‘आपको रोजगार के लिए पहाड़ छोड़ना पड़े, ऐसी स्थिति नहीं आने दी जाएगी’

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने 19 सितंबर को ओएनजीसी ऑडिटोरियम, देहरादून उत्तराखंड) में आयोजित प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन को संबोधित किया और भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा, सिद्धांतों और कार्यपद्धति पर विस्तार से चर्चा की। विदित हो कि श्री शाह देश के सभी राज्यों में कुल 110 दिनों के अपने विस्तृत प्रवास कार्यक्रम के तहत दो दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड में थे। इससे पहले देवभूमि उत्तराखंड आगमन पर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह का हार्दिक स्वागत व अभिनंदन किया गया। तत्पश्चात् श्री शाह ने देहरादून में प्रदेश पदाधिकारी, सांसद, विधायक, मेयर, जिला अध्यक्ष, जिला महामंत्री व अन्य पदाधिकारियों के साथ बैठक कर संवाद किया। इसके पश्चात् उन्होंने पंडित दीनदयाल उपाध्याय कार्य विस्तार योजना की समीक्षा बैठक भी की। श्री शाह ने कहा कि यह वर्ष पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी का जन्म शताब्दी वर्ष है।

उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी न केवल भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्य और अध्यक्ष रहे बल्कि उन्होंने जन संघ के माध्यम से एक ऐसी पार्टी की नींव रखी, जो सिर्फ राजनीतिक कारणों से राजनीति में नहीं है, बल्कि देश में परिवर्तन की बयार लाने के लिए है। उन्होंने कहा कि इसके लिए उन्होंने जीवनपर्यंत कार्य किया और उसी का परिणाम है कि जन संघ के रूप में 11 सदस्यों से शुरू हुई भारतीय जनता पार्टी आज 11 करोड़ से अधिक सदस्यों के साथ विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि हमारा वादा है पहाड़ के युवाओं से – आपको रोजगार के लिए पहाड़ छोड़ना पड़े, ऐसी स्थिति नहीं आने दी जायेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इतने सालों तक उत्तराखंड में जो गंदगी फैला रखी थी, अभी उसकी स्वच्छता में राज्य की त्रिवेन्द्र सिंह रावत सरकार लगी हुई है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में त्रिवेन्द्र सिंह रावत जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी सरकार राज्य के विकास के लिए अहर्निश काम कर रही है और देखते ही देखते उत्तराखंड भी भाजपा सरकार के नेतृत्व देश के एक विकसित प्रदेश के रूप में प्रतिस्थापित होगा।

‘रावत सरकार उत्तराखंड के विकास के लिए कटिबद्ध’

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने 20 सितंबर को होटल मधुबन, देहरादून (उत्तराखंड) में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने उत्तराखंड के विकास के लिए कई कदम उठाये हैं। उन्होंने कहा कि 13वें वित्त आयोग में कांग्रेस-नीत यूपीए सरकार ने शेयर इन सेन्ट्रल टैक्स के रूप में उत्तराखंड को 15,965 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की थी, जबकि 14वें वित्त आयोग में मोदी सरकार ने उत्तराखंड के लिए पांच वर्षों में 41,665 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की है जो 13वें वित्त आयोग के मुकाबले लगभग तीन गुनी अधिक है। उन्होंने कहा कि ग्रांट इन ऐड के तौर पर 13वें वित्त आयोग में कांग्रेस-नीत यूपीए सरकार ने उत्तराखंड को 3,295 करोड़ रुपये दिए थे, जबकि मोदी सरकार ने इसे बढ़ा कर 3,741 करोड़ रुपये आवंटित किये हैं। उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर इन सेक्टरों में 14वें वित्त आयोग में मोदी सरकार ने 13वें वित्त आयोग में कांग्रेस-नीत यूपीए सरकार के 30,343 करोड़ रुपये की तुलना में 49,147 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की है, जो कांग्रेस की तुलना में डेढ़ गुने से भी अधिक है।

उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त स्वच्छ भारत अभियान के लिए पांच करोड़, सॉलिड वेस्ट मेनेजमेंट के लिए 70 करोड़, प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए 28 करोड़, अमृत मिशन के लिए 593 करोड़, स्वायल हेल्थ कार्ड के लिए तीन करोड़, परम्परागत कृषि सिंचाई योजना के लिए 44 करोड़, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के लिए 20 करोड़, ई-नाम योजना में 20 करोड़, पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 196 करोड़ और ऑल वेदर रोड के लिए 12,000 करोड़ रुपये दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि चार धाम की यात्रा के लिए 900 किलोमीटर लंबा ऑल वेदर रोड उत्तराखंड में टूरिज्म को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं, मुद्रा बैंक योजना के लिए 4,427 करोड़ और उदय डिस्कॉम योजना में लगभग 900 करोड़ रुपया दिया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य में लगभग 21 लाख जन-धन खाते खोले गए हैं, 24 लाख से अधिक एलईडी बल्ब का वितरण किया गया है और प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना में राज्य के 1.25 लाख परिवारों को गैस सिलिंडर उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने कहा कि ‘वन रैंक, वन पेंशन’ योजना से सबसे ज्यादा फायदा उत्तराखंड को हुआ है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तराखंड की त्रिवेन्द्र सिंह रावत सरकार भी उत्तराखंड के विकास के लिए कटिबद्ध है।