अग्निपथ योजना

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केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सशस्त्र बलों में युवाओं की
भर्ती के लिए ‘अग्निपथ योजना’ को दी मंजूरी

संबंधित सेवा अधिनियमों के तहत चार साल के लिए अग्निवीर नामांकित किए जाएंगे। तीन सेनाओं में लागू जोखिम और कठिनाई भत्ते के साथ आकर्षक मासिक पैकेज तथा चार साल की कार्यावधि पूरी होने पर अग्निवीरों को एकमुश्त ‘सेवा निधि’ पैकेज का भुगतान किया जाएगा । इस साल 46,000 अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 14 जून को भारतीय युवाओं के लिए सशस्त्र बलों में सेवा के लिए एक आकर्षक भर्ती योजना को मंजूरी दी। इस योजना को ‘अग्निपथ’ कहा जाता है और इस योजना के तहत चुने गए युवाओं को ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा। अग्निपथ देशभक्त और प्रेरित युवाओं को चार साल की अवधि के लिए सशस्त्र बलों में सेवा करने की अनुमति देता है।

‘अग्निपथ योजना’ सशस्त्र बलों के युवा प्रोफाइल को सक्षम करने के लिए डिजाइन की गई है। यह उन युवाओं को अवसर प्रदान करेगा, जो समाज से युवा प्रतिभाओं को आकर्षित करके वर्दी धारण करने के प्रति इच्छुक हो सकते हैं, जो समकालीन तकनीकी प्रवृत्तियों के अनुरूप हैं और समाज में कुशल, अनुशासित और प्रेरित जनशक्ति की पूर्ति करते हैं। जैसाकि सशस्त्र बलों के लिए यह सशस्त्र बलों के युवा प्रोफाइल को बढ़ाएगा और ‘जोश’ और ‘जज्बा’ का एक नया संसाधन प्रदान करेगा, साथ ही साथ एक अधिक तकनीकी जानकार सशस्त्र बलों की दिशा में एक परिवर्तनकारी बदलाव लाएगा, जो वास्तव में समय की आवश्यकता है।

यह परिकल्पना की गई है कि इस योजना के कार्यान्वयन से भारतीय सशस्त्र बलों की औसत आयु लगभग 4-5 वर्ष कम हो जाएगी।

राष्ट्र, समाज और राष्ट्र के युवाओं के लिए एक अल्पकालिक सैन्य सेवा के लाभांश बहुत अधिक हैं। इसमें देशभक्ति की भावना, टीम वर्क, शारीरिक फिटनेस में वृद्धि, देश के प्रति निष्ठा और बाहरी खतरों, आंतरिक खतरों और प्राकृतिक आपदाओं के समय राष्ट्रीय सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षित कर्मियों की उपलब्धता शामिल है।

यह तीनों सेनाओं की मानव संसाधन नीति में एक नए युग की शुरुआत करने के लिए सरकार द्वारा शुरू किया गया एक प्रमुख रक्षा नीति सुधार है। नीति, जो तत्काल प्रभाव से लागू होती है, इसके बाद तीनों सेनाओं के लिए नामांकन को नियंत्रित करेगी।

अग्निवीरों को लाभ

अग्निवीरों को तीन सेनाओं में लागू जोखिम और कठिनाई भत्ते के साथ एक आकर्षक अनुकूलित मासिक पैकेज दिया जाएगा। चार साल की कार्यावधि के पूरा होने पर अग्निवीरों को एकमुश्त ‘सेवा निधि’ पैकेज का भुगतान किया जाएगा, जिसमें उनका योगदान शामिल होगा जिसमें उस पर अर्जित ब्याज और सरकार से उनके योगदान की संचित राशि के बराबर योगदान शामिल होगा, जैसाकि नीचे दर्शाया गया है:

‘सेवा निधि’ आयकर से छूट दी जाएगी। ग्रेच्युटी और पेंशन संबंधी लाभों का कोई अधिकार नहीं होगा। अग्निवीरों को भारतीय सशस्त्र बलों में उनकी कार्यावधि के लिए 48 लाख रुपये का गैर-अंशदायी जीवन बीमा कवर प्रदान किया जाएगा।

राष्ट्र की सेवा की इस अवधि के दौरान अग्निवीरों को विभिन्न सैन्य कौशल और अनुभव, अनुशासन, शारीरिक फिटनेस, नेतृत्व गुण, साहस और देशभक्ति प्रदान की जाएगी। चार साल के इस कार्यकाल के बाद अग्निवीरों को नागरिक समाज में शामिल किया जाएगा, जहां वे राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में अत्यधिक योगदान दे सकते हैं।

प्रत्येक अग्निवीर द्वारा प्राप्त कौशल को उनके अद्वितीय बायोडाटा का हिस्सा बनने के लिए एक प्रमाणपत्र में मान्यता दी जाएगी। अग्निवीर अपनी युवावस्था में चार साल का कार्यकाल पूरा होने पर पेशेवर और व्यक्तिगत रूप से भी खुद को बेहतर बनाने के अहसास के साथ परिपक्व और आत्म-अनुशासित होंगे।

अग्निवीर के कार्यकाल के बाद नागरिक दुनिया में उनकी प्रगति के लिए जो रास्ते और अवसर खुलेंगे, वे निश्चित रूप से राष्ट्र निर्माण की दिशा में काफी लाभदायक होंगे। इसके अलावा, लगभग 11.71 लाख रुपये की सेवा निधि अग्निवीर को वित्तीय दबाव के बिना अपने भविष्य के सपनों को आगे बढ़ाने में मदद करेगी, जो आमतौर पर समाज के आर्थिक रूप से वंचित तबके के युवाओं के लिए होता है।

