साल 2014 की मोदी लहर अब सुनामी बन गई है : भूपेन्द्र यादव

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                                       विशेष साक्षात्कार – लोकसभा चुनाव 2019

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव श्री भूपेन्द्र यादव लोकसभा चुनाव 2019 के लिए बिहार भाजपा के प्रभारी हैं। राजस्थान से आने वाले श्री यादव राज्य सभा सांसद भी हैं। अपने व्यस्त चुनावी कार्यक्रम के बीच उन्होंने कमल संदेश के एसोसिएट एडिटर राम प्रसाद त्रिपाठी से फोन पर इन आम चुनाव के घटनाक्रम और बिहार में पार्टी की संभावनाओं के बारे में बात की।

उन्होंने कहा, “अगर 2014 में एक लहर मोदीजी के पक्ष में थी, तो इस बार उनके पक्ष में सुनामी है।”

श्री यादव ने यह भी कहा, “इस बार भाजपा गठबंधन 2014 के अपने पिछले रिकॉर्ड को तोड़ते हुए बिहार में पहले से भी अधिक सीटें प्राप्त करेगा और एक नया कीर्तिमान स्थापित करेगा”। प्रस्तुत है इस बातचीत के प्रमुख अंशः

मतदान के अब केवल दो चरण बचे हैं, चुनाव प्रक्रिया खत्म होने को है। बिहार के चुनाव प्रभारी के रूप में आप इन चुनावों में क्या विशिष्टता देखते हैं ?

मेरे विचार से 2019 का यह चुनाव पहले के मुकाबले बिल्कुल अलग है। दशकों बाद पहली बार किसी सत्ताधारी पार्टी यानी श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चल रही केंद्र की एनडीए सरकार के पक्ष में आप जन समर्थन की लहर देख सकते है। यदि 2014 में एक लहर मोदीजी के पक्ष में थी, तो इस बार उनके पक्ष में सुनामी है। भाजपा और मोदीजी के पक्ष में देश के हर कोने में एक अदृश्य प्रभाव (अंडरकरंट) स्पष्ट तौर पर नजर आता है, जिसको कोई भी महसूस कर सकता है।

यह प्रधानमंत्री के प्रति जनता का प्यार और स्नेह ही है जिसके कारण आज समाज के हर वर्ग से लोग जैसे शिक्षाविद, मीडिया कर्मी, खेल जगत की हस्तियां, कलाकार, युवा, महिलाएं, आम शहरी और एनआरआई अपने घरों से निकलकर मोदी जी के समर्थन में आगे आ रहे है। फिर बात सोशल मीडिया पर समर्थन जुटाने की हो या देश हित में फिर एक बार मोदी सरकार को पुन: केंद्र की सत्ता में लाने की, जनता निरंतर अपना प्रयास जारी रखे हुए है। भाजपा के कार्यकर्ताओं की तरह आम लोग भी इस चुनाव में पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए अपनी पूरी ऊर्जा लगा रही हैं। ये हमारे लिए पूरी तरह से एक नई चीज हैं और यह अपनी कहानी स्वयं बयान करती है।

इस व्यापक जनसमर्थन के पीछे क्या कारण हैं ?

2014 में केंद्र की सत्ता संभालने के बाद प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने लोकलुभावन वादों की राजनीति करने के बजाय लोगों के दीर्घकालिक बुनियादी मुद्दों पर अपना ध्यान केन्द्रित किया, जैसे कि अंतिम गांव तक बिजली पहुंचाना, उज्ज्वला योजना के तहत गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले परिवारों की महिलाओं को रसोई गैस कनेक्शन उपलब्ध कराना, स्वच्छता मिशन के तहत स्वच्छता प्रदान करना, जन धन योजना के तहत सीधे नकद हस्तांतरण के लिए बैंक खाता, आयुष्मान भारत के तहत गरीबों को सबसे अच्छी स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं, 2022 तक सभी के लिए आवास, देश के हर कोनें तक सड़कों का जाल बिछाना आदि शामिल हैं। इसके अतिरिक्त देश के रक्षा तंत्र को मजबूती प्रदान करना, एक मजबूत अर्थव्यवस्था के साथ नागरिकों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने का काम हमारी सरकार ने किया है। ऐसे ही विश्व पटल में भारत को एक प्रमुख शक्ति के रूप हमारी सरकार ने स्थापित किया है।
दूसरी बात, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का त्रुटिहीन रिकॉर्ड, भ्रष्टाचार मुक्त शासन, राष्ट्र के प्रति उनकी प्रतिबद्धता, काम के प्रति उनका समर्पण, ‘न्यू इंडिया’ के लिए उनका विजन और उनके सुशासन ने इस देश के 130 करोड़ लोगों का दिल जीत लिया है।

