पाकिस्तान को अपने कुकृत्यों का परिणाम भुगतना पड़ेगा

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क अत्यंत निंदनीय आतंकी हमले में 40 सीआरपीएफ के जवान पुलवामा में शहीद हो गये। इस कायरतापूर्ण आंतकी हमले की पूरे विश्व में कड़ी निंदा एवं भर्त्सना हुई है। आज सभी देश आतंक के विरुद्ध एकजुट हो रहे हैं। देश के जन–जन में आज आक्रोश है और हर कोई शहीदों को नमन कर रहा है। आतंकवाद और इसके आकाओं के विरुद्ध हर भारतीय के मन में चिंगारी सुलग रही है और यह अब लावा बनकर फूटना चाहता है। एक ओर पूरा राष्ट्र शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित कर रहा है और उनके परिवारों के साथ एकजुट खड़ा है, दूसरी ओर हर के मन में एक संकल्प दृढ़ हो रहा है कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृति नहीं होने दी जा सकती है। हमारे वीर जवानों ने मां भारती की सेवा में अपने प्राण न्यौछावर कर दिये और पूरा देश उनके एवं उनके परिवारों का आज ऋणी है। वीर जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाने दिया जा सकता। भारत आतंकवाद को मुंहतोड़ जवाब देने में पूरी तरह सक्षम है। अब समय आ गया है कि आतंकवाद एवं इसके आकाओं को ऐसा सबक सिखाया जाय कि वे फिर से मानवता के विरुद्ध कोई कदम उठाने की हिम्मत न जुटा पाए।

इसमें कोई संदेह नहीं कि कश्मीर में चल रही आतंकी गतिविधियों में पाकिस्तान का हाथ है। यह अत्यंत दुर्भाग्यजनक है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के द्वारा बार–बार निंदा करने एवं चेतावनी देने पर भी वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा। यह एक ऐसा देश बन गया है जो आतंकवाद का समर्थन करता है और दूसरे देशों में आतंकियों का निर्यात करता है। अल–कायदा, लश्कर–ए–तोयबा, लश्कर–ए–उमर, जैश–ए–मुहम्मद एवं तालिबान जैसे आतंकी संगठनों का पाकिस्तान एक सुरक्षित पनाहगार के रूप में प्रश्रयदाता बन गया है। केवल भारत ही नहीं, बल्कि अफगानिस्तान समेत अनेक देशों में आतंकवाद फैलाने के लिए अमेरिका, रूस, इंग्लैंड, फ्रांस जैसे देशों ने पाकिस्तान की अनेक बार कठोर निंदा की है। परंतु पूरे विश्व में घोर निंदा और भर्त्सना के बावजूद भी पाकिस्तान आतंकवाद को प्रश्रय एवं समर्थन देने के अपने मानवता–विरोधी गतिविधियों में लगातार संलिप्त है।

लगता है उरी आतंकी हमले के बाद हुए सर्जिकल स्ट्राइक से भी पाकिस्तान ने पूरी तरह सबक नहीं लिया है। आमने–सामने के युद्ध में बार–बार मुंह की खाने के बाद पाकिस्तान भारत पर पीछे से वार करने में अपनी बहादुरी समझ रहा है। कारगिल युद्ध में भी हमारे वीर जवानों ने पाकिस्तान के मंसूबों को नेस्तनाबूद कर दिया था। सर्जिकल स्ट्राइक कर हमारी सेना ने नियंत्रण रेखा पार आतंकियों को नाकों चने चबवा दिये थे। आज जब हमारे जवानों को खुली छूट दी गई है तो कश्मीर में बड़ी संख्या में आतंकियों का सफाया किया जा चुका है और आतंकी गुटों के मुख्य सिपहसालारों को उनके अंजाम तक पहुंचा दिया गया है। कश्मीर घाटी में आतंकी गुटों की कमर तोड़कर, उनके नेटवर्क को पूरी तरह से तहस–नहस किया जा चुका है और उनकी आतंकी–अलगाववादी गतिविधियों पर लगाम कस दी गई है। यह पहली बार है कि आतंकी–अलगाववादी गुटों के साथ कोई समझौता नहीं किया जा रहा और देश का कानून कड़ाई से लागू किया जा रहा है। यह संभवत: आतंकी गुटों के बौखलाहट की ही परिणाम है कि उन्होंने फिदायीन हमले का सहारा लिया है। परंतु शायद वे यह भूल गये कि ऐसे कायरतापूर्ण हमले से भारत के हौसले हमेशा और अधिक बुलंद हुए हैं और जवान तथा भी अधिक दृढ़ संकल्प से मां भारती की सेवा में तत्पर हुए हैं।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ठीक ही कहा है कि वीर जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाने दिया जायेगा। गौरतलब है कि जबसे श्री नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने हैं, आतंकी गुटों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई जारी है और कश्मीर के अलगाववादियों पर नकेल कस दी गई है। आतंकवाद पर किसी भी प्रकार का समझौता करने से इंकार करते हुए प्रधानमंत्री ने हर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इसे मुख्य मुद्दा बनाने में सफलता प्राप्त की है तथा पाकिस्तान को अलग–थलग कर दिया है। इतना ही नहीं, पाकिस्तान को कई बार चेतावनी भी मिली है तथा आतंकवाद को समर्थन एवं आश्रय देने के लिए अमेरिका ने आर्थिक सहायता पर भी रोक लगा दी है। भारत ने पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को दिये ‘मोस्ट फेवर्ड नेशन’ का दर्जा भी वापस ले लिया है एवं कस्टम ड्यूटी 200 प्रतिशत बढ़ा दी है। एक ओर जहां संयुक्त राष्ट्र ने इस कायरतापूर्ण हमले की घोर भर्त्सना की है, वहीं हर शांतिप्रिय देश ने आतंकी गुटों को पाकिस्तानी समर्थन की कड़ी निंदा की है। पाकिस्तान शायद यह भूल जाता है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत उसे ऐसा करारा जवाब देगा कि यह सबक उसकी आने वाली पीढ़ियां भूला नहीं पायेगी। इसमें कोई संदेह नहीं कि पाकिस्तान को अपने कुकृत्यों का परिणाम भुगतना पड़ेगा। आज जबकि पाकिस्तान की आर्थिक हालत बद से बदतर हो गई है, आतंकी गुटों को समर्थन देने से यह पूरे विश्व में अलग–थलग पड़ चुका है। आज भारत पाकिस्तान के षड्यंत्रों एवं आतंकवाद के विरुद्ध चट्टान की तरह खड़ा है और विश्व जनमत भारत के पक्ष में लगातार बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश की भावना को व्यक्त किया, जब उन्होंने कहा कि उनके दिल में भी वही आग है जो हर भारतीय के दिल में है। आज जब यह तय है कि भारत पाकिस्तान के आतंकी मंसूबों पर उसे सबक सिखायेगा, यह पहले से अधिक कठोर, शौर्यपूर्ण एवं अतुलनीय होगा जिससे पाकिस्तान विश्व में बेनकाब हो जायगा तथा इसके आतंकवादी कुचक्रों को जबरदस्त जवाब मिलेगा।

                                                                                                                                         shivshakti@kamalsandesh.org