सशस्त्र बलों में नियमित संवर्ग के रूप में नामांकन के लिए चुने गए व्यक्तियों को न्यूनतम 15 वर्षों की अतिरिक्त सेवा अवधि के लिए सेवा करने की आवश्यकता होगी और भारतीय सेना में जूनियर कमीशंड अधिकारियों/अन्य रैंकों और भारतीय नौसेना और भारतीय वायु सेना में उनके समकक्ष और समय-समय पर संशोधित भारतीय वायु सेना में नामांकित गैर-लड़ाकू सेवा के मौजूदा नियमों और शर्तों द्वारा शासित होंगे।

यह योजना सशस्त्र बलों में युवा और अनुभवी कर्मियों के बीच एक अच्छा संतुलन सुनिश्चित करके और अधिक युवा और तकनीकी रूप से युद्ध लड़ने वाले बल को बढ़ावा देगी।

लाभ
• सशस्त्र बलों की भर्ती नीति में परिवर्तनकारी सुधार।
• युवाओं को देश की सेवा करने और राष्ट्र निर्माण में योगदान करने का अनूठा अवसर।
• सशस्त्र बलों का प्रोफाइल युवा और ऊर्जावान।
• अग्निवीरों के लिए आकर्षक वित्तीय पैकेज।
• अग्निवीरों के लिए सर्वोत्तम संस्थानों में प्रशिक्षण लेने और उनके कौशल और योग्यता को बढ़ाने का अवसर।
• सभ्य समाज में सैन्य लोकाचार के साथ अनुशासित और कुशल युवाओं की उपलब्धता।
• समाज में लौटने वालों के लिए पर्याप्त पुन: रोजगार के अवसर और जो युवाओं के लिए रोल मॉडल के रूप में उभर सकते हैं।

नियम एवं शर्तें

अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों को चार साल की अवधि के लिए संबंधित सेवा अधिनियमों के तहत बलों में नामांकित किया जाएगा। वे सशस्त्र बलों में एक अलग रैंक बनाएंगे, जो किसी भी मौजूदा रैंक से अलग होगी। सशस्त्र बलों द्वारा समय-समय पर घोषित की गई संगठनात्मक आवश्यकता और नीतियों के आधार पर चार साल की सेवा पूरी होने पर अग्निवीरों को सशस्त्र बलों में स्थायी नामांकन के लिए आवेदन करने का अवसर प्रदान किया जाएगा।

इन आवेदनों पर उनकी चार साल की कार्यावधि के दौरान प्रदर्शन सहित उद्देश्य मानदंडों के आधार पर केंद्रीकृत तरीके से विचार किया जाएगा और प्रत्येक विशिष्ट बैच के 25 प्रतिशत तक सशस्त्र बलों के नियमित कैडर में नामांकित किया जाएगा।

नामांकन ‘ऑल इंडिया ऑल क्लास’ के आधार पर होगा और पात्र आयु 17.5 से 21 वर्ष के बीच होगी। हालांकि, पिछले दो वर्षों के दौरान भर्ती करना संभव नहीं हुआ है, इसलिए केंद्र सरकार ने 2022 के लिए प्रस्तावित भर्ती चक्र के लिए एकबारगी छूट देने का निर्णय लिया है। तदनुसार, 2022 के लिए अग्निपथ योजना के तहत भर्ती प्रक्रिया के लिए ऊपरी आयु सीमा को बढ़ाकर 23 वर्ष कर दिया गया है।

केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल व असम राइफल्स की भर्ती में अग्निवीरों को प्राथमिकता

केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने 15 जून को ‘अग्निपथ योजना’ में 4 साल पूरा करने वाले अग्निवीरों को केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPFs) और असम राइफल्स में भर्ती में प्राथमिकता देने का निर्णय लिया।

गृह मंत्री कार्यालय ने ट्वीट्स के ज़रिए कहा कि ‘अग्निपथ योजना’ युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए श्री नरेन्द्र मोदी का एक दूरदर्शी व स्वागत योग्य निर्णय है। इसी संदर्भ में गृह मंत्रालय ने इस योजना में 4 साल पूरा करने वाले अग्निवीरों को CAPFs और असम राइफल्स में भर्ती में प्राथमिकता देने का निर्णय लिया है।

उत्तर प्रदेश और हरियाणा सरकार पुलिस बल में सेवानिवृत्त ‘अग्निवीरों’ को प्राथमिकता देगी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सेवानिवृत्त ‘अग्निवीरों’ को उत्तर प्रदेश पुलिस बल में प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्रीजी के मंशानुरूप ‘अग्निपथ योजना’ युवाओं को राष्ट्र व समाज की सेवा हेतु तैयार करेगी, उन्हें गौरवपूर्ण भविष्य का अवसर प्रदान करेगी। उत्तर प्रदेश सरकार आश्वस्त करती है कि ‘अग्निवीरों’ को सेवा के उपरांत पुलिस व पुलिस के सहयोगी बलों में समायोजित करने में प्राथमिकता दी जाएगी।
हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर ने ट्वीट कर कहा कि मैं घोषणा करता हूं कि ‘अग्निपथ योजना’ के तहत 4 वर्ष देश की सेवा करने के बाद वापिस आने वाले अग्निवीरों को गारंटी के साथ हरियाणा सरकार में नौकरी दी जाएगी।