तीसरा, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने उन लोगों को उचित जवाब दिया है, जिन्होंने किसी भी तरह से भारत को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की है। पाकिस्तान का बालाकोट और चीन का डोकलाम इसके श्रेष्ठ उदाहरण है। उन्होंने आतंकवाद पर विश्व समुदाय को भी एकजुट किया और संयुक्त राष्ट्र संघ को मसूद अजहर जैसे खूंखार आतंकवादियों को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के लिए मजबूर किया है।

उन्होंने किसी भी बाहरी खतरे की चुनौती का सामना करने के लिए रक्षा तंत्र को उन्नत किया है। अब प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में राष्ट्र अपने को सुरक्षित महसूस कर रहा है और लोग जानते हैं कि केवल श्री नरेन्द्र मोदी ही देश को सुरक्षित रख सकते हैं। इसलिए वे उस पर अपना विश्वास दोहरा रहे हैं और उन्हें दूसरी बार लगातार उनको प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। जनता को पता है कि यदि श्री नरेन्द्र मोदी फिर से प्रधानमंत्री बनते हैं, तो भारत अगले पांच वर्षों में एक महाशक्ति के रूप में उभरेगा। हमारी सरकार के लिए बड़े पैमाने पर जनता के समर्थन के लिए ये कुछ प्रमुख कारण हैं।

2019 के आम चुनावों और विशेष रूप से बिहार में सबसे महत्वपूर्ण मुद्दे क्या हैं ?

न केवल बिहार में बल्कि देश में हर जगह राष्ट्रीय सुरक्षा इस चुनाव का सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा है। इसके अलावा सुशासन, भ्रष्टाचार मुक्त सरकार, विकास, देश को भारत विरोधी मानसिकता वाली पार्टियों के चंगुल से मुक्ति आदि इस चुनाव के कुछ अन्य प्रमुख मुद्दे हैं।

क्या आपको लगता है कि महागठबंधन इस चुनाव में कोई भूमिका निभा सकता है ?

अब महागठबंधन कई पार्टियों के लिए नो एंट्री जोन बन गया है। यूपी और बंगाल में कांग्रेस गठबंधन से बाहर है, बिहार में एसपी और बीएसपी गठबंधन से बाहर हैं। दिल्ली और अन्य राज्यों में आम आदमी पार्टी गठबंधन से बाहर है। वास्तव में कांग्रेस के नेतृत्व वाला विपक्ष का यह प्रयोग महागठबंधन नहीं, बल्कि ‘महामिलावटी गठबंधन’ है।

इस प्रकार, शुरू से ही इस देश के लोगों ने महागठबंधन में शामिल पार्टियों के भारत विरोधी एजेंडे को खारिज कर दिया है और सभी राज्यों में भाजपा को भारी समर्थन मिल रहा है।

भाजपा इस चुनाव में कैसा प्रदर्शन करेगी?

देखिए, इस बार हम बिहार में जद (यू) और लोजपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रहे हैं। मैंने बड़े पैमाने पर राज्य का दौरा किया है, जनता के साथ बातचीत कर रहा हूं और पार्टी के लिए प्रचार कर रहा हूं। मैं आपको आश्वासन दे सकता हूं, इस बार भाजपा गठबंधन 2014 के रिकॉर्ड को तोड़ देगा। बिहार में अधिक सीटें प्राप्त करेगा और एक नया मील का पत्थर स्थापित करेगा। मैं यह देख रहा हूं, कि देश भर में भाजपा असाधारण रूप से अच्छा प्रदर्शन करेगी और 2014 के आम चुनाव के अपने व्यापक आंकड़ों को पार कर जाएगी।