अनुच्छेद 370 पर बोलना सौभाग्य की बात है।

श्री नड्डा ने 27 सितंबर को कोलकाता में आयोजित एक संगोष्ठी में कहा कि फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद कश्मीर को विशेष दर्जा देने की मांग करते हैं। वे देश की जनता को गुमराह करते हैं। भारतीय संविधान में अनुच्छेद 370 को अस्थाई और बदले जा सकने योग्य लिखा है, लेकिन इस मुद्दे पर इन्होंने घाटी के लोगों को गुमराह करने की पूरी कोशिश की है।

श्री नड्डा ने कहा कि जवाहर लाल नेहरू ने शेख अब्दुल्ला से कहा था कि कश्मीर पर भीम राव अंबेडकर से मुलाकात करें। अंबेडकर ने शेख अब्दुल्ला से कहा था कि आप हमसे उम्मीद करते हैं कि हम सुरक्षा दें, खाना दें, लेकिन भारत की जनता कश्मीर की जनता नहीं होगी, यह हमें मंजूर नहीं है। कानून मंत्री के तौर पर यह मुझे मंजूर नहीं। अनुच्छेद 370 का मकसद जम्मू-कश्मीर को भारत के संविधान में शामिल करना था। 35ए के एक हिस्से के तहत यह तय होता था कि जम्मू-कश्मीर का नागरिक कौन होगा। जो कि मौलिक अधिकार के खिलाफ था।

श्री नड्डा ने कहा कि घाटी में लोग इसलिए भी खुश हैं क्योंकि अब तक उनके मौलिक अधिकारों को नकार दिया गया था। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 के समाप्त होने के बाद अब जम्मू-कश्मीर के सभी पंचायतों में भारत सरकार का पैसा सीधे पहुंच सकेगा। अब तक यह पैसा वहां के नेताओं द्वारा जेब में डाला जाता था।

भाजपा कार्यकर्ताओं की स्मृति में ‘तर्पण’ कार्यक्रम

पश्चिम बंगाल में जंगलराज, ममता सरकार का समय खत्म

भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने 28 सितंबर को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री सुश्री ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने ‘‘जंगल राज’’ की शुरुआत की है और प्रदेश में‘‘आतंक का राज’’ कायम कर दिया है।

श्री नड्डा ने कहा कि राज्य में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार का वक्त खत्म हो गया है, क्योंकि बनर्जी में “दूरदृष्टि और दिशा” की कमी है और उनकी रुचि केवल “राज्य के आतंक” के जरिए विपक्षी दलों को भयभीत करने में है।

श्री नड्डा ने पश्चिम बंगाल में पिछले कुछ वर्षों में राजनीतिक हिंसा में जान गंवाने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं का ‘सामूहिक तर्पण’ भी किया। ‘तर्पण’ पितृ पक्ष में की जाने वाली एक ऐसी रस्म है जिसमें पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए उन्हें जल अर्पित किया जाता है।

उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में “बलिदानी भाजपा कार्यकर्ताओं” के परिवार के सदस्यों को न्याय नहीं मिल रहा है। उन्होंने ‘‘सामूहिक तर्पण’’ करने के बाद पत्रकारों से कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल में टीएमसी सरकार में ‘जंगल राज’ और आतंक का राज है। कानून का शासन न होने के कारण यहां ‘गुंडा राज’ है।’’

श्री नड्डा ने कहा, ‘‘लेकिन यह ‘जंगल राज’ जल्द ही खत्म हो जाएगा क्योंकि टीएमसी सरकार का समय खत्म हो गया है।’’ उन्होंने कहा कि पिछले दो साल के दौरान पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा में 80 से अधिक लोगों को जान गंवानी पड़ी है। उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस मुकदमा नहीं लिख रही है और मूकदर्शक बनी हुई है। रक्षक ही भक्षक बन गए हैं। ममता बनर्जी न तो लोगों को न्याय दे रही हैं और न ही कोई समुचित न्यायिक कार्रवाई होने दे रही हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल में 2018 के पंचायत चुनाव के बाद 3000 से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं को अपने घर छोड़ने के लिए मजबूर किया गया। भाजपा के 2500 से अधिक कार्यकर्ताओं के साथ शारीरिक हिंसा की गई। करीब 80 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी और करीब 1000 घायल कार्यकर्ताओं का इलाज कराया जा रहा है। ये कानून-व्यवस्था की स्थिति या गुंडाराज का उदाहरण है।’’ इससे पहले नड़्डा ने कॉलेज स्क्वायर में समाज सुधारक ईश्वर चन्द्र विद्यासागर को श्रद्धांजलि दी।