शांति, सद्भाव और प्रगति के लिए योग : नरेन्द्र मोदी

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पांचवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर 21 जून को भारत के साथ ही दुनिया के कई देशों ने योग किया। संयुक्त राष्ट्र की महासभा से लेकर भारतीय संसद के परिसर और बीजिंग से लेकर रांची तक प्राचीन स्वास्थ्य पद्धति को पसंद करने वाले हजारों लोगों ने “ओम” एवं “शांति” का जाप करते हुए सरल एवं कठिन ‘आसन’ किए। कई वैश्विक राजधानियों और भारत के नगरों एवं गांवों में योग के कार्यक्रम आयोजित किए गए।

गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने श्री मोदी के प्रस्ताव पर 2014 में 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने की स्वीकृति दी थी।

भारत में मुख्य कार्यक्रम झारखंड की राजधानी रांची में हुआ जहां प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने प्रभात तारा मैदान में 40,000 लोगों के साथ कई ‘आसन’ किए। योगाभ्यास सत्र आरंभ होने के पूर्व प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, ‘हमारा आदर्श वाक्य शांति, सद्भाव और प्रगति के लिए योग होना चाहिए।’ इस अवसर पर सभी का अभिवादन करते हुए उन्होंने योग के संदेश का प्रचार प्रसार करने में अहम भूमिका निभाने वाले मीडिया कर्मियों और सोशल मीडिया से जुड़े लोगों की सराहना की।

प्रधानमंत्री ने कहा कि वे आधुनिक योग के संदेश को शहरों से गांवों तक और गरीब और आदिवासी समुदाय के लोगों के घर तक पहुंचाना चाहते हैं। उन्होंने योग को बीमारियों से सबसे ज्यादा तकलीफ उठाने वाले गरीब और आदिवासी लोगों के जीवन का अभिन्न अंग बनाए जाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, ‘आज के बदलते समय में हमारा ध्यान रोग से बचाव के साथ ही आरोग्य पर भी होना चाहिए। योग हमें आरोग्य होने की शक्ति प्रदान करता है। योग की मूल भावना और प्राचीन भारतीय दर्शन यही है।’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘योग का उद्देश्य हमारे द्वारा पार्को और चटाई पर कुछ समय के लिए किये जाने वाले योगाभ्यास भर से पूरा नहीं होता। योग एक अनुशासन और समर्पण है जिसका जीवन भर पालन किया जाना चाहिए।’

उन्होंने योग को आयु, रंग, जाति, सम्प्रदाय, मत, पंथ, अमीरी, गरीबी और देशों की सीमाओं से परे बताते हुए कहा कि योग सबका है और सब योग के हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आज हम ये कह सकते हैं कि भारत में योग के प्रति जागरूकता हर कोने तक, हर वर्ग तक पहुंची है- ड्राइंगरूम से बोर्डरूम तक, शहरों के पार्कों से लेकर खेल कम्पलेक्सों तक, गली-कूचों से आरोग्य केन्द्रों तक सब जगह योग ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा है।’

श्री मोदी ने कहा कि योग प्राचीन  और आधुनिक दोनों है। यह निरंतर विकसित हो रहा है। उन्होंने कहा कि सदियों से, योग का सार एक ही रहा है- स्वस्थ शरीर, स्थिर मन, और एकता की भावना। प्रधानमंत्री ने कहा। उन्होंने कहा कि योग ज्ञान, कर्म और भक्ति का एक आदर्श मिश्रण है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जब पूरी दुनिया योग को अपना रही है, ‘हमें योग के बारे में और अधिक अनुसंधान पर जोर देना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि योग को दवाओं, फिजियोथेरेपी और कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसे विषयों से जोड़ा जाना चाहिए।

जहां श्री मोदी ने रांची में समारोह की अगुवाई की, वहीं केंद्रीय मंत्रियों ने देश भर में योग कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। गृह मंत्री श्री अमित शाह ने रोहतक के एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया। रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने राष्ट्रीय राजधानी में राजपथ के हरे-भरे वातावरण में सैकड़ों लोगों के साथ योग किया, वहीं परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी ने नागपुर में योग कार्यक्रम में शिरकत की।

लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने संसद भवन परिसर में योग दिवस के कार्यक्रमों की अगुवाई की, जहां नवनिर्वाचित सांसदों, केंद्रीय मंत्रियों एवं संसद के स्टाफ समेत करीब 400 लोगों ने योगासन किए।
राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन के सभागार में योग दिवस कार्यक्रम में शिरकत की। वहीं, उपराष्ट्रपति श्री एम वेंकैया नायडू ने ऐतिहासिक लाल किले में योग दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
सामूहिक योगाभ्यास के नजारे देश के विभिन्न हिस्सों में खुले मैदानों, उद्यानों एवं सभागारों में देखने को मिले। अरूणाचल प्रदेश की दिगारु नदी के पानी में जहां आईटीबीपी के कर्मियों ने आसन किए वहीं हिमालय के बर्फीले हिस्से में बद्रीनाथ के पास वसुंधरा ग्लेशियर में भारतीय सेना के कर्मियों ने योगाभ्यास किया।

जालंधर में सेना की दो श्वान इकाई के सदस्यों ने डोगा (श्वान योग) किया। इसमें श्वानों ने सैन्यकर्मियों के साथ आसन किए। अरुणाचल प्रदेश के लोहितपुर के सीमाई इलाकों में आईटीबीपी की पशु परिवहन इकाई ने अपने घोड़ों पर सवार होकर इसी तरह योग किया और इसे ‘होगा’ नाम दिया।

अमित शाह और जेपी नड्डा ने किया योग

भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं गृहमंत्री श्री अमित शाह ने हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर के साथ रोहतक में योग किया और कहा कि यह मोदी के प्रयासों की वजह से मुमकिन हो पाया है कि विश्व न सिर्फ योग दिवस मना रहा है बल्कि इसे अपने रोजमर्रा का हिस्सा बना रहा है।

उन्होंने कार्यक्रम के बाद ट्वीट किया, “योग भारत के प्राचीन इतिहास और विविधता का प्रतीक है। यह विश्व को स्वस्थ जीवन की ओर जाने वाला मार्ग दिखा रहा है।”

पं. दीनदयाल उपाध्याय मार्ग, नई दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय पर भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष श्री जेपी नड्डा, भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) श्री रामलाल और कई वरिष्ठ नेताओं ने भी योग किये।