बंगाल के गरीबों को गरीबी से बाहर निकालने के लिए ममता सरकार को उखाड़ फेंकिए : अमित शाह

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पश्चिम बंगाल में जहां एक ओर ममता सरकार को लेकर भयंकर जनाक्रोश दिखाई देता है तो दूसरी ओर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के प्रति यहां की जनता में एक आशा और श्रद्धा दिखाई पड़ती है

केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह अपने दो दिवसीय पश्चिम बंगाल दौरे के प्रथम दिन 05 नवम्बर 2020 को बांकुड़ा के रवीन्द्र भवन में ‘कार्यकर्ता संवाद’ कार्यक्रम में स्थानीय कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इसके बाद उन्होंने ‘सामाजिक समूह संवाद’ कार्यक्रम के तहत बांकुड़ा जिला के विभिन्न स्थानीय समूह से संवाद भी किया। इससे पूर्व माननीय गृहमंत्री ने बांकुड़ा के पुआबागान में भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि दी और जिला के चतुररदिही गांव में संथाल जनजाति के कार्यकर्ता श्री विभीषण हांसदा जी के आवास पर दोपहर का भोजन भी किया।

श्री शाह ने पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में जहां एक ओर ममता सरकार को लेकर भयंकर जनाक्रोश दिखाई देता है तो दूसरी ओर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रति यहां की जनता में एक आशा और श्रद्धा दिखाई पड़ती है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार का दमन चक्र, विशेषकर भाजपा के कार्यकर्ताओं पर ममता सरकार ने चलाया है, मैं निश्चित रूप से कह सकता हूं कि ममता सरकार का आखिरी समय आ गया है और आने वाले दिनों में यहां भाजपा की सरकार दो-तिहाई बहुमत से बनने जा रही है।

श्री शाह ने पश्चिम बंगाल की जनता को आह्वान करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल के युवाओं को नौकरी, बंगाल के गरीबों को गरीबी से बाहर निकालने के लिए ममता सरकार को उखाड़कर फेंक दीजिए। भाजपा को एक मौका पश्चिम बंगाल में दीजिए, हम आने वाले दिनों में यहां पर मोदी जी के नेतृत्व में सोनार बांग्ला का निर्माण करेंगे। ममता बनर्जी सरकार केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ गरीबों तक पहुंचने नहीं दे रहीं। गरीबों, आदिवासियों और पिछड़े समुदायों के लिए बनाई गई 80 से अधिक योजनाओं को राज्य में लागू नहीं करने दिया जा रहा। आादिवासी बहुल क्षेत्रों में आदिवासियों और गरीबों तक प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पैसे नहीं पहुंचे और न ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को दिए जा रहे 6,000 रुपये मिल रहे हैं। आयुष्मान भारत योजना के तहत हर गरीब परिवार को मिलने वाली पांच लाख रुपये की स्वास्थ्य सुविधा भी यहां के लोगों को नहीं मिल रही है। ममता जी इस डर से इन योजनाओं को लागू नहीं कर रही है कि इससे भाजपा को फायदा होगा, लेकिन इससे भाजपा को रोका नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में अम्फान तूफान के राहत और बचाव कार्य के लिए जो धनराशि केंद्र से भेजी गई और केंद्र की ओर से कोरोना महामारी के दौरान जो अनाज भेजा गया वो भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया।

श्री शाह ने राष्ट्रीय सुरक्षा की बात उठाते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल एक सरहदी प्रांत है। देश की सुरक्षा, पश्चिम बंगाल की सुरक्षा के साथ जुड़ी है। इसलिए देश की सुरक्षा, युवाओं को रोजगार, गरीबों को दारुण गरीबी से बाहर निकालने के लिए यहां भाजपा सरकार बनाने की निहायत जरूरत है।

अब बंगाल की जनता को तय करना है कि परिवारवाद चाहिए या विकासवाद

केन्द्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह अपने दो दिवसीय पश्चिम बंगाल दौरे के दूसरे और अंतिम दिन 6 नवंबर को कोलकाता के वेस्टिन होटल में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित कर तृणमूल कांग्रेस सरकार की अराजकतावादी नीतियों पर हमला करते हुए लोगों से ममता सरकार को उखाड़ फेंकने और भाजपा की सरकार बनाने का आह्वान किया। इससे पूर्व श्री शाह ने दक्षिणेश्वर काली मंदिर में पूजा-अर्चना की।
श्री शाह इसके बाद, पद्म भूषण से सम्मानित मशहूर शास्त्रीय संगीतज्ञ पंडित अजॉय चक्रवर्ती के निवास पर जाकर उनसे मुलाकात की। इसके बाद, गौरांगनगर में बांग्लादेश से आये शरणार्थी मतुआ समुदाय के मंदिर में पूजा अर्चना की और मतुआ समुदाय के ही एक परिवार के घर में दोपहर का भोजन भी किया। अपने व्यस्त कार्यक्रमों के दौरान श्री अमित शाह ने ‘कार्यकर्ता संवाद’ के तहत स्थानीय कार्यकर्ताओं और ‘सामाजिक समूह संवाद’ कार्यक्रम के तहत विभिन्न स्थानीय समूह के प्रतिनिधित्वों के साथ संवाद भी स्थापित किये। साथ ही, श्री शाह ने प्रदेश भाजपा के सांसदों और प्रदेश भाजपा कोर ग्रुप के साथ बैठकें भी कीं।

