देश पर आपातकाल थोपे जाने की 45वीं बरसी पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने एक विडियो संदेश प्रस्तुत किया।
प्रमुख बातें –
- भारत के संविधान में कुछ व्यवस्थाएं की गई हैं, जिसके कारण लोकतंत्र पनपा है। समाज व्यवस्था को चलाने के लिए संविधान की भी जरूरत होती है, कायदे, कानून और नियमों की भी आवश्यकता होती है, अधिकार और कर्तव्य की भी बात होती है, लेकिन भारत गर्व के साथ कह सकता है कि हमारे लिए लोकतंत्र संस्कार है, लोकतंत्र हमारी संस्कृति है, लोकतंत्र हमारी विरासत है और उस विरासत को लेकर हम पले-बढ़े लोग हैं।
- आपातकाल में देश के हर नागरिक को लगने लगा था कि उसका कुछ छीन लिया गया है।
- शायद दुनिया के किसी देश में वहां के जन-जन ने लोकतंत्र के लिए अपने बाकी आवश्यकताओं की परवाह न करते हुए सिर्फ लोकतंत्र के लिए मतदान किया हो, ऐसा एक चुनाव इस देश ने 1977 में देखा था।