1,46,960 करोड़ रुपये के न्यूनतम समर्थन मूल्य के भुगतान के साथ कुल 713 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की गई

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वर्तमान में जारी धान की खरीद से 1 करोड़ से अधिक किसान लाभान्वित हुए हैं तथा रबी फसल को शामिल करने के साथ यह उम्मीद की जाती है कि पूरे खरीफ विपणन सत्र 2022-23 के दौरान लगभग 900 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की जा सकती है

केन्द्रीय उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय द्वारा तीन मार्च को जारी एक बयान के अनुसार खरीफ विपणन सत्र 2022-23 (खरीफ फसल) के लिए धान की खरीद से 1 करोड़ से अधिक किसान लाभान्वित हुए हैं। 01 मार्च, 2023 तक लगभग 713 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की गई और 1,46,960 करोड़ रुपये का न्यूनतम समर्थन मूल्य का भुगतान सीधे किसानों के खाते में स्थानांतरित कर दिया गया है।

खरीद की प्रक्रिया के निर्बाध संचालन के लिए सभी व्यवस्थाएं की जा रही हैं। खरीदे गए धान के बदले चावल की आपूर्ति जारी है और 713 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद के बदले 01 मार्च, 2023 तक केंद्रीय पूल में लगभग 246 लाख मीट्रिक टन चावल प्राप्त किया गया है। देश की जरूरतों को पूरा करने के लिए केंद्रीय पूल में वर्तमान में चावल का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध है।

वर्तमान खरीफ विपणन सत्र 2022-23 की खरीफ फसल के लिए 766 लाख मीट्रिक टन धान (चावल के मामले में 514 लाख मीट्रिक टन) की खरीद का अनुमान लगाया गया है। वर्तमान खरीफ विपणन सत्र 2022-23 की रबी फसल के लिए लगभग 158 लाख मीट्रिक टन धान (चावल के मामले में 106 लाख मीट्रिक टन) की मात्रा की खरीद का अनुमान लगाया गया है। रबी फसल को शामिल करने के साथ यह उम्मीद की जाती है कि पूरे खरीफ विपणन सत्र 2022-23 के दौरान लगभग 900 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की जा सकती है।