श्री शाह ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि अपनी दो दिवसीय पश्चिम बंगाल प्रवास के दौरान भारतीय जनता पार्टी के चार विभागों के कार्यकर्ताओं और विभिन्न सामाजिक समुदायों के कार्यकर्ताओं से मैं अलग-अलग मिला। इसके अतिरिक्त, विभिन्न सामाजिक समूह के 180 से ज्यादा प्रतिनिधित्वों से दोतरफा संवाद भी हुआ। इन संवादों से पश्चिम बंगाल की जो स्थिति उभरी, उसे आप लोगों के समक्ष रखना चाहता हूं।

श्री शाह ने कहा कि मई 2011 को ‘मां-माटी-मानुष’ नारे के साथ पश्चिम बंगाल के अन्दर परिवर्तन हुआ था। प्रदेश की जनता के मन में भी कई अपेक्षाएं और आशाएं थीं और वे चाहते थे कि उनकी संवेदनाओं को समुचित प्रतिक्रिया मिले। तीन दशक के कम्युनिस्ट शासन से त्रस्त होकर तृणमूल कांग्रेस के हाथों में बंगाल की कमान दी गई थी। मगर 10 साल बाद आज मां, माटी और मानुष का नारा तुष्टिकरण, तानाशाही और तोलाबाजी में परिवर्तित हो गया है। तृणमूल सरकार और राज्य की मुख्यमंत्री जनता की अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतर पाईं।

श्री शाह ने कहा कि मैं बंगाल की जनता को आश्वस्त करने आया हूं कि आपने कांग्रेस को मौका दिया, कम्युनिस्टों को भी बार-बार मौके दिए और दो मौके ममता जी को दिए। एक मौका मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा को दे दीजिए, हम 5 वर्ष के भीतर सोनार बांग्ला बनाने का वादा करते हैं। हमारा लक्ष्य स्पष्ट है कि बंगाल का विकास हो, देश की सीमाएं सुरक्षित हों, बंगाल के अंदर घुसपैठ रुके। तृणमूल कांग्रेस और ममता दीदी का एकमात्र लक्ष्य है कि अगले टर्म में भतीजे को मुख्यमंत्री बना देना है। अब बंगाल की जनता को तय करना है कि परिवारवाद चाहिए या विकासवाद।

श्री शाह ने ममता सरकार की तुष्टिकरण नीति पर हमला करते हुए कहा कि ममता जी की तुष्टिकरण नीति से बंगाल की जनता के बहुत बड़े वर्ग के मन में कई सवाल खड़े हुए हैं। एक प्रकार से बंगाल में 3 कानून हैं- एक अपने भतीजे के लिए, एक अपने वोट बैंक के लिए और एक आम लोगों के लिए। शायद ही कोई ऐसा राज्य होगा जहां ऐसे तीन कानून चलते होंगे। ममता जी अब गड्ढे भरने का वादा कर रही हैं, लेकिन राज्य की जनता के मन में जो गड्ढा इनके कुशासन से बना है, वो अब महज 6 माह में भरने वाला नहीं है, अतः ममता जी का यह प्रयास निरर्थक है। राजनीतिक हत्याओं के मामले में बंगाल सबसे खराब स्थिति में है। पिछले ढाई वर्षों में 100 से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है, ममता जी इस मामले में श्वेत पत्र क्यों नहीं लातीं? राज्य में घुसपैठ भी बदस्तूर जारी है। इसे रोकने के लिए संशोधित नागरिकता कानून को लागू किया जाएगा, यह हमारी प्रतिबद्धता है।

श्री अमित शाह ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा के नेतृत्व में भाजपा बंगाल के चुनाव को बहुत गंभीरता से ले रही है क्योंकि इसके साथ देश की सुरक्षा भी जुड़ी है और अति पिछड़े गरीब लोगों के भले का भी सवाल है। दोनों मुद्दों को लेकर हम जनता के बीच जाएंगे। मैं निश्चित रूप से कहता हूं कि आने चुनाव में बंगाल में हम 200 से ज्यादा सीटों के साथ भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने जा रहे हैं।

श्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार पर ममता सरकार से तीखा सवाल करते हुए पूछा कि ममता जी ने राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो को 2018 के बाद से पश्चिम बंगाल के अपराध रिकॉर्ड क्यों नहीं भेजे? आप क्या छिपाने की कोशिश कर रहे हैं और क्यों? लोग राज्य की कानून-व्यवस्था की स्थिति के बारे में जानना चाहते हैं। मैं ममता जी से 7 सवाल पूछना चाहता हूं कि एक महिला मुख्यमंत्री होने के बाद भी आपने बंगाल में महिला सुरक्षा के लिए क्या किया?

1. आपने 2018 के बाद से एनसीबी को बंगाल के क्राइम रिकार्ड्स देने बंद क्यों कर दिए?
2. महिलाओं के खिलाफ अपराध में पश्चिम बंगाल देश में तीसरे स्थान पर क्यों है?
3. बलात्कार के प्रयास करने के मामलों में पश्चिम बंगाल देश में सबसे ऊपर क्यों है?
4. पश्चिम बंगाल एसिड अटैक और एसिड अटैक के प्रयासों में देश में प्रथम स्थान पर कैसे?
5. महिलाओं के गायब होने के मामले में भी पश्चिम बंगाल देश में दूसरे स्थान पर क्यों है?
6. गायब महिलाओं को न ढूंढ़ पाने में पश्चिम बंगाल टॉप पर क्यों है?
7. महिलाओं के खिलाफ अपराधों के लिए बंगाल में सजा दर केवल 5.3 फीसदी है, जबकि राष्ट्रीय सजा दर 22.9 फीसदी है, ऐसा क्यों?