जेटली सर्वमित्र व सर्वप्रिय थे : नरेन्द्र मोदी

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पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री अरुण जेटली की स्मृति में भारतीय जनता पार्टी ने 10 सितंबर को दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में एक प्रार्थना सभा का आयोजन किया। श्री जेटली को याद करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि जेटली की कितनी बड़ी कमी उन्हें महसूस होती है, उसे वे शब्दों में नहीं बता सकते।

उन्होंने कहा कि छात्र राजनीति की नर्सरी में पैदा हुए एक पौधे का हिंदुस्तान की राजनीति के विशाल फलक में एक वट वृक्ष बनकर उभरना अपने आप में बहुत बड़ी बात है। श्री अरुण जेटली के जीवन को विविधताओं से भरा हुआ बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें दुनिया के हर चीज की जानकारी थी। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि कैबिनेट में उनकी कमी हमेशा खलती रहेगी।

सरकार के अहम फैसलों में श्री जेटली के योगदान को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने उन्हें संसदीय कार्यप्रणाली की इनसाइक्लोपीडिया बताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि वे सर्वमित्र थे, वे सर्वप्रिय थे और वे अपनी प्रतिभा, पुरुषार्थ के कारण जिसको जहां भी उपयोगी हो सकते थे, वे हमेशा उपयोगी होते थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने सोचा नहीं था कि कभी ऐसा भी दिन आएगा कि उन्हें अपने दोस्त को श्रद्धांजलि देने के लिए आना पड़ेगा।

विचारधारा के प्रति श्री जेटली के लगाव का उदाहरण देते हुए भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने कहा कि किस तरह संसद से धारा 370 के निरस्त होने के बाद वे पीएमओ पहुंचे थे। वहां प्रधानमंत्री पहले से ही जेटली से बात कर रहे थे। उस दिन हुई बातचीत का हवाला देते हुए श्री शाह ने कहा कि बातचीत के दौरान यह अहसास ही नहीं हुआ कि वे बीमार हैं। श्री शाह ने कहा कि किस तरह जेटली उनके जीवन के कठिन समय में एक बड़े भाई के समान चट्टान की तरह साथ खड़े रहे। उन्होंने कहा कि जेटली जी ने कभी उन्हें दिल्ली में गुजरात की कमी महसूस नहीं होने दी। उन्होंने बताया कि सार्वजनिक जीवन में पार्टी लाइन से बाहर जाकर ढेर सारे लोगों से दोस्ती रखना उनकी विशेषता थी।
इस अवसर पर केंद्रीय रक्षामंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जो भी उनसे मिलता था, स्वाभाविक रूप से उनका कायल हो जाता था। यही उनके साथ भी हुआ और पहली मुलाकात में ही वे जेटली की योग्यता और कार्यक्षमता का कायल हो गए थे। उन्होंने कहा कि किस तरह वाजपेयी सरकार ने वाणिज्य मंत्री के रूप में अरुण जेटली ने विश्व व्यापार संगठन में भारत के किसानों के मुद्दे को पुरजोर पैरवी की थी।

भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि श्री अरुण जेटली के रूप में देश ने एक उच्चतम कोटि का नेता असमय खो दिया। उनकी कमी सिर्फ भाजपा को ही नहीं बल्कि राजनीतिक दृष्टि से हर किसी को खलती रहेगी। श्री नड्डा ने कहा श्री अरुण जेटली जी के चले जाने से भाजपा को जो नुकसान हुआ है वो बयान नहीं किया जा सकता। उनका जीवन पार्टी के प्रति समर्पित था। छात्र जीवन में जब युवा अपने करियर को तलाशते हैं, तब वो आपातकाल के दौरान जेल गए। जेपी आंदोलन में उन्होंने कई युवाओं को प्रेरित किया।

श्रद्धांजलि सभा में भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री लालकृष्ण आडवाणी समेत अनेक केंद्रीय मंत्री, विपक्ष के नेतागण, सांसद और कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। इस सभा में श्री जेटली के परिवारजन भी उपस्थित थे।