भारत हर क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित कर विश्व को चमत्कृत कर रहा है

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ज जबकि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी विश्वभर के नेताओं में 70 प्रतिशत अप्रूवल रेटिंग के साथ शीर्ष पर हैं, वहीं, भारत ने सितंबर के दूसरे सप्ताह की शुरुआत तक टीकाकरण के 70 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है। भारत विश्व का एकमात्र ऐसा देश है जिसने एक ही दिन में 1.25 करोड़ से अधिक टीके लगाने का कीर्तिमान स्थापित किया है। यदि लोगों का यही उत्साह एवं समर्थन बना रहा तो इसमें कोई संदेह नहीं कि पूरे देश में टीकाकरण अभियान समय से पूर्व ही अपना लक्ष्य प्राप्त कर लेगा। कुछ महीने पूर्व ही जो लक्ष्य असंभव बताकर प्रचारित किया जा रहा था, आज भारत अनेक विकसित देशों को पीछे छोड़ते हुए उस लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ रहा है। ध्यान देने योग्य बात है कि जब विपक्ष के आग्रह पर टीकाकरण अभियान को विकेंद्रित किया गया था, विपक्ष शासित प्रदेशों ने अपनी नाकामी को स्वीकारते हुए हाथ खड़े कर दिए थे। इस कठिन समय में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 18-44 आयु वर्ग वालों के टीकाकरण की भी जिम्मेदारी अपने कंधों पर ली तथा 21 जून, 2021 से इस अभियान का शुभारंभ किया। परिणामतः आज देश में चल रहे विश्व का सबसे बड़ा एवं तेज टीकाकरण अभियान रिकार्ड पर रिकार्ड बना रहा है तथा जन-जन के स्वास्थ्य रक्षण के लिए कृतसंकल्पित है।

एक ओर जहां प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सुदृढ़ एवं करिश्माई नेतृत्व में पूरे देश में निःशुल्क टीकाकरण अभियान चल रहा है, वहीं दूसरी ओर 80 करोड़ लोगों को निःशुल्क खाद्यान्न भी दिया जा रहा है। यह केवल एक कीर्तिमान ही नहीं, बल्कि मोदी सरकार की गरीबों के लिए प्रतिबद्धता तथा किसी भी हाल में कोविड-19 महामारी को हराने की संकल्प शक्ति को दर्शाता है। जहां डाक्टरों, नर्सों, चिकित्साकर्मियों, लैब तकनीशियनों, प्रशासनिक अधिकारियों, दवा निर्माताओं एवं कोरोना योद्धाओं ने इस महामारी मंे अपना अदम्य साहस एवं अटूट संकल्पशक्ति का परिचय दिया है, वहीं देश के वैज्ञानिकों एवं शोधकर्ताओं ने इतने कम समय में ‘मेड इन इंडिया’ टीकों का निर्माण कर पूरे देश का मस्तक ऊंचा किया है। अब पूरे देश में कार्यरत टीकाकरण कर्मियों की प्रतिबद्धता एवं कड़ी मेहनत के कारण हर दिन पूरा देश किसी न किसी सकारात्मक समाचार से गौरव की अनुभूति कर रहा है। यह देश की एकजुट शक्ति का ही परिणाम है कि हर दूसरे-तीसरे दिन एक करोड़ से अधिक टीकाकरण का समाचार प्राप्त हो रहा है, जिससे कोविड-19 महामारी की चुनौतियों का सामना करने की राष्ट्र की इच्छाशक्ति और भी अधिक प्रबल हो रही है।

पूरे राष्ट्र ने न केवल महामारी से लड़ने में दृढ़ संकल्पशक्ति का परिचय दिया है, बल्कि इस दौरान हुए ‘लाॅकडाउन’ से उबरने में पहले से कई गुणा अधिक प्रयास किए गए हैं। एक ओर जहां किसानों ने रिकार्ड उत्पादन कर देश का गौरव बढ़ाया है, वहीं दूसरी ओर मोदी सरकार ने ना केवल न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में भारी बढ़त की है, बल्कि खरीदी भी पहले से बहुत अधिक बढ़ाई है। पिछली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद का 20 प्रतिशत से अधिक की दर से बढ़ना इस बात का संकेत है कि अर्थव्यवस्था अब बड़ी छलांग लगाने जा रही है। साथ ही, तेज गति से बढ़ता हुआ निर्यात तथा ‘कोर सेक्टर’ में 9 प्रतिशत से अधिक बढ़ोतरी देश की अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक संदेश है।

जहां पूरे राष्ट्र ने कोविड-19 महामारी के विरुद्ध लड़ाई में चट्टानी एकता का परिचय दिया, वहीं कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष के एक धड़े ने इस कठिन दौर में नकारात्मक राजनीति कर देश में भय, आशंका एवं संदेह का वातावरण बनाने के प्रयास किए। देश कभी नहीं भूल सकता कि जब करोड़ों भाजपा कार्यकर्ता ‘सेवा ही संगठन’ अभियान के माध्यम से देश के कोने-कोने में जनता की सेवा कर रहे थे, उस समय कांग्रेस एवं इसके सहयोगी अपने झूठे एवं आधारहीन प्रोपेगेंडा के द्वारा देश का मनोबल तोड़ने में लगे थे। पूरे राष्ट्र ने न केवल महामारी की चुनौतियों का डटकर मुकाबला किया, बल्कि कांग्रेस एवं इसके सहयोगियों के झूठे प्रोपेगेंडा की राजनीति को भी कड़ा जवाब दिया। आज जब देश हर क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित कर विश्व को चमत्कृत कर रहा है, भारत ‘अमृतकाल’ में एक दिव्य एवं भव्य राष्ट्र की कल्पना को साकार करने की अपनी यात्रा प्रारंभ कर चुका है।

                           shivshaktibakshi@kamalsandesh.org