‘सेवा ही संगठन’ के मूलमंत्र के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं ने जनसेवा के खड़े किए नए आयाम


Posted in:
10 Jul, 2020
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10 Jul, 2020

केंद्र सरकार के मुखिया के रूप में तमाम व्यस्तताओं के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को जिस तरह से सेवा ही संगठन की समीक्षा बैठक के माध्यम से प्रेरित और उत्साहित किया, वह अपने आप में एक मिसाल है। वह इस बात का प्रमाण है कि भाजपा राजनीति में सत्ता के लिए नहीं, बल्कि सेवा के लिए है और प्रधानमंत्री जो स्वयं जीते हैं, वही लोगों से करने का आग्रह कर रहे हैं। सत्ता सिर्फ सेवा का एक माध्यम है। प्रधानमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कार्यकर्ताओं को इसकी उपयोगिता बताई।

कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान भाजपा ने एक संगठन के रूप में जन-सेवा की अद्भुत मिसाल पेश की है। भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए राष्ट्र की सेवा करना सबसे पहला धर्म है। इस चुनौतीपूर्ण समय में, भारत भर में हमारे कार्यकर्ता अथक प्रयास करके जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं, यह प्रशंसनीय और अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि हमारा संगठन चुनाव जीतने की मशीन नहीं है, हमारे लिए संगठन का मतलब है ‘सेवा, सबका साथ, सबका सुख और सबकी समृद्धि।

पार्टी के शीर्ष से लेकर बूथ स्तर तक के कार्यकर्ता, सांसद, विधायक सेवा को ही अपना कर्तव्य माने, जीवन मंत्र माने, इसे देखकर हमें गर्व होता है कि हम ऐसे सेवाव्रती संगठन के सदस्य हैं। उन्होंने कहा कि कई शहरों में हमारे पार्टी कार्यकर्ता खतरे को जानते हुए भी कार्य करते रहे। ऐसे कई साथियों ने जन-सेवा हेतु अपना बलिदान दिया है। मैं उन्हें अपनी विनम्र श्रद्धांजलि देता हूं एवं उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। मैं उन राज्यों की पार्टी इकाइयों से अनुरोध करता हूं कि वे इन परिवारों को संभालें। उन्होंने कार्यकर्ताओं को 7 ‘S’ अनुपालन की बात कही, अर्थात् सेवा भाव, संतुलन, संयम, समन्वय, सकारात्मकता, सद्भाव और संवाद की शक्ति को लेकर आगे बढ़ना चाहिए।

लॉकडाउन के दौरान पार्टी ने राष्ट्रीय स्तर से लेकर प्रदेश, जिला और मंडल स्तर तक 4,000 वीडियो कांफ्रेंसिंग और 700 से अधिक ऑडियो ब्रिज के कार्यक्रम किये, जिसके माध्यम से लगभग 72 लाख से अधिक कार्यकर्ताओं तक पहुंचने का प्रयास हुआ। ‘पीएम केयर्स’ फंड में योगदान देने के लिए लगभग 58 लाख कार्यकर्ताओं को इससे जोड़ा और आरोग्य सेतु एप को भी डाउनलोड करने के लिए लोगों को प्रेरित किया। जन-सेवा के इस अभियान में पार्टी के 8 लाख से अधिक कार्यकर्ता लगे। कनेक्टिविटी की दिक्कत को दूर करने हेतु पार्टी ने प्रधानमंत्री जी के सुझावों पर अमल करते हुए ऑडियो और वीडियो कांफ्रेंसिंग का कार्यक्रम बनाया। इन प्रयासों से कार्यकर्ता स्वतः स्फूर्त रूप से सक्रिय हुए और जन-सेवा को लक्ष्य मानकर इसके लिए दिन-रात एक कर दिया।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि ‘फीड द नीडी’ कार्यक्रम को लेकर माननीय प्रधानमंत्री ने जो सुझाव दिए थे, उसने जन-सेवा को एक नई परिभाषा दी। पार्टी कार्यकर्ताओं ने लॉकडाउन के दौरान 22 करोड़ से अधिक फूड पैकेट्स और पांच करोड़ से अधिक राशन किट्स का वितरण किया। इतना ही नहीं, कार्यकर्ताओं ने पांच करोड़ से अधिक फेसकवर्स जरूरतमंदों तक पहुंचाए। इस कार्य में महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं ने उल्लेखनीय योगदान दिया।

प्रधानमंत्री ने न केवल देश की 130 करोड़ जनता को एकसूत्र में पिरोया, बल्कि देश के सभी राज्यों को एकजुट करते हुए कोरोना के खिलाफ निर्णायक लड़ाई के लिए तैयार किया। संकट की इस घड़ी में देश के गांव, गरीब, किसान और मजदूर के कल्याण के लिए और देश में विकास की गति को रफ़्तार देने के लिए 1.70 लाख करोड़ रुपए का प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज और आत्मनिर्भर भारत अभियान को पूरी दुनिया ने अनुकरणीय बताया। सरकार द्वारा अर्थव्यस्था को पटरी पर लाने के लिए 20.97 लाख करोड़ रुपए का आर्थिक पैकेज अब अपने परिणाम दिखाने लगा है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में पार्टी ने आपदा को एक चुनौती के रूप में लेते हुए ‘सेवा ही संगठन’ का मूलमंत्र अपनाया। हमने यह लक्ष्य निर्धारित किया कि देश में कोई व्यक्ति भूखा न रहे और गरीबों को कोई तकलीफ न होने पाए और इसमें हम अब तक कामयाब रहे।