राजग प्रत्याशी जगदीप धनखड़ बने भारत के 14वें उपराष्ट्रपति

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भाजपानीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के प्रत्याशी श्री जगदीप धनखड़ ने 11 अगस्त, 2022 को भारत के 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू द्वारा राष्ट्रपति भवन में श्री धनखड़ को शपथ दिलाई गई। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, पूर्व राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद, पूर्व उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडु और कई अन्य नेता उपस्थित रहे। शपथ ग्रहण कार्यक्रम से पहले श्री धनखड़ ने दिल्ली स्थित राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी

श्री जगदीप धनखड़ 06 अगस्त, 2022 को भारत के 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में चुने गए, उन्होंने संयुक्त विपक्षी प्रत्याशी श्रीमती मार्गरेट अल्वा को पराजित किया। पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल श्री धनखड़ को 528 वोट मिले, जबकि श्रीमती अल्वा को 182 वोट मिले। गौरतलब है कि िनर्वाचक मंडल में 788 सदस्य हैं, जिसमें से राज्यसभा के आठ पद खाली हैं। इसलिए वर्तमान संख्या 780 है। तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान नहीं किया।

श्री जगदीप धनखड़ 71 वर्ष के हैं। उन्होंने भारत के उपराष्ट्रपति के रूप में श्री एम. वेंकैया नायडु का स्थान िलया, जिनका कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त हो गया। चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद संसदीय कार्य मंत्री श्री प्रल्हाद जोशी के आवास के बाहर जश्न मनाया गया, जहां श्री धनखड़ उपस्थित थे। श्री धनखड़ के गृह जिले झुंझुनू, राजस्थान से भी जश्न मनाते लोगों के दृश्य सामने आए।

पेशे से वकील श्री धनखड़ राजस्थान के निवासी हैं और उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1989 में झुंझुनू से लोकसभा चुनाव लड़कर की, जिसमें वह सांसद चुने गये। वे अप्रैल से नवंबर, 1990 के बीच केंद्र में राज्यमंत्री रहे। इस दौरान उन्होंने संसदीय कार्य मंत्रालय में अपनी सेवाएं दी। इसके बाद उन्होंने राज्य की राजनीति में कदम रखा और राजस्थान विधानसभा में चुनकर आये। उन्होंने 1993 से 1998 तक किशनगढ़ विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया। उसके बाद जुलाई 2019 में पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त होने तक उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में वकालत की।

परिणाम की घोषणा के तुरंत बाद प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने श्री धनखड़ से मुलाकात की और उन्हें बधाई दी। भारत की राष्ट्रपति सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने भी श्री धनखड़ को उनकी जीत पर बधाई दी।

राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने अपने संदेश में कहा, “जगदीप धनखड़ को भारत का उपराष्ट्रपति चुने जाने पर बधाई। सार्वजनिक जीवन में उनके लंबे और समृद्ध अनुभव से राष्ट्र को लाभ होगा। एक समृद्ध और सफल कार्यकाल के लिए मेरी शुभकामनाएं।’’

निवर्तमान उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडु ने कहा, ‘‘श्री धनखड़ के व्यापक अनुभव और कानूनी विशेषज्ञता से राष्ट्र को बहुत लाभ होगा। एक सफल कार्यकाल के लिए मेरी शुभकामनाएं।’’

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संदेश में कहा, “ऐसे समय में जब भारत ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मना रहा है, तब उपराष्ट्रपति के रूप में एक ‘किसान पुत्र’ के चयन पर हमें गर्व है, जिनके पास उत्कृष्ट कानूनी ज्ञान और बौद्धिक कौशल है। मुझे विश्वास है कि वह उत्कृष्ट उपराष्ट्रपति होंगे। उन्हें सभी दलों से जबर्दस्त समर्थन मिला है। उनकी बुद्धिमत्ता से हमारे देश को बहुत लाभ होगा।”

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने भी नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति को बधाई दी। अपने संदेश में श्री नड्डा ने कहा, “श्री जगदीप धनखड़जी को देश के 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में चुने जाने पर बधाई। एक किसान पुत्र का उपराष्ट्रपति बनना देश के लिए गर्व का क्षण है। मुझे विश्वास है कि आपका कार्यकाल देश के गौरव को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।’’

रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कहा, “उनके लंबे सार्वजनिक जीवन, व्यापक अनुभव और लोगों के मुद्दों को लेकर जागरूकता निस्संदेह राष्ट्र को लाभान्वित करेगी। वह एक शानदार उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति होंगे। बधाई!”

केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह ने श्री धनखड़ को बधाई देते हुए कहा कि वह एक बेहतरीन संवैधानिक रक्षक साबित होंगे। “मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि धनखड़जी उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति के रूप में अपनी भूमिकाओं में संविधान के एक उत्कृष्ट रक्षक साबित होंगे। बधाई मैं राजग के सहयोगियों, अन्य दलों और नेताओं को श्री मोदीजी के नेतृत्व में धनखड़जी को समर्थन देने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं।”

 .                                                     जीवन परिचय

1951: श्री जगदीप धनखड़ का जन्म 18 मई, 1951 को राजस्थान राज्य के झुंझुनू के एक छोटे से गांव किठाना में श्री गोकल चंद और श्रीमती केसरी देवी के यहां हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा सैनिक स्कूल, चित्तौड़गढ़ से पूरी की और फिर राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर से बीएससी और एलएलबी में स्नातक किया।

1979: उनका विवाह श्रीमती सुदेश धनखड़ से हुआ और उनकी एक बेटी हैं।
1989: उन्होंने 9वीं लोकसभा में 1989-91 के दौरान राजस्थान की झुंझुनू लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया।
1991: 1993-98 के दौरान किशनगढ़ से विधायक चुने गए।
2003: 2008 में गठित भाजपा की ‘विधानसभा चुनाव अभियान समिति’ के सदस्य रहे।
2016: वह भाजपा के विधि मामले विभाग के प्रमुख रहे।
2019: 30 जुलाई, 2019 को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल का कार्यभार ग्रहण किया।
2022: भाजपा के नेतृत्ववाले राजग के उपराष्ट्रपति पद के प्रत्याशी के रूप में नामित होने के बाद उन्होंने 17 जुलाई, 2022 को राज्यपाल के पद से इस्तीफा दे दिया।
2022: 6 अगस्त, 2022 को श्री धनखड़ 725 वोटों में से 528 वोट हासिल कर, उपराष्ट्रपति चुनाव में विजयी हुए।