पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश का गौरव है : नरेन्द्र मोदी

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सुल्तानपुर जिले में एक्सप्रेस-वे पर बनाई गई 3.2 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी पर आयोजित हुआ भव्य एयरशो

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 16 नवंबर को उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया। उन्होंने सुल्तानपुर जिले में एक्सप्रेस-वे पर बनाई गई 3.2 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी पर आयोजित एयरशो का भी अवलोकन किया। सभा को संबोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि तीन साल पहले पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास करते समय उन्होंने कल्पना नहीं की थी कि एक दिन वे उसी एक्सप्रेस-वे पर सीधे लैंड भी करेंगे।

उन्होंने कहा कि यह एक्सप्रेस-वे तेज गति से बेहतर भविष्य की ओर ले जाएगा, यह एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश के विकास के लिए है, यह एक्सप्रेस-वे एक नए उत्तर प्रदेश के निर्माण के लिए है, यह एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश में आधुनिक सुविधाओं का प्रतीक है, यह एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश में संकल्पों को पूरा करने का एक प्रमाण है और यह उत्तर प्रदेश का गौरव और अपने आप में अनूठा है।

श्री मोदी ने कहा कि देश के समग्र विकास के लिए देश का संतुलित विकास भी उतना ही जरूरी है। कुछ क्षेत्र विकास में आगे बढ़ते हैं तो कुछ क्षेत्र दशकों पीछे छूट जाते हैं। उन्होंने कहा कि यह असमानता किसी भी देश के लिए अच्छी नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत के पूर्वी हिस्से और उत्तर-पूर्वी राज्यों में विकास की इतनी संभावनाएं होने के बावजूद देश में हो रहे विकास से ज्यादा फायदा नहीं हुआ।

श्री मोदी ने कहा कि पहले की सरकारें जिस तरह से लंबे समय तक चलीं, उन्होंने उत्तर प्रदेश के समग्र विकास पर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में आज विकास का एक नया अध्याय लिखा जा रहा है।

श्री मोदी ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के पूरा होने पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ, उनकी टीम और उत्तर प्रदेश के लोगों की सराहना की। उन्होंने उन किसानों को भी धन्यवाद दिया, जिनकी भूमि का इसमें उपयोग किया गया है। उन्होंने इस परियोजना में शामिल श्रमिकों और इंजीनियरों की सराहना की।

श्री मोदी ने कहा कि देश की सुरक्षा उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी देश की समृद्धि। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्माण करते समय इस बात को भी ध्यान में फाइटर जेट्स की इमरजेंसी लैंडिंग की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि इन विमानों की गर्जना उन लोगों के लिए होगी जिन्होंने दशकों तक देश में रक्षा संबंधी बुनियादी ढांचे की अनदेखी की।

श्री मोदी ने अफसोस व्यक्त किया कि गंगा जी और अन्य नदियों से युक्त इतने बड़े क्षेत्र के बावजूद 7-8 साल पहले तक कोई विकास नहीं हुआ था। उन्होंने कहा कि 2014 में जब देशवासियों ने उन्हें देश की सेवा करने का अवसर दिया तो उन्होंने उत्तर प्रदेश के विकास को प्राथमिकता दी। उनका यह सपना है कि गरीबों को पक्के घर मिलें, गरीबों के घर में शौचालय हों, महिलाओं को खुले में शौच के लिए बाहर न जाना पड़े, सबके घर में बिजली हो, ऐसे कितने ही काम थे, जो यहां किए जाने जरूरी थे।

पहले की सरकारों की आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बहुत पीड़ा है कि तब यूपी में जो सरकार थी, उसने मेरा साथ नहीं दिया। उन्होंने कहा कि मुझे मालूम था कि जिस तरह तब की सरकार द्वारा यूपी के लोगों के साथ नाइंसाफी की जा रही है, विकास में भेदभाव किया जा रहा है, जिस तरह सिर्फ अपने परिवार का हित साधा जा रहा है, यूपी के लोग ऐसा करने वाली सरकार को हमेशा-हमेशा के लिए यूपी के विकास के रास्ते से हटा देंगे।

श्री मोदी ने पूछा कि कौन भूल सकता है कि यूपी में पहले कितनी बिजली कटौती होती थी, कौन भूल सकता है कि यूपी में कानून-व्यवस्था की क्या हालत थी और कौन भूल सकता है कि यूपी में मेडिकल सुविधाओं की क्या स्थिति थी। उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े चार साल में यूपी में चाहे पूर्व हो या पश्चिम, हजारों गांवों को नई सड़कों से जोड़ा गया है और हजारों किलोमीटर नई सड़कों का निर्माण किया गया है।

साकार हो रहा है उत्तर प्रदेश के विकास का सपना

श्री मोदी ने कहा कि लोगों की सक्रिय भागीदारी से अब उत्तर प्रदेश के विकास का सपना साकार हो रहा है। उत्तर प्रदेश में नए मेडिकल कॉलेज बन रहे हैं, एम्स स्थापित किए जा रहे हैं, आधुनिक शिक्षण संस्थान बनाए जा रहे हैं। कुछ ही हफ्ते पहले कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन किया गया था।

प्रधानमंत्री ने कहा कि ये भी एक सच्चाई थी कि उत्तर प्रदेश जैसा विशाल प्रदेश, पहले एक दूसरे से काफी हद तक कटा हुआ था। अलग-अलग हिस्सों में लोग जाते तो थे लेकिन एक दूसरे से कनेक्टिविटी ना होने की वजह से परेशान रहते थे। पूरब के लोगों के लिए लखनऊ पहुंचना भी महाभारत जीतने जैसा होता था।

श्री मोदी ने जोर देकर कहा कि पिछले मुख्यमंत्रियों के लिए विकास वहीं तक सीमित था जहां उनका घर था, लेकिन आज जितनी पश्चिम की पूछ है, उतनी ही पूर्वांचल के लिए भी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि यह एक्सप्रेस-वे अपार आकांक्षाओं और विकास की अपार संभावनाओं वाले शहरों को लखनऊ से जोड़ेगा। उन्होंने कहा कि जहां अच्छी सड़कें होती हैं, अच्छे राजमार्ग पहुंचते हैं, वहां विकास की गति बढ़ती है, रोजगार का सृजन तेजी से होता है।

श्री मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास के लिए बेहतरीन कनेक्टिविटी जरूरी है, यूपी के हर कोने को एक-दूसरे से जोड़ने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यूपी में जैसे-जैसे एक्सप्रेस-वे तैयार हो रहे हैं, औद्योगिक गलियारे का काम भी शुरू हो गया है। बहुत जल्द पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के आसपास नए उद्योग लगने लगेंगे। आने वाले दिनों में इन एक्सप्रेस-वे के किनारे स्थित शहरों में खाद्य प्रसंस्करण, दूध, कोल्ड स्टोरेज, फलों और सब्जियों के भंडारण, अनाज, पशुपालन और अन्य कृषि उत्पादों से संबंधित उत्पादों पर काम तेजी से बढ़ने वाला है।

उन्होंने कहा कि यूपी के औद्योगीकरण के लिए कुशल कामगारों की आवश्यकता है। इसलिए कामगारों को प्रशिक्षित करने का काम भी शुरू कर दिया गया है। इन शहरों में आईटीआई और अन्य प्रशिक्षण संस्थान तथा चिकित्सा संस्थान भी स्थापित किए जाएंगे। श्री मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बन रहा डिफेंस कॉरिडोर यहां रोजगार के नए अवसर लेकर आने वाला है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की बुनियादी ढांचे से जुड़ी सुविधाएं भविष्य में अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगी।

श्री मोदी ने कहा कि एक व्यक्ति घर भी बनाता है तो पहले रास्तों की चिंता करता है, मिट्टी की जांच करता है, दूसरे पहलुओं पर विचार करता है। लेकिन उत्तर प्रदेश में हमने लंबा दौर ऐसी सरकारों का देखा है, जिन्होंने कनेक्टिविटी की चिंता किए बिना ही औद्योगीकरण के सपने दिखाए। परिणाम ये हुआ कि जरूरी सुविधाओं के अभाव में यहां लगे अनेक कारखानों में ताले लग गए। इन परिस्थितियों में ये भी दुर्भाग्य रहा कि दिल्ली और लखनऊ, दोनों ही स्थानों पर परिवारवादियों का ही दबदबा रहा। सालों-साल तक परिवारवादियों की यही पार्टनरशिप यूपी की आकांक्षाओं को कुचलती रही।

श्री मोदी ने कहा कि आज यूपी में डबल इंजन सरकार उत्तर प्रदेश के आम लोगों को अपना परिवार समझकर काम कर रही है। नए कारखाने लगाने के लिए माहौल बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस दशक की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए एक समृद्ध उत्तर प्रदेश के निर्माण के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जा रहा है।

श्री मोदी ने कोरोना टीकाकरण के लिए किए गए उत्कृष्ट कार्य के लिए भी उत्तर प्रदेश सरकार की सराहना की। उन्होंने भारत में बनी वैक्सीन के खिलाफ किसी भी तरह के राजनीतिक प्रचार की अनुमति नहीं देने के लिए यूपी के लोगों की सराहना की।

उत्तर प्रदेश के चहुंमुखी विकास के लिए सरकार
दिन-रात काम कर रही है

श्री मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के चहुंमुखी विकास के लिए सरकार दिन-रात काम कर रही है। कनेक्टिविटी के साथ-साथ यूपी में इंफ्रास्ट्रक्चर को भी सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने कहा कि केवल 2 वर्षों में यूपी सरकार ने लगभग 30 लाख ग्रामीण परिवारों को पाइप द्वारा पेयजल कनेक्शन प्रदान किया है और इस वर्ष डबल इंजन सरकार लाखों बहनों को उनके घरों में पाइप से पीने का पानी उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। श्री मोदी ने कहा कि सेवा की भावना से राष्ट्र निर्माण में लगे रहना हमारा कर्तव्य है, हम वही करेंगे।

341 किलोमीटर लंबा है पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की लम्बाई 341 किलोमीटर है। यह लखनऊ-सुल्तानपुर रोड (एनएच-731) पर स्थित गांव चौदसराय, जिला लखनऊ से शुरू होता है और यूपी-बिहार सीमा से 18 किमी पूर्व में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 31 पर स्थित गांव हैदरिया में समाप्त होता है। एक्सप्रेस-वे 6 लेन चौड़ा है, जिसे भविष्य में 8-लेन तक बढ़ाया जा सकता है। लगभग 22,500 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से निर्मित पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से उत्तर प्रदेश के पूर्वी भाग— विशेष रूप से लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अंबेडकर नगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर जिलों के आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।